प्यारा उतराखण्ड डाट काम
नेपाल में 3 नवम्बर 2023,शुक्रवार की रात 11.47 बजे आये 6.4 तीब्रता के विनाशकारी भूकंपा ने जहां नेपाल में भारी तबाही मचाई वहीं पडोसी देश भारत के लोग भी तेज झटकों से सहम गये। इस विनाशकारी भूकंप से नेपाल में 250 से अधिक लोग मारे गये। सैकडों मकान तबाह हो गये। इस मध्य रात्रि को आये भूकंप का केंद्र नेपाल की राजधानी काठमांडू से 331 किमीपश्चिम उतर पश्चिम में जमीन के 10 किमी नीचे जाजरकोट के रमीडांडा में होने से इसी क्षेत्र में अधिक तबाही मची है। हालांकि नेपाल में मध्य रात्रि को 11.47 बजे आया भूंकंप से नेपाल सहित भारत सहम गया। परन्तु इसके बाद भी रात 12.08,12.29 व 12.35 बजे भी 4.8 ,4.2व 4.3 तीब्रता के भूंकपों से लोगों की आंखों से नींद छीन ली। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार रूकुम पश्चिम में 36 व जाजरकोट में दर्जनों लोग मारे गये।
इन चार भूंकंपों की दहशत से नेपाल ही नहीं भारत भी सहम गया। नेपाल में मरने वालों की संख्या निरंतर बढ रही है। नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचण्ड भी भूकंप प्रभावित क्षेत्र का दौरा के लिये चले गये है। वहीं भारत में भले ही जान माल का बडा नुकसान नहीं हुआ पर परन्तु देश की राजधानी दिल्ली सहित राजधानी क्षेत्र के लोग जब गहरी नींद में सोये हुये थे तब आये भूकंप के पहले प्रचण्ड झटके ने उनको झकझोर दिया। आनन फानन में लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ यानि खुले मैदानों की तरफ से भागे।सबसे बुरा हाल बहुमंजली मकानों में रहने वालों का था वो भवन से नीचे उतरने में भी काफी समय लगने से डरे हुये थे। ये झटके दिल्ली,उप्र व उत्तराखंड में भी महसूस किये गये।
इन चार भूंकंपों की दहशत से नेपाल ही नहीं भारत भी सहम गया। नेपाल में मरने वालों की संख्या निरंतर बढ रही है। नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचण्ड भी भूकंप प्रभावित क्षेत्र का दौरा के लिये चले गये है। वहीं भारत में भले ही जान माल का बडा नुकसान नहीं हुआ पर परन्तु देश की राजधानी दिल्ली सहित राजधानी क्षेत्र के लोग जब गहरी नींद में सोये हुये थे तब आये भूकंप के पहले प्रचण्ड झटके ने उनको झकझोर दिया। आनन फानन में लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ यानि खुले मैदानों की तरफ से भागे।सबसे बुरा हाल बहुमंजली मकानों में रहने वालों का था वो भवन से नीचे उतरने में भी काफी समय लगने से डरे हुये थे। ये झटके दिल्ली,उप्र व उत्तराखंड में भी महसूस किये गये।