महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने चंडीगढ़ के सेक्टर-10 स्थित लेजर वैली में आज, 12 जनवरी से तीन दिवसीय छठे ‘भारतीय महिला जैविक उत्सव’’ का शुभांरभ किया। इस आयोजन का उद्देश्य देशभर के दूर-दराज के क्षेत्रों से जैविक क्षेत्र में कार्यरत्र महिला किसानों और उद्यमियों को बढ़ावा देना है।
महिला एवं बाल विकास विभाग, चंडीगढ़ के सचिव बी.एल.शर्मा और भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव श्रीमती अनुराधा चगती ने ‘भारतीय महिला जैविक उत्सव’ के छठे संस्करण का उद्घाटन किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में बी.एल. शर्मा ने महिलाओं की उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए सरकार, सार्वजनिक और निजी भागीदारी की सहायता से एक उपयुक्त मजबूत विपणन बुनियादी ढांचे के माध्यम से समृद्ध और पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली के लिए जैविक खेती को अपनाने की आवश्यकता पर जोऱ दिया।
श्रीमती अनुराधा चगती ने कहा कि इस महोत्सव में महिला किसानों और उद्यमियों द्वारा 19 जैविक खाद्य स्टालों के अलावा 72 जैविक उत्पादों के स्टॉल लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसका अगला समारोह हैदराबाद में होगा।
केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी, 14 जनवरी 2019 को राष्ट्रीय जन सहयोग और बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी) मोहाली के क्षेत्रीय केंद्र का उद्घाटन करेंगी। वह छठे ‘भारतीय महिला जैविक उत्सव’ में विभिन्न स्टालों और खाद्य स्टालों का अवलोकन करने के साथ-साथ दोपहर को महिला किसान उद्यमियों और मीडिया से वार्तालाप भी करेंगी।
केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने कहा कि इस महोत्सव का उद्देश्य भारतीय महिला उद्यमियों और किसानों को अधिक खरीदारों के साथ जोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ-साथ भारत में जैविक संस्कृति को बढ़ावा देते हुए उन्हें वित्तीय समावेशन के माध्यम से सशक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय का उद्देश्य इस महोत्सव के माध्यम से महिलाओं और बच्चों से संबंधित विभिन्न पहलों और योजनाओं के बारे में लोगों को अवगत कराना भी है।
इस महोत्सव में देशभर से आयी 200 से अधिक महिला उद्यमी भाग ले रही है और 1,000 से अधिक विभिन्न जैविक उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है। जिसमें वस्त्र, अनाज, बीज, आभूषण, बेकरी समान आदि शामिल हैं। महोत्सव में आने वाले पर्यटकों को विभिन्न प्रकार के शानदार व्यंजनों का भी स्वाद मिलेगा। इस महोत्सव का समय सुबह 10:30 बजे से रात 10 बजे तक है।
2015 में नई दिल्ली में ‘भारतीय महिला जैविक उत्सव’ के आयोजन के साथ यह महोत्सव प्रतिवर्ष किया जाता है और इस वर्ष चंडीगढ़ में इसका आयोजन किया गया है। प्रत्येक वर्ष के आयोजन में जैविक उत्पादों की बिक्री में हुई बढ़ोत्तरी ऑर्गेनिक उत्पादन के प्रति लोगों की बढ़ती हुई रुचि को दर्शाती है।