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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद स्थल रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर, (उ.प्र.) में राज्य आन्दोलनकारी शहीदों को दी श्रद्धांजलि

 

* प्रतिमा तिराहा , गोलकाण्ड में शहीद प्रत्येक राज्य आंदोलनकारी की शहीद स्थलचित्र में मूर्ति होगी: मुख्यमंत्री।*

*शहीदों के बलिदान एवं परिश्रम से हमें उत्तराखंड राज्य प्राप्त हुआ।*

*उत्तराखंड राज्य के बेहतर भविष्य के लिए योगदानकर्ता ने दिया अपना बलिदान।*

* मातृशक्ति और बच्चों को आगे की पाठशाला, समाज का प्रहरी आगमन को संरक्षित करने का दायित्व निभाना है।*

*उत्तराखंड में राज्य सरकार सख्त भू-कानून लाने की तैयारी कर रही है।*

प्यारा उत्तराखंड दत्त काम 

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार 2 अक्टूबर 2024 को शहीद स्थली स्मारक तिराहा, नासिक, (प्र.) में उत्तराखंड राज्य के शहीद स्मारकों की पुण्य स्मृति में प्रतिभाग समारोह का आयोजन शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि कर शहीद को श्रद्धांजलि दी।

इस मौक़े पर मुख्यमंत्री ने शहीद स्मारकों में हर राज्य के आंदोलनकारी की याद में उनकी मूर्ति स्थापित करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने शहीद स्थलों के लिए भूमि दान करने वाले दिवंगत महावीर शर्मा की प्रतिमा का भी अनावरण किया।

मुख्यमंत्री धामी ने शहीद राज्य आंदोलनकारी को शहीद के पद पर आसीन करते हुए कहा कि शहीद के बलिदान दिवस से हमें उत्तराखंड राज्य प्राप्त हुआ है। इंटरनैशनल उत्तराखंड राज्य के लिए चलाए गए आंदोलन के दौरान सियाटन को कई यातन और आक्रमणकारियों को सहना पड़ा। 2 अक्टूबर 1994 को हॉर्स गोल स्कैंडल राज्य आंदोलन का सबसे मजबूत और विशाल घाव वाला अध्याय जारी हुआ। फिलीस्तीनी प्रवेश से आंदोलन करने जा रहे आंदोलनकारी व्यापारियों से कोई भी उत्तराखंडवासी डूब नहीं सका।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण और बेहतर भविष्य के लिए आंदोलनकारियों ने वर्तमान स्थिति दी थी। उत्तराखंड की जनता हमेशा वीरों के कर्ज में डूबी रहेगी। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण आंदोलन में राज्य की महिलाओं ने बड़े पैमाने पर शौचालयों का निर्माण किया, राज्य की महिलाएं कभी भी आश्रम के आगे नहीं झुकीं। जिस राज्य के निर्माण के लिए हमारे आंदोलनकारी ने अपना सर्वस्व समाचार नीचे दिया है। राज्य सरकार ने कहा कि उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए रात्रि विश्राम की व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आंदोलन के आदर्शों और सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। राज्य के विकास की धारा के माध्यम से उत्तराखंड में विभिन्न संकल्पों के लिए अपने संकल्प के मूलमंत्र जारी करें। प्रशिक्षण के प्रयास जारी हैं। राज्य सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों और उनके सहयोगियों के लिए सरकारी आंकड़ों में 10 प्रतिशत का प्रस्ताव लागू किया है। शहीद आंदोलनकारी के पासपोर्ट पेंशन दी जा रही है। राज्य आंदोलनकारी आंदोलनकारियों को निःशुल्क यात्रा की सुविधा भी उपलब्ध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रदेश प्रभाग की परिकल्पना में संरक्षित करने की चिंता भी शामिल थी। राज्य सरकार देवभूमि उत्तराखंड की डेमोग्राफी को संरक्षित रखने के साथ-साथ कार्य कर रही है। डेमोग्राफी को संरक्षित करने का दायित्व हर किसी ने रखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सख्त धर्म परिवर्तन निषेध कानून लागू किया गया है। सरकारी भूमि से भूमि परिवहन का कार्य जारी है। अब तक 5000 करोड़ से ज्यादा सरकारी जमीन खोदकर बर्बाद हो गई है। राज्य में देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून और दंगा कानून भी लागू है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हर नागरिक को समान अधिकार देने का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बहुत जल्द उत्तराखंड में भू-कानून को सख्त बनाने की तैयारी कर रही है। जिसके लिए सभी स्टेक नेता, विशेषज्ञ, आंदोलनकारी से विचार-विमर्श किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्यों की रैंकिंग में उत्तराखंड को पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। उत्तराखंड में युवाओं की पहली पसंद बन रही है, धन्यवाद हमारे राज्य में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजन शुरू हो गए हैं। राज्य की घोषणा पर जीप की गणना करने वाला देश का प्रथम राज्य बन गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम उत्तराखंड को श्रेष्ठ उत्तराखंड बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और सहयोग के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक हम आंदोलन करेंगे, उग्रवादियों के साम्राज्य का उत्तराखंड नहीं रुकेंगे, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक ने शहीद राज्य आंदोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि हमारे राज्य में वीर सपूतों की जड़ें हैं। उन्होंने कहा कि तिराहा कांड सत्य और अहिंसा की बातें हैं। इस आंदोलन में उत्तराखंड की महिलाओं ने सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि सन 2000 में तीन राज्यों का गठन हुआ था। जिसमें उत्तराखंड राज्य विकास क्षेत्र सबसे आगे है। केंद्र एवं राज्य सरकार के प्रयास से राज्य सतत नई पाइपलाइन की खोज की जा रही है।

इस पद पर राज्य मंत्री (प्रमुख) श्री कपिल देव, आपदा प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष श्री विनय रौहेला, प्रभारी श्री प्रदीप बत्रा, जिला अध्यक्ष भाजपा (आदिवासी) श्री अपरिपक्व अध्यक्ष, मीनाक्षी आश्रम, सचिव हरिचंद्र सेमवाल, जिला अध्यक्ष श्री हरिद्वार कर्मेन्द्र सिंह एवं अन्य लोग मौजूद रह रहे हैं।

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