भारत के प्रथम विक्टोरिया क्रॉस सम्मान विजेता स्व. दरबान सिंह नेगी की स्मृति में खेंतौली खाल में तीन दिवसीय शौर्य महोत्सव का शुभारंभ
देवसिंह रावत
प्रथम विश्वयुद्ध में अपनी अद्वितीय वीरता से ब्रिटेन के राजा किंग जॉर्ज का दिल जीतने वाले गढ़वाल राइफल के जांबाज दरबान सिंह नेगी को स्वयं राजा जार्ज ने
ब्रिटेन में वीरता का यह सर्वोच्च पदक विक्टोरिया क्रॉस से युद्ध क्षेत्र में जाकर पहले भारतीय सैनिक को सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि मित्र राष्ट्रों की तरफ से जहां ब्रिटेन अगवाई कर रहा था। वही शत्रु राष्ट्रों की तरफ से जर्मन, इटली व जापान आदि देश विश्वयुद्ध में उतरे हुए थे। फ्रांस की मूर्ति में ब्रिटिश सेना के नेतृत्व में मित्र सेना राष्ट्रों की सेना को जर्मन की सेना ने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी थी। फ्रांस में जर्मन सेना की कड़ी चुनौती को ध्वस्त करके वाले प्रथम विक्रटोरिया क्रास दरबान सिंह नेगी व उनके गढवाल रायफल के जांबाजों ने अपनी वीरता से हिटलर सेना के नापाक इरादे विफल कर दिया।
प्रथम विक्टोरिया पदक विजेता दरबान सिंह नेगी के सम्मान में उनकी वीरता को भावी पीढियों को स्मरण कराने के लिए उत्तराखंड सरकार के मुखिया त्रिवेंद्र रावत ने गत वर्ष से ही उनके पैतृक गांव कफातीर से लगे सैंज खतौली के विशाल मैदान में हर साल तीन दिवसीय राजकीय शौर्य महोत्सव आयोजित करने का ऐलान किया।
हालांकि इस साल भी शौर्य महोत्सव समिति ने वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस महोत्सव का शुभारंभ करने का अनुरोध किया था। परंतु चुनावी वर्ष में गोचर मेले जैसे विशाल मेले का आयोजन रद्द करने वाले मुख्यमंत्री धामी को समाज व जनता से जुड़े मेलों के राजनीतिक महत्व का एहसास ही नहीं है।
23 नवंबर से 25 नवंबर तक चलने वाले ईश्वर महोत्सव का शुभारंभ आज स्थानीय विधायक मुन्नी देवी शाह ने किया। उन्होंने दरबान सिंह नेगी की वीरता का स्मरण करते हुए उनकी पावन स्मृति को सादर नमन किया ।
इस अवसर पर कडाकोट( नारायण बगड- चमोली) क्षेत्र की जनता को संबोधित करते हुए विधायिका ने कहा कि दरबान सिंह नेगी जी ने युद्ध में वीरता का परचम लहराते हुए भारत का नाम रोशन किया , वहीं चमोली जनपद के विकास में कर्णप्रयाग में शिक्षालय ( वर्तमान में वार मैमोरियल कॉलेज की स्थापना) व कर्णप्रयाग तक रेल लाइन के पीछे उनकी मांग महत्वपूर्ण रही।
इस अवसर पर विधायिका ने खुले मंच से महिलाओं से आवाहन किया कि वे शराब के खिलाफ एकजुट होकर उत्तराखंड को बचाने के लिए आगे आएं।
उन्होंने दुख प्रकट किया कि आज गांव में हमारी नई पीढ़ी शराब से बर्बाद हो रही है इसके लिए खासकर जनप्रतिनिधियों व महिलाओं को शिक्षित लोगों को इसके लिए आगे आना पड़ेगा।
इस अवसर पर विधायक का मुन्नी देवी ने अफसोस प्रकट किया कि 2 साल पहले उन्होंने खुले मंच से घोषणा की थी कि जिस भी गांव की महिला संगठन अपने गांव की शादी विवाह सहित सभी समारोह में सार्वजनिक रूप से शराब बंदी कराने में सफल रहेगी उस महिला संगठन को गांव को खुद विधायक ₹100000 इनाम देगी। परंतु अभी तक एक गांव भी इस एलान का लाभ नहीं उठा पाया।
उन्होंने कहा कि शराब दीमक की तरह हमारी पूरी समाज को पथभ्रष्ट कर देता है इसी कारण लड़ाई झगड़े व अशांति का वातावरण फैला हुआ है। इस अवसर पर उन्होंने सार्वजनिक व निजी समारोह में शराब के प्रचलन को समाज पर कलंक बताया। इस अवसर पर उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों व जागरूक समाजसेवियों से इस अभियान में जुटने का भी आवाहन किया।
इस महोत्सव में इस मौके छात्र-छात्राओं व महिलाओं ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
इस शौर्य समारोह में दरवान सिंह नेगी जी के गांव कफातीर, सैंज,चिरखुन,जाख पाटिट्यों,कोठुली,कोथरा,सुनभी,भुल्क्वाणी,सतगड,ग्वाड,भटियाणा,कोट,मन्या,लोदला, ब्यथरा,रैंस, चौपता,भंगोटा,डूंगरी,जाख आदि गाँव के लोग बडी संख्या में इस समारोह में सम्मलित होते हैं।
अवसर पर महिला मंगल दल चोपता, रैंस, तुनेड़ा की महिलाओं और छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस अवसर पर कृषि विभाग, उद्यान विभाग, आजीविका, स्वास्थ्य, ग्राम्य विभाग ने अपने स्टॉल लगाए हैं। इस मौके पर मेला अधिकारी एसडीएम सुधीर कुमार, खण्ड विकास अधिकारी मदन सिंह, नायब तहसीलदार हरीश पाण्डे, भुवन नौटियाल, डॉ. हरपाल सिंह, वॉर मेमोरियल कमेटी के अध्यक्ष लखपत सिंह, गंभीर सिंह नेगी, संजय नेगी, यशपाल सिंह, दर्शन सिंह समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
वहीं, 24 नवंबर को महिला मंगल दलों, युवक मंगल दलों, संस्कृति विभाग की टीम एवं विद्यालयों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम, वाद-विवाद, निबंध, खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। 25 नवंबर को गायक किशन महिपाल एवं उनकी टीम प्रस्तुति देगी।