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अमेरिका  को खुश करने के लिये पाकिस्तानी शासकों ने बनाया चीन के प्यादे इमरान खान को बलि का बकरा!

दिवालिया हो गये आतंकीस्तान पाकिस्तान को अरबों डालर सहायता देकर उबारने के लिये तैयार है अमेरिका!

देवसिंह रावत

आज 18 मार्च 2023 को पाकिस्तानी हुक्मरान के इशारे पर पाकिस्तानी पुलिस प्रशासन ने अभूतपूर्व कार्यवाही करते हुये लाहौर के जमान पार्क स्थित पाकिस्तान के पूर्व प्राानमंत्री इमरान खान के घर पर बुलडोजर से गेट तोडते हुये धावा बोलाकर पाकिस्तान की बची खुची  लोकशाही का जनाजा निकाला अपितु पूरी दुनिया में अपनी जग हंसाई करा दी। पाकिस्तान की जनता सहित वैश्विक राजनीति के मर्मज्ञ स्तब्ध है कि आखिर पाकिस्तान सरकार ने आखिर ऐसा जघन्य दमन अपने देश के मुख्य विपक्षी दल के प्रमुख के आवास पर अकारण ही क्यों किया? जिस समय पुलिस ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री व मुख्य विपक्षी प्रमुख इमरान खांन के आवास पर जघन्य हमला किया, उस समय वे इस्लामाबाद न्यायालय में तोशखाना प्रकरण में पेश होने के लिये जा रहे थे। ऐसे में पाकिस्तान पुलिस प्रशासन को या तो अपनी अदालत पर भरोसा नहीं था या वे अपने आका को खुश करने के चक्कर में पाकिस्तानी सम्मान को खुले आम रौंदने की धृष्ठता करने से नहीं हिचकिचा रहे थे। यह एक प्रकार से पाकिस्तान की न्यायपालिका व लोकशाही का खुलेआम अपमान है।
पुलिस ने आज बेवजह की गयी कार्यवाही में न केवल पूर्व प्रधानमंत्री के आवास का मुख्य प्रवेश द्वार बुलडोजर से जमीदोज कर दिया। वहीं पुलिस प्रशासन ने दमनकारी कार्यवाही करके दर्जनों कार्यकत्र्ताओं पर आंसूगैस, लाठीचार्ज आदि का अमानवीय दमन ढाते हुये वहां कब्जा कर दिया। पुलिस कार्यवाही में अनैक कार्यकत्र्ता घायल हुये व अनैक गिरफ्तार किये गये। सबसे हैरानी की बात यह है कि पुलिस प्रशासन ने अपने आकाओं की दो टूक निर्देश रहे होंगे कि इमरान खान का अध्याय ही आज समाप्त करना है तथा इमरान खान के आवास में जमें भारी संख्या में इमरान खान की पार्टी के कार्यकत्ताओं को वहां से खदेडना है। पुलिस ने अपनी र्बबर कार्यवाही के तहत इमरान के घर पर कब्जा कर लिया है।
पुलिस की इस कार्यवाही का पुरजोर विरोध करते हुये इमरान खान ने पाकिस्तान के शासकों पर उनके खिलाफ षडयंत्र करने का आरोप लगाया। अपने ट्वीट में इमरान खान ने इस घटना पर लिखा कि ‘ पंजाब पुलिस  ने जमान पाक ्रमें मेरे घर पर हमला किया। जहां बुशरा बेगम अकेली है। वे किस कानून के तहत ऐसा कर रे है? यह उस योजना का हिस्सा है जहां एक नियुक्ति पर सहमत होने के एवज में भगोडे नवाज शरीफ को सत्ता में लाने की प्रतिबद्धता  जताई गयी है। इस कार्यवाही से पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ जो नवाज शरीफ के छोटे भाई है वे देश की जनता व विश्व समुदाय के सामने बुरी तरह से घिर गये है। भले ही जनता इमरान खान से भी नाखुश रही परन्तु जिस तानाशाही ढंग से शहबाज शरीफ की सरकार विपक्ष की आवाज को रौंद रही है और आम जनता को बदहाली के गर्त में धकेल रही है, उससे एक तरफ पाकिस्तान एक तरफ दिवालिया हो गया। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की आम जनता मंहगाई व आरजकता से बेहद दुखी है। पाकिस्तानी जनता को आशा थी कि शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार जनता को इमरान सरकार के कुशासन के दंश से उबारेगी। परन्तु शहबाज सरकार ने अपनी अकुशसलता से पाकिस्तानियों की आशाओं पर ऐसा बज्रपात किया कि एक तरफ पाकिस्तान दिवालिया हो गया। दूसरी तरफ मंहगाई, जमाखोरी, धनाभाव, कुशासन व आरजकता से पाकिस्तान की आम जनता का जीना दुश्वार हो गया। वह बिजली, ईधन, खाद्यान्न सहित जरूरी चिजों के लिये भी मोहताज  हो  गयी। इमरान के शासनकाल में पाकिस्तान को चीन सहित खाडी देशों से थोडी बहुत जो मदद मिल रही थी वह शहबाज के नेतृृत्व वाली सरकार की दिशाहीनता के कारण ठप्प  हो गयी। पाकिस्तान  घोर दिवालिया संकट  में चोतरफा ऐसा घिरा कि उसके आका बने चीन व खाडी देशों ने भी उसकी मदद से हाथ खडे कर दिये। शहबाज सरकार चीन से मिले धोखा से उबरने के लिये पाकिस्तान के पूर्व आका अमेरिका की तरफ निहारने लगी। अमेरिका को खुश करने