सेना व शरीफ सरकार पर भारी पड़े इमरान और सर्वोच्च न्यायालय
देव सिंह रावत
पाकिस्तान सर्वोच्च न्यायालय ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार करने की शरीफ सरकार की कार्रवाई को असंवैधानिक बताते हुए उन्हें तुरंत रिहा करने का फरमान जारी कर दिया। इसके साथ सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार को फटकार लगाई की कि न्यायालय से इस प्रकार बंदूक के बल पर गिरफ्तार करना न्यायालय की अवमानना है और गैर कानूनी है। पाकिस्तान उच्च न्यायालय ने इमरान खान को निर्देश दिए कि वह इस मामले में कल इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में हाजिर हो। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद इमरान खान को तुरंत रिहा कर दिया गया रिहाई के बाद इमरान खान ने कहा कि उन्हें हाईकोर्ट से अगवा किया गया आतंकियों की तरह कमांडो कार्रवाई करके अगवा किया गया इसके साथ इमरान खान ने आरोप लगाया कि उन्हें लाठियों से पीटा गया और उनके खिलाफ 145 फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए। इमरान ने देश भर में अपने समर्थकों से शांति की अपील की। इमरान खान ने कहा कि हम देश में अराजकता नहीं चाहते हैं। नहीं 27 साल देश के अमन-चैन और विकास के साथ मजबूती के लिए काम किया है। सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने जिस प्रकार से सरकार की इस कार्रवाई पर निर्देश दिए एक प्रकार शरीफ सरकार के खिलाफ एक करारा तमाचा है। जिसकी अभिलेख पूर्ण कार्रवाई से पूरे विश्व में पाकिस्तान बदनाम हुआ देश में अरबों खरबों रुपए की संपत्ति स्वाहा हुई और इसके साथ देश में पहली बार आम जनता इस कुशासन के खिलाफ तथा सेना की दमनकारी कार्रवाइयों के खिलाफ चट्टान की तरह खड़ी रही। इस प्रकार इमरान प्रकरण में सर्वोच्च न्यायालय की सक्रियता ने शरीफ सरकार व सेना की दमन कारी मनोवृति को पूरे विश्व के सामने बेनकाब कर दिया और उसे जनता जांबाजी के आगे शर्मनाक रूप से बेनकाब होना पड़ा। परंतु सर्वोच्च न्यायालय की इस कार्रवाई से जहां पूरे पाकिस्तान में जश्न मनाया जा रहा है ।वही सरकार की महत्वपूर्ण नेता मरियम नवाज ने तीखी प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि एक अपराधी को रिहा कर सर्वोच्च न्यायालय की जज खुश हैं। मरियम ने यह भी कहा कि देश में हुई हिंसा के लिए सर्वोच्च न्यायालय जिम्मेदार है। इस प्रकार 50 घंटे की दमनकारी गिरफ्तारी के बाद सर्वोच्च न्यायालय के हस्तक्षेप से जहां इमरान रिहा किए गए वहीं पाकिस्तान सरकार व सेना को पूरे विश्व के सामने शर्मनाक पराजय का सामना करना पड़ा। इमरान खान ने इस अवसर पर यह भी कहा हम देश में शांति चाहते हैं और इसके साथ निष्पक्ष ढंग से चुनाव कराना चाहते हैं। अब देखना है कि कल 11:00 बजे इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में यह प्रकरण क्या मोड़ लेता है। पर इतना साफ है कि आज सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद इमरान खान को अपने परिवार से मिलने की इजाजत दे दी गई है पर इमरान खान को आज रात पाकिस्तान पुलिस लाइन में के अतिथि गृह में रहने का निर्देश दिया है। उल्लेखनीय है कि इमरान खान ने अपने घर जाने की इजाजत मांगी थी परंतु सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि उन्हें खबर है कि उनके घर में आग लगाई गई है। इसलिए उन्हें आज रात पुलिस लाइन के अतिथि गृह में ही रहना चाहिए। यह सुनवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि हमें कलम व अल्लाह ने यह ताकत दी है। इसके साथ सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने सरकार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आशा है कि दूसरा पक्ष भी उदार पूर्ण रवैया अपनायेगा। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इमरान को रिहा किए जाने की खबर सुनते ही पूरे देश में इमरान समर्थकों ने खुशी मनाई। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इमरान से अपने समर्थकों को हिंसा रोकने की अपील करने की बात सुनते ही इमरान खान ने कहा कि वह देश में शांति चाहते हैं और उनके कारण अगर देश में कुछ अहित हुआ तो उसके लिए माफी चाहते हैं। सर्वोच्च न्यायालय इजाजत के बाद इमरान खान इस्लामाबाद पुलिस लाइन मे ं रात्रि विश्राम के लिए रवाना हो गए हैं। इसके साथ इमरान को आज सिर्फ 10 लोगों से मुलाकात करने की भी इजाजत सर्वोच्च न्यायालय ने दी। वहीं दूसरी तरफ खबर आ रही है कि इस्लामाबाद के डी चौक पर पुलिस व इमरान समर्थकों के बीच झड़प हो रही है।