आक्रमण काल के कलंक जो हिंदुस्तान में मौजूद हैं एक एक कर उनको समाप्त करने के लिए सांस्कृतिक आजादी की लडाई छेडी हुई है
9 दिसम्बर को रामलीला मैदान में होने वाली विराट धर्मसभा हेतु 5 दिसम्बर को विहिप ने किया भूमि पूजन
नई दिल्ली (प्याउ)।
अयोध्या में भगवान राम जी की जन्म भूमि पर भव्य श्रीराम मंदिर बनाने की पुरजोर मांग को लेकर 9 दिसम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली विशाल धर्मसभा के सभास्थल पर विहिप द्वारा 5 दिसम्बर को विधिवत भूमि पूजन किया गया।
5 दिसम्बर को प्रात 10.30 बजे विहिप द्वारा वैदिक मंत्रो से रामलीला मैदान के सभा स्थल पर पूजन व हवन किया गया।
भूमि पूजन के अवसर पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए विहिप के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मा. चम्पत राय जी ने कहा कि 9 दिसम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान में विशाल सम्मेलन हो रहा है। यह सम्मेलन अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्म भूमि पर भव्य राममंदिर बनाने की मांग को लेकर किया जा रहा है। इस सम्मेलन के द्वारा सरकार से पुरजोर मांग की जायेगी कि श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए सरकार सारी बाधायें दूर करे। सरकार अयोध्या में जन्मस्थान पर भव्य श्रीराम मंदिर बनाने के लिए संसद में कानून प्रस्तुत करे।
माननीय चम्पत राय ने कहा कि सारे हिंदुस्तान व दुनिया की इस धारणा को तोड़ने के लिए यह सम्मेलन हो रहा है कि यह विषय निष्प्राण व अप्रसांगिक हो गया है। ऐसे लोगों की भ्रांतियों को दूर करने के लिए यह सम्मेलन किया जा रहा है। सारे हिंदू समाज की प्राथमिकतायें क्या है इसका दर्शन कराने के लिए यह सम्मेलन हो रहा है। आज की युवा पीढी अपने सांस्कृतिक सम्मान व अपने देश के गौरव से जुडे। जैसे पुरानी पीढियों ने गुलामी से मुक्त पाने के लिए लम्बे समय तक कष्ट सह कर भी इन कलंकों से मुक्ति पायी। आक्रमण काल के कलंक जो हिंदुस्तान में मौजूद हैं एक एक कर उनको समाप्त करने के लिए सांस्कृतिक आजादी की लडाई छेडी हुई है।
देश को सांस्कृतिक गुलामी से मुक्ति के लिए वर्तमान पीढी ने दिल्ली के इंडिया गेट चैक से जार्ज पंचम की मूर्ति हटायी । जहां जहां विक्टोरिया की मूर्ति थी वे सभी हटायी गयी। सोमनाथ के मंदिर का पुनर्निमाण कराया गया। पार्क अस्पताल, सडक व शहर के नाम बदले गये। यह अभियान पीढी दर पीढी जारी है। वर्तमान पीढी अपने आर्थिक, उत्थान के लिए प्रयासरत है। उतना ही दर्द देश व समाज के लिए आज की पीढी में है यह दिखाने के लिए यह सभा हो रही है। आज की पीढी उतनी ही नहीं अपितु उससे अधिक जागरूक व संवेदनशील है। यह विषय हिंन्दुस्तान की प्राथमिकता का विषय है। इन तीनों का उतर यह समाज 9 तारीख को संसार को देने वाला है।
माननीय चम्पत राय ने जोर देकर कहा कि इसके निमित आज हमने माॅ भारती की पूजा की। यह धरती हमारे लिए मिट्टी नहीं है। यह भगवती का स्वरूप हैै। जीवित है जागृत है। ये दुर्गा है ये कमला है, यही सरस्वती भी है। तीनों देवियों के रूप में यह भारत माता है। इस भारत माता का आशीर्वाद मिले, कृपा मिले, इसके लिए हमने आज पूजन किया।
विहिप के प्रांत प्रचार प्रसार प्रमुख महेन्द्र रावत द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी कि भूमि पूजन के अवसर पर राघवानन्द जी महाराज, महन्त नवल किशोर जी, महन्त अनुभूतानन्द जी महाराज, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सहसरकारवाह डा कृष्ण गोपाल , विहिप के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मा. चम्पत राय , संरक्षक विहिप मा. दिनेश चंद्र , मा. कुलभूषण जी प्रांत संघचालक आर.एस.एस, मा. राजेन्द्र पंकज केन्द्रीय मंत्री विहिप, मा. दयानन्द जी सह प्रांत कारवाह आर.एस.एस, मा. करूणा प्रकाश क्षेत्रीय संगठन मंत्री विहिप, मां. अशोक तिवारी केन्द्रीय मंत्री विहिप, मां विजय शंकर तिवारी सह मंत्री व प्रवक्ता विहिप, मा. बचन सिंह प्रांत मंत्री दिल्ली, उपस्थित थे।