सुब्रमण्यम स्वामी या कोई तकनीकी विशेषज्ञ बता सकते है कि क्या मतदान मशीन में गडबड़ी हो सकती है?
क्या यह सच है कि इंग्लैण्ड, फ्रांस, नीदरलैण्ड, आयरलैण्ड, जर्मनी, इटली आदि देशों चुनाव में विश्वसनीय न होने के कारण मतदान मशीन का प्रयोग नहीं किया जाता?
दिल्ली (प्याउ) भला हो मायावती जी का जो उन्होने मोदी की आंधी में बेताज हुए कांग्रेस व सपा की भी लाज बचा दी। नहीं तो लोग कहते हारे को हरिनाम है जीते को संसार। पहले कहते थे लोग जिसका नहीं है घर बार, उसे चले जाना चाहिए हरिद्वार। यानी हरिद्वार में पहले निराश्रितों को भी आसरा मिल जाता था पर अब हरिद्वार में भी भाजपा वाले काबिज हो गये। हारने वाला कहां मुह दिखाता। मोदी जी ने ऐसी आंधी चलायी कि उप्र के राजकुमार अखिलेश व राहुल गांधी के सारे अरमानों को जमीदोज कर गया। मायावती अपना दर्द किसे बयान करती। पर उन्होने अपना दर्द भूल कर बबुआ व राहुल बाबा की करारी हार से हुए बेहाल पर रहम खा कर ऐसा मरहम इजाद किया। जिससे न केवल राहुल बाबा, बबुआ के जख्म पर मरहम लगा अपितु पंजाब में बुरी तरह से हारे केजरीवाल जैसे तिकडमी के जख्मी दिल पर भी माया का मतदान मषीन वाला मरहम काफी आरामदायंक साबित हुई।
वेसे हारने वालों के पास हार की ढाल बनाने के लिए बहानों की कमी नहीं होती। विधानसभा चुनाव में सभी हारे हुए दलों को मायावती ने ऐसा मरहम बता दिया है इसका प्रयोग करके न केवल बसपा वाले, अपितु सपा व कांग्रेस वाले ही नहीं मोदी की अभूतपूर्व जीत के ताप से दिल्ली में रह कर भी झुलस रहे आप नेता केजरीवाल के जख्मों को काफी राहत पंहुचाई । पंहुचाये भी क्यों नहीं हारे हुए प्रत्याशियों व दलों को माया मरहम से काफी सकुन पंहुच रहा होगा। ंमाया मरहम यानी मतदान मशीन में गड़बड़ी का आरोप। बहुत सरल व हार को ढकने वाला असरदार मरहम है माया मरहम।
जब दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल ने मतदान मशीन में गडबड़ी होने की आशंका प्रकट की थी तो मुझे लगा की जरूर गड़बड़ होगी? क्योंकि केजरीवाल बहुत चालाक नेता लगा। मुझे आशंका थी कि कहीं ऐसा न करा दे। परिणाम जो आये वह चैकान्ने वाले थे।
पर मेरे मन में इन हार जीत से उपर उठ कर एक सवाल बार बार घुमता रहता है कि क्या यह सच है कि इंग्लैण्ड, फ्रांस, नीदरलैण्ड, आयरलैण्ड, जर्मनी, इटली आदि देशों चुनाव में विश्वसनीय न होने के कारण मतदान मशीन का प्रयोग नहीं किया जाता?
सुब्रमण्यम स्वामी या कोई तकनीकी विशेषज्ञ बता सकते है कि क्या मतदान मशीन में गडबड़ी हो सकती है?
वेसे मेरा साफ मानना है कि इन चुनावों में कांग्रेस, सपा, बसपा व केजरीवाल का सूपड़ा साफ करने के लिए किसी को भी मतदान मशीन में गडबड़ी करने की भी कोई जरूरत नहीं है। क्योंकि इनके अंध तुष्टिकरण व सत्ता की बंदरबांट आदि कृत्यों से लोग इतने नाखुश थे कि उन्हें जरा मोदी का सहारा मिल गया, जनता के आक्रोश की आंधी में सपा, बसपा, कांग्रेस व केजरी के कुषासन की लंका ढह गयी।