देश व कांग्रेस के लिए आत्मघाती साबित हो रहा है आतंकवाद पर मूक व पीड़ित हिंदू धर्म पर बार बार निशाना साधने वाला राहुल गांधी का दाव
भाजपा द्वारा राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का अंध विरोध अलोकतांत्रिक
देवसिंह रावत
मोदी सरकार, संघ व भाजपा पर देश में नफरत फैलाकर कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के आलाकमान राहुल गांधी की कन्याकुमारी से श्रीनगर तक जाने वाली बहुचर्चित भारत जोड़ो यात्रा के आज 24 दिसंबर 2022 को दिल्ली पहुंचने पर एक बार फिर राहुल गांधी ने भाजपा संघ व मोदी सरकार पर देश में नफरत फैलाने के साथ किसानों व्यापारियों व युवाओं के हितों पर वज्रपात का आरोप लगाया। इसके साथ राहुल गांधी ने मोदी सरकार प्रदेश की सीमाओं की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि चीन ने भारत की 2000 वर्ग किलोमीटर जमीन कब्जा कर ली है।
दूसरी तरफ राहुल के आरोपों को सिरे से नकारते हुए भारतीय जनता पार्टी ने राहुल के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए राहुल गांधी पर प्रत्यारोप लगाया कि वह खुद नफरत की मानसिकता से ग्रसित है।
राहुल गांधी की इस यात्रा पर मची सियासी धमाल को देखकर देश का आम प्रबुद्ध जनमानस स्तब्ध है। जहां राहुल गांधी, मोदी सरकार कार्यों व नाकामयाबियों पर प्रहार करते हुये बार-बार हिंदू धर्म व संघ पर अकारण ही प्रहार करने की भूल कर कांग्रेस को देश के हितों पर वज्रपात कर रहे हैं। इसके साथ राहुल गांधी को समझना ही होगा कि भारतीय भाषाओं की प्रति हेय दृष्टिकोण व अंग्रेजी के लिए अंध प्रेम से उनकी गुलाम मानसिकता को अब स्वाभिमान भारत के लोग किसी भी सूरत पर स्वीकार नहीं करेंगे।
राहुल गांधी जहां देश की विभाजन कारी मनोवृति व आतंकवाद पर प्रहार करने से तो बचते रहते हैं। वहीं वह शताब्दियों से विदेशी आक्रांताओं से पीड़ित हिंदू धर्म पर बार-बार प्रहार करके देश व कांग्रेस की जड़ों में मट्ठा डालने का ही काम कर रहे हैं। इससे जनता में वह कांग्रेस विरोधी दल यह संदेश देने में सफल हो जाते हैं कि कांग्रेस अंध तुष्टिकरण कर रही है। विशेषज्ञों को इस बात की हैरानी है कि आखिर क्यों राहुल गांधी 2014 में कांग्रेस की पराजय के बाद गठित एंथनी कमेटी की रिपोर्ट को नजरअंदाज कर बार-बार वही गलती दोहरा रहे हैं। 2014 के बाद इसी कारण कांग्रेस देश की अधिकांश भूभाग से राजनीतिक रूप से विलुप्त सी हो गई है। कई बार तो ऐसा लगता है कि राहुल गांधी मोदी शाह के जाल में फंसकर कांग्रेस मुक्त भारत बनाने की कार्य में लगे हुए हैं। क्योंकि जितनी बार राहुल हिंदू धर्म पर निशाना साधेंगे, उतना कांग्रेस का जनाधार देश में निरंतर सिकुड़ता रहेगा। अगर राहुल गांधी कांग्रेस को देश के हित में काम करना चाहते हैं तो वे सरकार के गलत व जन विरोधी कार्यों पर तो प्रहार करें पर हिंदू धर्म पर अकारण ही प्रहार ना करें।
राहुल गांधी को वामपंथियों द्वारा भी की गई दशकों पुरानी इसी आत्मघाती भूल में तुरंत सुधार करना चाहिए। अन्यथा कांग्रेस भी वामपंथियों की तरह देश की राजनीति से विलुप्त हो जाएगी।
