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5 लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों ने किये चार धाम के दर्शन, श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हुए,

उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2021
•197056 तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम पहुंचे।
•पांच लाख रिकार्ड तीर्थयात्री चारधाम पहुंचे
20 क्विंटल फूलों से सजाया गया बदरीनाथ मंदिर।
श्री बदरीनाथ 21 नवंबर (प्याउ)। 20 नवम्बर को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो गये। वहीं 21 नवम्बर को आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, श्री उद्धव जी श्री कुबेर जी के साथ रावल जी का पांडुकेश्वर प्रस्थान हुआ।

20 नवम्बर को कपाट बंद होने के दिन 4366 तीर्थ यात्रियों ने श्री बदरीनाथ धाम के दर्शन किये है। इस यात्रा वर्ष श्री बदरीनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 197056 रही।
बदरीनाथ धाम से देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो चुके है।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आज 20 नवंबर को शीतकाल हेतु बंद हो गये। इस अवसर हेतु बदरीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश ने श्री बदरीनाथ मंदिर को 20 क्विंटल विभिन्न गेंदा गुलाब, कमल,आदि फूलो पत्तियों से सजाया गया था। चारधामों में पांच लाख रिकार्ड श्रद्धालु पहुंचे है जिनमें से श्री बदरीनाथ धाम 197056,श्री केदारनाथ 242712, श्री गंगोत्री 33166, श्री यमुनोत्री 33306 तीर्थयात्री पहुंचे है चार धाम पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 506240 है।

आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, श्री उद्धव जी श्री कुबेर जी के साथ रावल जी का पांडुकेश्वर प्रस्थान हुआ।

श्री बदरीनाथ धाम 21 नवंबर आज प्रात:आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी की डोली पांडुकेश्वर/ जोशीमठ प्रस्थान किया।
कल 20 नवंबर को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो गये। जबकि चारधामों में श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री धाम के कपाट पहले ही बंद हो गये। अब शीतकालीन गद्दी स्थलों में पूजा-अर्चना होंगी।

 

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