विधायक निधि में एक करोड़ का इजाफा कर किया 3.75 करोड़ सालाना,
5 करोड़ तक के ठेके मिलेगे उत्तराखण्ड मूल के ठेकेदारों को
देहरादून (प्याउ)। उत्तराखण्ड में पर्यटन की अपार संभावनाओं का दोहन करने के लिए उत्तराखण्ड सरकार ने हर जनपद में एक नया पर्यटन स्थल विकसित करेगी। पर्यटन व योग को विशेष बढावा दिया जायेगा। सरकार विधालयों ं आधुनिक सुविधाओं से युक्त करेगी तथा पुरानी जल विद्युत परियोजनाओं को पुन्नः शुरू किया जाएगा।उत्तराखण्ड में सभी विधानसभा क्षेत्रों का समग्र विकास करने के लिए सरकार ने विधायक निधि में एक करोड़ रूपया का इजाफा करने का ऐलान किया।इसके साथ उत्तराखण्ड में 5 करोड़ के ठेकों को प्रदेश के मूल निवासी ठेकेदारों को ही दिया जायेगा।
उत्तराखण्ड की विधानसभा में 13 जून को आय व्यय चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने इन महत्वाकांक्षी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि उनकी सरकार दिल्ली विधानसभा की तर्ज पर विधायकों के वेतन व भत्ते बढ़ा कर प्रदेश पर भार नहीं बढ़ाना चाहती है। इसके साथ हर विधानसभा में और अधिक विकास के लिए विधायकों को मिलने वाली 2.75 करोड़ की वार्पिक निधि को बढ़ा कर 3.75 करोड़ कर रही है।
उत्तराखण्ड में कार्य संस्कृति को बढावा देने के लिए व काम न करने वाले कर्मचारियों पर अंकुश लगाने के लिए भी सरकार ने
सभी कार्यालयों में बायोमैट्रिक हाजिरी शुरू करने, सचिवालय में सीएम डैश, फाइल ट्रैकिंग सिस्टम लागू करेगी। इसके साथ प्रदेश में खनन के लिए पारदर्शी नीति बनाने के साथ अवैध खनन पर अंकुश लगाने का काम करेगी। किसानों के विकास के लिए सरकार लघु सीमांत किसानों को दो फीसदी ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराएगी। इस ऋण से किसान पशु खरीदने के साथ ही अनाज और फूड प्रोसेसिंग का भी काम कर सकेंगे।