दुनिया

अमेरिका हो या हिंदुस्तान, भारी हिमपात से ठिठुर रहा है सारा जहां

वर्फ की सफेद चादर से लिपटी पृथ्वी
भारी हिमपात से कश्मीर, हिमाचल व उत्तराखण्ड के किसान प्रसन्न
प्यारा उत्तराखण्ड डाट काम
पृथ्वी इन दिनों भारी हिमपात होने से वर्फ की सफेद चादर में लिपट कर ठिठुर कर शीत लहर का दंश झेल रही है। अमेरिका, यूरोप ही नहीं एशिया सहित संसार वर्फवारी का दंश झेल रहा है। अमेरिका मे रिकार्डतोड़ वर्फवारी से हजारों वायुयान सेवायें ठप्प है। रेल व सडक यातायात भी प्रभावित है। भारत की राजधानी दिल्ली भी ठण्ड की चपेट में ठिठुर रही है। 6 जनवरी को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 4 दर्ज किया गया। दिल्ली के लोधी रोड़ में तापमान 4 डिग्री व सफदरजंग रोड पर 4.2 डिग्री दर्ज किया गया। मोसम विभाग के आंकडों के अनुसार 6 जनवरी इस मोसम का सबसे ठण्डा दिन सुमार किया गया।
कश्मीर, उत्तराखण्ड, हिमाचल सहित हिमालयी राज्यों में भारी हिमपात से पूरे उतर भारत ठण्ड से ठिठुर रहा है। बदरीनाथ व  केदारनाथ में कई फुट वर्फवारी हुई। वहां तापमान शून्य से नीचे हो रखा है।
वहीं नोएडा, रांची व इलाहाबाद का तापमान 7, अमृतसार का 6, जयपुर का 9, चण्डीगढ़ का 8, रायपुर का 11 डिग्री तापमान हो रखा है।  जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर का तापमान शून्य से 4 डिग्री नीचे हो गया है। लेह का तापमान शून्य से 16 डिग्री नीचे हो रखा है।
ठण्ड से बचने के लिए दिल्ली में एक व्यक्ति की मौत अंगेठी से हो गयी। वहीं उप्र के शामली में 4 लोगों की दर्दनाक मोत ठण्ड से हो गयी। दिल्ली में ठण्ड व धुंध से लोग ठण्ड से ठिठुर रहे है। दिल्ली ही नहीं पूरा उतर भारत ठण्ड से ठिठुर रहा है। वहीं अमेरिका से यूरोप भी ठिठुर रहा है। ठण्ड से जहां पानी, बिजली, परिवहन से लोग त्रस्त है।
वहीं वर्फवारी देखने के लिए जम्मू कश्मीर, हिमाचल व उत्तराखण्ड में पर्यटकों भी भीड़ उमड़ी हुई है। उत्तराखण्ड में वर्फवारी की मौज लेने के लिए पर्यटक परंपरागत मसूरी, नैनीताल, धनोल्टी, चोपता, पिथोरागढ़ व उत्तरकाशी से कहीं अधिक दिलचस्पी औली की तरफ रूख कर रहे है।
जहां वर्फवारी से आम जनता परेशान है, वहीं जम्मू कश्मीर, हिमाचल व उत्तराखण्ड के किसान बेहद खुश है। यहां पर लोगों में विश्वास है कि अधिक वर्फवारी से सेब की फसल अच्छी होती है। उत्तराखण्ड में तो कहावत है कि जब पढेगा हयूं तब खाला ग्यूं यानी जब पडेगी वर्फ तभी खायेगे गैंहूॅ। किसान जानते है वर्फवारी से जहां खरपतवार नष्ट हो जाते है वहीं जमीनी की उबरा शक्ति बढ़ जाती है।

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