यह सवाल तब खड़ा हुआ जब दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल ( पूर्व में रहे धरना-नायक) ने उत्तराखंड की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान किया। आपको बता दे की दिल्ली में जिस पार्टी की सरकार है ये वही पार्टी है जिसका दिल्ली में हुए दंगो में क्या कनेक्शन था ये पुरे देश से ज्यादा हमारे पहाड़ के व्यवहार से सीधे, दिमाग से तेज और कर्म की पराकाष्ठा करने वाले लोगो के जहन आज भी ताजा है।
जब से यह न्यूज़ आयी है की आम आदमी पार्टी अब उत्तराखंड की सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। तब से उत्तराखंड के लोगो के अंदर एक रोष सा उत्पन हो गया है।
उत्तराखंड के आम जनमानस की अंतरात्मा आज अपने शरीर में हुए बड़े गहरे घाव में किसी ने नामक मिर्च लगा दी हो ऐसा महसुस कर रही है।
आखिर क्या है इसके पीछे की वजह ?
इस साल के शुरुआत में हुए देश की राजधानी दिल्ली में भीषण दंगे में उत्तराखंड के लाल दिलबर नेगी की जिस प्रकार से निर्मम और रूह कपा देने वाली हत्या की गयी। उसका दृश्य उत्तराखंड के प्रत्येक निवासी को याद है।और यह बात भी हम सबको पता है की कैसे आम आदमी के पार्षद ताहिर हुसैन ने कैसे दिल्ली में उसने करोडो रुपये लगा कर दंगे कराये।( जिसमे हमारे दिलबर नेगी की चार्ज शीट के अनुसार दिलबर नेगी को पकड़ने के बाद भीड़ ने, उसे हथियारों से काटा और फिर आग में फेंक दिया।) कुछ हफ्तों तक आम आदमी पार्टी ने अपने इस पार्षद को बचने में कोई कसर नई छोड़ी लेकिन इनको लग गया की अब इससे दाल नी गलने वाली तो इन्होने उसको अपनी पार्टी से निकल दिया।आपको बता दे की दिलबर नेगी की हत्या का मास्टरमाइंड 27 वर्षीय शिव विहार निवासी मोहम्मद शहनवाज पहले ही पुलिस की गिरफ्त में है।
जिस पार्टी के शासन में देश की राजधानी में लगभग 53 लोगों की मौत और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। अब ऐसी पार्टी की नजर हमारे देव भूमि पर गीद की तरह पड़ गयी है। तो अब हमारे पहाड़ के लोगो को इस पार्टी को फरवरी 2022 में जो विधानसभा चुनाव होंगा उसमें इस पार्टी को उत्तराखंड की जमीन से ठीक उसी प्रकार उखाड़ फेकना होगा। जिस प्रकार हमारे गांवो में पहाड़ के लोगो बांसिल के पौधे को उखाड़ फेकते है।