# कांग्रेस_चुनाव_2024 का परिणाम — राजग 293, भारत 234,अन्य 16
देश की जनता ने #लोकसभा_चुनाव_2024 का #ऐतिहासिक_जनादेश से दिखाया #मोदी व #राहुल सहित सभी नेताओं #लोकशाही_का_आईना
राजग को बहुमत मिला पर किसी एक दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला
देव सिंह रावत
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार 9 जून 2024 को मोदी फिर प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। आज राजग गठबंधन दलों द्वारा समर्थन पत्र दिए जाने के बाद कांग्रेस चुनाव 2024 में विजय हासिल करने वाले राजग के प्रमुख नेताओं ने यह निर्णय लिया।
आज 5 जून को गठबंधन के नेताओं ने दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव में गठबंधन को विजय दिलाने के लिए बधाई दी और उन्हें सरकार बनाने के लिए अपना समर्थन पत्र भी दिया।
उल्लेखनीय है कि कल ही 4 जून 2024 को प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाले कांग्रेस चुनाव के परिणाम घोषित हुए, जिसमें 293, विपक्षी दलों के गठबंधन को भारत को 234 और अन्य 16 संसदीय सीटों पर विजय प्राप्त हुई।
भले ही प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाले रजत गठबंधन पूर्व चुनाव से अबकी बार 400 पार की हुंकार भर रहा था, लेकिन यह गठबंधन 402 क्या 300 का आंकड़ा भी छिपा नहीं पाया। हां, भारतीय जनता पार्टी के राजग गठबंधन ने 543 सदस्यों वाली बहुमत वाली 272 सदस्यों की संख्या की लक्ष्मण रेखा पर सफल निर्माण करने की कोशिश की। इस गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में भाजपा को 240 वोट मिले। वहीं राजग के अन्य सहयोगी दल तेलुगु देशम पार्टी को 16 और जनता दल यू को 12 बुरी तरह हार मिले।
कांग्रेस चुनाव 2024 का परिणाम इस प्रकार है
राजग 292, भारत 234,अन्य 17
भाजपा 240
कांग्रेस 99
सपा 37
सीटें 29
द्रमुक 22
तडेपा 16
कांग्रेस 12
उद्धव ठाकरे 9
राकांपा शरद 8, शिव सेना 7, लोजपा 5 जगन कांग्रेस 4 पार्टी 4 माकपा 4 मुस्लिम लीग 3 आप 3 झामुमो 3 जनसेना 2 माले 2 जाद से 2 विपक्ष 2 भाकपा 2 रालोद 2 जेकेएन 2 यूपीपीएल 1 अगसंप 1 हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा 1 केरल कांग्रेस 1 क्रांतिकारी सपा 1 राकांपा 1 जनता की आवाज 1 सपाई 1 रालोपा 1 भारत आदिवासी पार्टी 1 शिरोमणि अकाली दल 1 आतंकवादी क्रांतिकारी मोर्चा 1 एमडीएमके 1 स्वतंत्रता समाज पार्टी 1 अपना दल सोनी लाल 1 आजसू 1 सांप्रदायिक ढांचा 1
राजग के 293 सांसद विजय हुए। इस प्रकार आम बहुमत से प्रधानमंत्री मोदी राजग सरकार का गठन कर रहे हैं। 5 जून 2024 को रजक गठबंधन के सहयोगी दलों की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी को गठबंधन का नेता चुना गया। इसमें गठबंधन
पर किसी एक दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। प्रधानमंत्री मोदी 9 जून को एक बार फिर प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। आज राजग गठबंधन की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
वहीं दूसरी तरफ इस चुनाव में मोदी सरकार को सत्ताच्युत करने की हुंकार भरने वाले कांग्रेस, सपा, आप, द्रमुक, भाजपा उद्धव, राकांपा-शरद और अन्य विपक्षी दलों के भारत गठबंधन को 234 सीटों पर विजय मिली। हालांकि इस गठबंधन को ना तो राजग और ना ही जनता से समर्थन मिल रहा था। लेकिन चुनावी दिनों में भारतीय गठबंधन ने सभी दिनों पर पानी फेरते हुए स्वदेशी 295 सीटों के करीब 234 सीटों पर जीत हासिल करके देश को अचंभित कर दिया। हालांकि कांग्रेस को इस बार 99 वोट मिले। वहीं भारतीय गठबंधन में 37 सीटों वाली सपा ने भाजपा की 400 पार की हसरत पर पानी फेर दिया।
