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कर्नाटक चुनाव में भाजपा को लगेगा झटका, कांग्रेस हो सकती है सत्तारूढ!

कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 हेतु मतदान संपन्न

 

प्यारा उत्तराखंड डॉट कॉम

224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा का आम चुनाव आज 10 मई को सायं 5:00 संपन्न हो गया।
चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार 65.69 प्रतिशत मतदान हुआ। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना 13 मई को की जाएगी। भले ही भाजपा और कांग्रेस दोनों दल राज्य में पूर्ण बहुमत वाला जनादेश अर्जित कर सरकार बनाने का दावा कर रहे है।
परंतु मतदान के बाद खबरिया चैनलों द्वारा मतदान के बाद के सर्वेक्षण एग्जिट पोल के अनुसार कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी सत्तारूढ़ भाजपा की बजाय कांग्रेस बनकर उभर रही है। नवभारत टाइम्स नाउ खबरिया चैनल के अनुसार कॉन्ग्रेस को 106-120 सीटें मिल सकती है वहीं भाजपा 78 92 पर, जनता दल सेकुलर को 20 से 26 सीटें व अन्य को 2 से 4 सीटें मिलने का अनुमान है। टाइम के अनुसार कांग्रेस को 40.9% भाजपा को 30.7 प्रतिशत जनता दल सेकुलर को 16.1 व अन्य को 6.3% जनादेश मिलने के आसार हैं।
वहीं TV9 खबरिया चैनल के अनुसार कांग्रेस 99 से 109, भाजपा 88-98, जनता दल सेकुलर 21-26 व अन्य को जीरो से 0-4 सीटें मिलने के आसार हैं।
दूसरी तरफ इंडिया टीवी के एग्जिट पोल के अनुसार कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी को फिर से सता मिलने के आसार नहीं है कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सत्तासीन हो सकती है। मध्य कर्नाटक में भाजपा को नुकसान हो सकता है।
वहीं एबीपी खबरिया चैनल के अनुसार कॉन्ग्रेस कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी बनकर सत्तासीन होगी। कांग्रेस को 100-112, भाजपा को 83 से 95 सीटें जनता दल सेकुलर को 21 से 29 व अन्य को 2से 6 सीटें मिलने के आसार है।
वही खबरिया चैनल न्यूज़ 18 इंडिया के अनुसार कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे कि उसे 102 भारतीय जनता पार्टी को पहचान 90 जनता दल सेकुलर को 24 अन्य को 3 सीटें मिलने के आसार हैं।
सब अनुमानों की तरह ही आज तक खबरिया चैनल एग्जिट पोल के अनुसार कॉन्ग्रेस की सत्तासीन होने के पूरे आसार प्रकट किये गये। इसको 122 से 140 भाजपा को 62 से 80 जनता दल सेकुलर को 20 से 25 व अन्य को सुनने से 3 सीटें मिलने के आसार हैं।

परंतु न्यूज़ नेशन ने भारतीय जनता पार्टी को 114 कांग्रेस को 86 जनता दल सेकुलर को21 व अन्य को 3 सीटें मिलने के आसार प्रकट किये। वही रिपब्लिक टीवी में भी कांग्रेस को सबसे बड़ी पार्टी यानी 94 से 108, भाजपा को 85 से 10,0 जनता दल सेकुलर को 24 से 32 व अन्य को 2से 6 सीटें मिलने के आसार प्रकट किया।
तमाम खबरिया चैनलों कि मतदान की बात की गई रुझानों के आकलन के अनुसार भारतीय जनता पार्टी हिमाचल की तरह ही कर्नाटक में फिर से सत्तारूढ़ होने में असफल रहेगी। इसके साथ ऐसा प्रतीत होता है कि कर्नाटक में कांग्रेस ने जनता को भरोसा दिलाने में सफलता अर्जित कर ली है तथा जनता ने भारतीय जनता पार्टी सरकार की तमाम विफलताओं से नाखुश होकर कांग्रेस को अवसर देने का मन बना लिया है। शायद जन भावनाओं  का आकलन करके ही भाजपा  के कई वरिष्ठ नेता चुनाव की रणभेरी बजने के बाद कांग्रेस में सम्मलित हो गए थे। भाजपा की असफलता का मुख्य कारण यह नजर आ रहा है कि केंद्र में मोदी अमित शाह की जोडी की तरह उत्तर प्रदेश व असम जैसे राज्यों को छोड़कर अन्य भाजपाई शासित राज्यों  के मुख्यमंत्री जनता का विश्वास जीतने में बुरी तरह से असफल रहे। इसी कारण जनता भले ही मोदी से नाराज ना भी हो परंतु प्रांतीय नेतृत्व की अक्षमता के कारण वह भारतीय जनता पार्टी को जनादेश देने से कतराती है।

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