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हिमालय, उत्तराखण्ड व देश के लिए खतरा होने वाले पंचेश्वर बांध पर पुनर्विचार करें भारत के प्रधानमंत्री मोदी व नेपाल

नई दिल्ली से देवसिंह रावत

आज 24 अगस्त को भारत के प्रधानमंत्री मोदीनेपाल के प्रधानमंत्री नई दिल्ली में मिल कर उत्तराखण्ड में बनने वाले दुनिया के दूसरे सबसे बडे बांध ‘ पंचेश्वर बांध ’को तेजी से बनाने का निर्णय लेंगे। इस अवसर पर उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत भी उपस्थित रहेंगे।
इस बांध के निर्माण का  उत्तराखण्ड के जागरूक लोगों के साथ देश के पर्यावरणविद भी विरोध कर रहे है। परन्तु सरकारें अपनी हटधर्मिता पर उतारू है। पर सरकारों को सजग करना हमारा दायित्व भी है। इसी लिए प्रधान मंत्री मोदी से देश हित मंें गुहार लगा रहे है कि प्रधानमंत्री मोदी जी, टिहरी बांध के बाद उत्तराखण्ड में आयी विनाशकारी केदारनाथ त्रासदी सहित निरंतर बादल फटने की घटना से सबक न सीख कर सरकार जिस ढंग से दुनिया के दूसरे बडे बांध पंचेश्वर को उत्तराखण्ड में बनाने के लिए उतारू है वह हिमालय की निर्मम हत्या के साथ राश्ट्र के लिए घातक है।
जिस प्रकार से चीन सीमा पर बनाये जा रहे बांध हिमालयी पर्यावरण के सर्वनाश का कारण बन रहे है वहीं यहां के लोगों के जीवन के लिए बादल फटने की विनाशकारी घटनाओं में इजाफा का मूल कारण भी है। असम व बिहार में चीन द्वारा बाढ़ के नाम पर ढाई गयी त्रासदी से सरकार को सबक लेना चाहिए। प्रदेश की छोटी छोटी मोटर मार्गो के लिए वन अधिनियम व पर्यावरण के कानूनों का हंटर चलाने वाली सरकार किस मुंह से उत्तराखण्ड की घाटी की घाटी को जल समाधी दे कर लाखों लाख पैड, पौधों, जीवों व खेत खलिहानों को  तबाह कर प्रकृति के साथ खिलवाड कर केदारनाथ त्रासदी को आमंत्रण दे रहे है। जब सर्वविविद है कि टिहरी व पंचेश्वर जैसे विशाल बांध बनाना हिमालय के पर्यावरण के साथ आत्मघाती खिलवाड है फिर क्यों यहां पर बडे बांधों का जाल बिछा कर महाविनाश को आमंत्रण दे कर हिमालय, उत्तराखण्ड व देश सहित पूरे विश्व की सुरक्षा के साथ खिलवाड किया जा रहा है।

वेसे भी हिमालय का यह क्षेत्र भूकम्प की दृश्टि से अति संवेदनशील है। यहां पर वैज्ञानिकों, पर्यावरणविदों ने बडे बांध बनाने से सरकार को पहले ही आगाह किया। परन्तु भ्रष्टाचार के लिए बन रहे इन बांधों के प्रति सरकारों के अंध मोह के कारण छोटी जल विधुत परियोजनाओं व अन्य विकल्पों का उपयोग करने के बजाय यह हिमालय व यहां के लोगों के जीवन से खिलवाड करने के लिए उतारू है।

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