देश

पटरी से उतर रही भारतीय रेल को उबारने के लिए मोदी सरकार ने सौंपी अश्वनी लोहानी को रेलवे बोर्ड की कमान

नई दिल्ली (प्याउ)। अभी तक एयर इंडिया की कमान संभाल रहे अश्वनी लोहानी को दुर्घटनाओं के संकट में घिरे भारतीय रेल की कमान संभालने के लिए रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष  नियुक्त किया है। । सरकार ने 23 अगस्त को भारतीय रेलवे मेक्निकल इंजीयरिंग सेवा के वरिष्ट अधिकारी अश्वनी लोहानी को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति किया गया। इसी सप्ताह खतौली में हुई उत्कल एक्सप्रेस के  भीषण दुर्घटना होने के 4 दिन बाद ही उप्र के औरेया में हुई केफियत एक्सप्रेस की पटरी से उतर कर दुर्घटना से न केवल रेल मंत्रालय में भूचाल आया अपितु मोदी सरकार में भी हडकंप मच गया। इससे देश की जनता का भारतीय रेल पर दशकों से जमे अटूट विश्वास भी डगमगाने लगा।
औरैया में हुई कैफियत एक्सप्रेस की दुर्घटना से न केवल रेल मंत्रालय अपितु पूरी सरकार ही सन्न रह गयी। कई अधिकारियों पर गाज गिरी। रेलवे बोर्ड में 31 महीनों से अध्यक्ष के रूप में आसीन एक के मित्तल को भी इस्तीफा दे कर विदा होना पडा। रेल दुर्घटना से मोदी सरकार इतने दवाब में है कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी अपने इस्तीफे की पेशकश की जिसे प्रधानमंत्री ने ठुकरा दिया।
मोदी सरकार के आसीन होने के बाद रेलवे की स्थिति सुधरने के बजाय दिन प्रतिदिन पटरी से उतरने व एक के बाद एक रेल दुर्घटना होेने से देश भर में सरकार की भारी किरकिरी हो रही है। रेलें समय पर नहीं चल रही है। दुर्घटनाओं का शिकार रेल निरंतर हो रही है। इन सब चुनौतियों का सामना करने के लिए भले प्रधानमंत्री मोदी ने सुरेश प्रभु को अपने संपनों की तीब्र गति की बुलेट ट्रेन आदि संचालित करने के लिए रेलमंत्री बनाया हुआ है। परन्तु नौकरशाही पर भारतीय अर्थव्यवस्था को सुधार व विकास की पटरी पर लाने के लिए जिन चंद नौकरशाहों पर मोदी का भरोसा है उनके उत्तराखण्ड के पिथौरागढ़ में जन्मे अश्वनी लोहानी भी प्रमुख है। जिन पर पटरी से उतर चूके एयर इंडिया की हालत को सुधारने का दायित्व देने के बाद मोदी सरकार ने उनको अब दुर्घटनाओं के कारण जनता के विश्वास से भी उतर रही रेल की पुन्न विश्वास बहाली के लिए मोदी सरकार ने अष्वनी लोहानी को यह चुनौतीपूर्ण दायित्व सौंपा। श्री लोहानी के लिए रेल विभाग नया नहीं है। वे रेल के सबसे बडे दिल्ली डिविजन के डीआरएम, राष्ट्रीय रेल संग्राहालय के निदेशक, रेलवे वैकल्पिक ऊर्जा विभाग के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी भी रहे। इसके अलावा श्री लोहानी मध्यप्रदेश पर्यटन विकास कारपोरेषन के प्रबंध निदेशक रहें। मोदी सरकार को जो भरोसा लोहानी पर रखा आशा है लोहानी उसमें खरे उतरेंगे।

About the author

pyarauttarakhand5