आज कांग्रेस अध्यक्ष खड्गे के निवास दिल्ली में भारतीय गठबंधन के शीर्ष नेताओं की बैठक हुई। जिसमें चुनाव में भारत गठबंधन को समर्थन देने के लिए देश की जनता का हार्दिक आभार व्यक्त किया गया और मोदी से जनादेश का सम्मान करते हुए तुरंत अपने पद से इस्तीफा देने की मांग की गई। भारत गठबंधन ने इस जनादेश को मोदी व भाजपा की नैतिक करारी हार बताया। इसके साथ ही भारत गठबंधन ने घोषणा कर दी है कि वह अभी सरकार बनाने की पहल नहीं करेगा।
भले ही इस चुनाव के दौरान सत्ताधारी और विपक्षी दल अपनी जीत को लेकर चर्चाओं की हार बता रहे हों, लेकिन यह स्पष्ट है कि देश की जनता ने कांग्रेस_चुनाव_2024 का #ऐतिहासिक_जनादेश दिखाया है, जिसमें #मोदी और #राहुल सहित सभी सत्तामद में चूर नेताओं वाली लोकशाही की झलक दिखाई दी है।
चर्चा यह है कि नई कांग्रेस के गठन के लिए कांग्रेस चुनाव 2024 के लिए 19 अप्रैल 2024 से 1 जून 2020 तक सात चरणों में मतदान हुआ। इन सातों चरणों में मतदान की संख्या 4 जून 2024 को हुई।
8:00 बजे से सबसे पहले डाक मत बोर्ड की गणना हो रही है। उसके बाद मतदान की गणना। देश की 140 करोड़ जनता के साथ विश्व के तमाम अपराधियों की नजर दुनिया के इस सबसे बड़े लोकतंत्र की गिनती पर लगी थी कि भारत के लोग इस बार किसको देश का रहनुमा बना रहे हैं।
चुनाव के बाद हुई एग्जिट पोल के अनुसार भारतीय जनता पार्टी को इस बार 361 से 401 तक अप्रत्याशित बहुमत मिलने की उम्मीद थी। वहीं विपक्षी भारतीय गठबंधन इन आकलनों पर सवाल उठाते हुए विपक्षी गठबंधन को 295 सीटों की मुलाकात की हुंकार भरी। जो आंशिक रूप से सत्य भी सिद्ध हुआ।
543 संसदीय सीटों के लिए 19 अप्रैल से 01 जून तक हुए मतदान में कुल 97 करोड़ मतदाताओं से 31.2महिला मतदाताओं सहित
64.2 करोड़ मतदाताओं ने मतदान में भाग लिया।
इस चुनाव प्रक्रिया के दौरान 10,000 करोड़ रुपये से अधिक शराब समान सुरक्षित किया गया। इस चुनावी प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए 1.5 लाख मतदान कर्मी और सुरक्षाकर्मी सक्रिय हुए थे।
3 जून को चुनाव आयुक्त ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पूर्व यह चुनाव प्रक्रिया सुखद संपन्न हुई। केवल 39 स्थानों का पुनर्मतदान किया गया।
इसके साथ ही आंध्र प्रदेश की 175 और उड़ीसा की 147 विधानसभा सीटों के लिए भी मतदान हुआ।
अन्य चुनावों के दौरान सिक्किम के अरुणाचल प्रदेश में भी कई विधानसभाओं के लिए मतदान हुआ। सिक्किम व अरुणाचल प्रदेश में कल सुनायी पड़ चुकी है। यहां अरुणाचल में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला और वह सिक्किम में स्थानीय गठबंधन को।
कल ही चुनाव आयोग ने विपक्षी पार्टियों की संख्या का भी समाधान किया, लेकिन पहले मत की ही गणना की जाएगी।
निर्वाचन आयोग ने व्यापक रूप से समाचार को निर्विघ्न और निष्पक्ष बनाने के लिए प्रबंध किए हैं। सभी राज्यों में वह स्थायी स्थानों पर सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया है। विपक्षी दलों ने सरकार को इस निष्पक्ष चुनाव कराने की पुरजोर मांग करते हुए कहा है कि किसी भी कीमत पर धांधली को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि गुजरात की एक सूरत संसदीय सीट पर भाजपा का विरोध ही खत्म हो गया है। इस रिपोर्ट में आंध्र प्रदेश और उड़ीसा की विधानसभाओं के दौरान की गई चुनावी रिपोर्ट शामिल हैं। आंध्र प्रदेश में जहां तेलुगू देशम पार्टी सत्तारुढ़ हुई। वहीं उड़ीसा में भारतीय जनता पार्टी को जनादेश मिला।
देश के विभिन्न राज्यों में लोकमान्य तिलक की संख्या।
राज्य
उप्र 80
महाराष्ट्र 48
आंध्र प्रदेश 42
बंगाल 42
बिहार 40
तमिलनाडु 39
मध्य प्रदेश 29
कर्नाटक 28
गुजरात 26
राजस्थान 25
उड़ीसा 21
केरल 20
असम 14
पंजाब 13
छत्तीसगढ़ 11
हरियाणा 10
दिल्ली 7
जम्मू कश्मीर 6
उत्तराखंड 5
हिमाचल 4
मणिपुर 2
गोवा 2
अंडमान निकोबार द्वीप समूह 2
पांडिचेरी 1
नागालैंड 1
मिजोरम 1
साईं 1
लक्षद्वीप 1
अंडमान निकोबार 1
दमन द्वीप 1
नगरहोस्ती 1