के लिये उसके सैन्य प्रमुख ने अलकायदा के आका का जो सुराग अमेरिका को दिया, पाकिस्तान को विश्वास था कि उससे रिझ कर अमेरिका अपनी सहायता के डालर भण्डार एक बार फिर पाकिस्तान के लिये खोल देगा। परन्तु अमेरिका ने चीन का प्यादा बने पाकिस्तान को पूरी मदद नहीं दी। उसका भरोसा भले ही पाकिस्तान से उठ गया था पर फिर भी अमेरिका पाकिस्तान को हर हाल में अपने ही पाले में लाना चाहता । इसलिये  अमेरिका ने अपने नये नये सहयोगी भारत के विरोध को नजरांदाज करते हुये पाकिस्तान को एफ-16 लाडाकू विमानों के कलपूर्जे व करोड़ों की सहायता देने का काम किया। अमेरिका चाहता है कि एक पाकिस्तान उसका ही गूर्गा बना रहे, जिससे वह अफगानिस्तान सहित मुस्लिम जगत के साथ संबंध बनाने व भारत पर अंकुश लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। इसी दिशा में कदम उठाते हुये अमेरिका ने एक तरफ अपने नाटो सहयोगियों के यहां भारत विरोधी पंजाब आतंक को हवा दी। वहीं उसने भारत की दुखती नब्ज पर अंकुश लगाने के लिये मुस्लिमों द्वारा अमेरिका व ब्रिटेन में भारतीयों के खिलाफ प्रदर्शन करवाये। यह सब अमेरिका भारत को अपना मित्र बताते हुये करता रहा। अमेरिंका की इस मंशा को पाकिस्तान के वर्तमान शासक शहबाज शरीफ से लेकर अमेरिका के रहमोकरम पर नाटो देश ब्रिटेन में निर्वासित जीवन जी रहे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ बखुबी से पहचानते है। अमेरिका की इसी चाहत को साकार करने के लिये पाकिस्तान सरकार ने अचानक युद्धस्तर पर इमरान खान पर अंकुश लगाने के लिये आक्रामक कदम उठाये। इमरान खान के आवास पर आज पाकिस्तान पुलिस के हमले से पाकिस्तानी हुक्मरानों की यह योजना खुद ही बेनकाब हो गयी कि पाकिस्तान एक बार फिर अमेरिका के पाले में जा कर उसका प्यादा बनने के लिये बैताब है। पाकिस्तानी हुक्मरान जानते हैं कि अमेरिका, इमरान खान के अमेरिका से विश्वासघात करने के कृत्य को किसी भी सूरत में माफ करने के लिये तैयार नहीं है। पाकिस्तान के गठन के बाद इमरान खान पहला पाकिस्तानी शासक रहा जो सत्तारूढ तो अमेरिका की कृपा से हुआ परन्तु सत्तासीन होने के बाद उसने अमेरिका विरोधी चीन को अपना आका बना कर अमेरिका से विश्वासघात करने का काम किया। उससे अमेरिका इमरान को किसी भी सूरत में माफ करने को तैयार नहीं है। अमेरिका ने पाकिस्तान में इमरान के बेताज किया। ऐेसा आरोप इमरान बिना नाम लिये लगाते रहे। इसमें सच्चाई भी है कि इमरान खान को भी मालूम है कि पाकिस्तान की सर्वशक्तिमान सेना सहित पूरे तंत्र पर अमेरिका की गहरी पकड है। जिस सेना ने  इमरान को सत्तासीन कराया, बाद में अमेरिका की इच्छा को साकार करने के लिये पाकिस्तानी सेना ने इमरान को बेताज करके नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ को सत्तासीन करके नवाज की वापसी  की राह बना दी। अब पाकिस्तान तडफ रहा है अमेरिका की सहायता के लिये। जब पाकिस्तान को विश्व बैक आदि संस्थानों से भी वाजिब मदद नहीं मिली तो पाकिस्तानी शासको को भरोसा  है कि अमेरिका, पाकिस्तान को बर्बादी की गर्त से अपनी सहायता देकर पहले की तरह अवश्य उबारेगा। ऐसा संकेत अमेरिका के शासकों ने पाकिस्तान को दे भी दिया। इसी संकेतों को साकार करने के लिये  पाकिस्तानी शासकों ने इमरान को बलि का बकरा बनाने का निर्णय ले लिया। यह किस रूप से होगा। यह चंद दिनों  में जग जाहिर हो जायेगा। परन्तु यह तय है कि पाकिस्तानी शासक अमेरिका का प्यादा बनने के लिये इमरान खान को बलि का बकरा बनाकर ही छोडेंगे। जिसे देख कर विश्व का स्वयंभू थानेदार अमेरिका मुगेम्बो की तरह खुश होकर अपनी तिजोरी खोल कर कंगाली व दिवालिया पन से पाकिस्तान को उबारेगा।
भले ही अमेरिका व उसके नाटो देश जानते है कि पाकिस्तान  विश्व भर में आतंक की फेक्टरी बन चूका है। संसार भर में पाकिस्तानी आतंकी आतंक से विश्व शांति को नष्ट कर रहे है। इसके बाबजूद अमेरिका अपने स्वार्थ के खातिर पूर्व की तरह एक बार फिर आतंकी पाकिस्तान को संरक्षण दे कर विश्व को आतंक की भट्टी में धकेलना का कुकृत्र्य करेगा। भारत सरकार सब कुछ जानते हुये भी अमेरिका के इस  कृत्य को पहले की तरह नजरांजाद करने के लिये विवश होगी।

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