वहीं देश की सत्ता में आसीन भारतीय जनता पार्टी भी विपक्षी पार्टी की जनसंपर्क यात्रा का अकारण ही विरोध करके अपने अलोकतांत्रिक मानसिकता का परिचय दे रही है। बेहतर होता कि राहुल गांधी की यात्रा से प्रेरणा लेकर सत्तारूढ़ दल सहित सभी दल, अपने पंचतार व हवाई नेताओं को अपने अपने क्षेत्र, प्रदेश व देश की विभिन्न स्थानों की जनसंपर्क यात्रा करने का निर्देश देते। हकीकत यह है कि आज सभी दलों के नेता जनता से कटे रहते हैं। दशकों से गांधी व चंद्रशेखर की तरह नेताओं ने देश में ऐसी यात्राएं नहीं निकाली थी। इन यात्राओं से जहां नेताओं का जनता से जुड़ाव होता है। वहीं उन्हें आम जनमानस की हकीकत का भी भान होता है।
उल्लेखनीय है कि 150 दिनों तक चलने वाली राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 12 राज्यों में 3570 किलोमीटर लंबी है। राहुल गांधी की इसी भारत जोड़ो यात्रा के दिल्ली के में प्रवेश करने के बाद जहां महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की वहीं उन्होंने भाजपा के शिखर नेता रहे अटल बिहारी वाजपेई की समाधि पर भी पुष्पांजलि अर्पित करके एक प्रकार से भाजपा पर करारा प्रहार करेंगे।लाल किले में आयोजित अपनी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में कहां लिखा है कि कमजोर को मारो? बीजेपी सरकार में डर फैलाया जा रहा है। हर समय देश में हिंदू मुस्लिम कराया जा रहा है। यह मोदी की नहीं अडॉनी अंबानी की सरकार है ।प्रधानमंत्री की लगाम लगी हुई है भारत जोड़ो यात्रा तोड़ने की कोशिश कर रही है सरकार
प्रधानमंत्री ने गलत जीएसटी लागू की। मैंने गीता उपनिषद पढी, कहां लिखा है हिंदू धर्म में की कमजोर को मारो। 24 घंटे डर फैलाने में लगी है सरकार। यात्रा में कुत्ते गाय सभी आये पर कोई हिंसा नहीं हुई। प्रधानमंत्री पर लगाम लगी हुई है। मेरी छवि खराब करने के लिए बीजेपी ने करोडों रुपए खर्च किये। मैं अपने ऊपर लगाये आरोपों पर मौन रहा।चीन ने 2000 वर्ग किमी हमारी जमीन कब्जा किया। राहुल गांधी ने सवाल किया कि अगर घुसा नहीं तो चीन से बातचीत क्यों कर रही है सरकार। चीन से मुकाबला भारत कर सकता है। हमें मेड इन चाइना की जगह मेड इन इंडिया चाहिए ।यात्रा का लक्ष्य भारत को जोड़ना है नफरत को भारत से मिटाने की जरूरत है। राहुल की यात्रा में जुड़े कमल हसन पर सियासत शुरू कमल हसन का जुड़ना भाजप संयोग नहीं प्रयोग है। भाजपा के प्रवक्ता ने कहा यह भारत जोड़ो नहीं भारत तोड़ो यात्रा है। कमल हसन कश्मीर और हिंदुओं के खिलाफ है। राहुल ने कहा कि नफरत के बाजार में प्यार की दुकान खोलना है। बीजेपी नफरत फैलाती है और हम प्यार।
देश का युवा पकौड़े चलने के लिए मजबूर है। प्रधानमंत्री पर लगाम मैंने अपने ऊपर आरोपों पर चुप्पी साधी चीन ने 2000 किमी हमारी जमीन चिड़िया अगर गुस्सा नहीं तो चीन से वार्ता क्यों हो रही है चीन से मुकाबला भारत कर सकता है छोटे व्यापारियों को बैंक मदद नहीं मिलती।
कांग्रेसी नेता राहुल गांधी के आरोपों का प्रत्यारोप उत्तर देते हुए भाजपा नेता रविशंकर ने कहा कि किस धार्मिक विद्वेष की बात कर रहे हैं राहुल? राहुल गांधी सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं ।गरीबों का मजाक बनाना कांग्रेस की आदत है। हिंदू धर्म पर बेवजह बयान क्यों देते हैं। राहुल क्या राहुल गांधी बनारसी व उज्जैन गए? कश्मीर से धारा 370 भी मोदी सरकार ने हटाई। हिंदू धर्म, पर बेवजह प्रहार क्यों? राहुल गांधी की सोच में नफरत भरी है। पहले अपनी पार्टी को जोड़ने का काम करें।
राहुल बेवजह हिंदू धर्म पर बयान क्यों देते हैं राहुल?