भारत की प्रगति से पूरी दुनिया आश्चर्यचकित है- उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति ने कहा लोकतंत्र में संवाद आवश्यक है, राजनीति में विद्वेष नहीं होना चाहिए
अपनी एकदिवसीय यात्रा पर राजस्थान आए उपराष्ट्रपति ने मार्बल मंडी के नाम से प्रसिद्ध किशनगढ़ के मार्बल एसोसिएशन को संबोधित करते हुए कहा कि मैं किशनगढ़ का ऋणी हूं, देश के विकास में किशनगढ़ मार्बल मंडी का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज भारत बदल गया है। कहां वे दिन थे जब पूरी दुनिया चिंतित थी, भारत कमजोर 5 देशों गिना जाता था और अब 2022 में अंग्रेजों को पछाड़कर भारत बिग फाइव में आ गया, भारत दुनिया की पांचवी आर्थिक महाशक्ति बन गया है। भारत की विकास यात्रा में आप सबका बहुत बड़ा योगदान है। भ्रष्टाचार पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि एक समय था जब सत्ता के गलियारों में सत्ता के दलालों का बहुत प्रभाव था, वे निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करते थे, आज वह सब गायब हो गए हैं।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि अभी भारत ने G20 का सफल आयोजन किया जिसके अंतर्गत पूरे देश के में 58 स्थानों पर 200 से अधिक बैठकें आयोजित हुई। उन्होंने आगे कहा कि आज भारत तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर हो रहा है और किसी को भी कोई संदेह नहीं है कि 2047 में जब भारत अपनी आजादी का शताब्दी वर्ष मनाएगा उस समय हम दुनिया के शीर्ष पर होंगे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि मैं व्यापार से जुड़े लोगों और उद्योग धंधों से जुड़े लोगों से आग्रह करता हूं कि आर्थिक राष्ट्रवाद को अपने जेहन में रखें, देश की विकास यात्रा के भागीदार बनें। उन्होंने किशनगढ़ के मार्बल उद्योग से जुड़े लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि किशनगढ का मार्बल उद्योग खूब फले-फूले, यहां की प्रतिभा अपना नाम कमाएं।
अपनी इस यात्रा के दौरान उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने ड़ॉ. श्रीमती सुदेश धनखड़ के साथ लोक देवता श्री वीर तेजाजी मंदिर में जाकर दर्शन व पूजा अर्चना की, तत्पश्चात उपराष्ट्रपति ने श्री निम्बार्क पीठ के दर्शन भी किए।
इस अवसर पर किशनगढ़ मार्बल एसोसिएशन के वरिष्ठ पदाधिकारी व्यवसायी एवं अन्य कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।