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भारत ने 2 करोड़ से भी अधिक ‘कोविड टेस्‍ट’ का नया रिकॉर्ड बनाया

4अगस्त 2020 को  भारत में कोरोना पीडितों की संख्या 1858689    और 39002मरे


प्रति दस लाख आबादी पर कोविड टेस्ट की संख्या बढ़कर 14640 के आंकड़े को छू गई 

विश्व में कोरोना महामारी से पीड़ित- 18468075 और 697912मरे

4 अगस्त 2020
नई दिल्ली  से प्याउ/पसूकाभास

4अगस्त 2020 को कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने के लिए छिडे महासंग्राम के दौरान जो आंकडे बताये जा रहे हैं, उनके अनुसार. विश्व में कोरोना महामारी के पीड़ितों की संख्या   18468075है। वहीं मृतकों की संख्या   697912है। तथा इस महामारी से उबरे लोगो की संख्या   11696109 है। कोरोना महामारी से सबसे अधिक मरने वालों में अमेरिका में 158967 , ब्राजील 94702 ,मैक्सिको 48012, रूस 14351   , ब्रिटेन 46210 , इटली35166 ,फ्रांस 30294    व स्पेन 28472            है।
वहीं दूसरी तरफ भारत में कोरोना महामारी से पीडितों की संख्या 1858689      तथा    उपचार के बाद 1231682     लोग स्वस्थ हो गये। इस महामारी से 39002 लोग मारे गये। भारत में कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने के लिए देश की सरकारें क्या क्या कदम उठा रही है।
भारत मे सभी राज्यों व केन्द्र प्रशासित क्षेत्रों में कोरोना महामारी व इस पर अंकुश लगाने की स्थिति कैेसी है। इसके बारे में भारत सरकार की पत्र सूचना कार्यालय द्वारा 3अगस्त 2020 को जारी विज्ञप्ति के अनुसार

भारत में कोविड-19 से अब तक एक दिन में सबसे अधिक 51,255 मरीज ठीक हुए।

कोविड-19 से ठीक होने वाले लोगों की संख्या करीब 11.5 लाख हुई।

ठीक होने (रिकवरी) की दर बढ़कर 65.44 प्रतिशत हो गई।

कोरोना के मामलों में मृत्यु दर में निरंतर गिरावट जारी है और यह 2.13 प्रतिशत है।

सक्रिय मामले (5,67,730) कुल मामलों का 32.43 प्रतिशत हिस्सा है।

डॉ. हर्षवर्धन ने सार्स-कोव-2 के पहले संपूर्ण भारत 1000 जीनोम सेक्वेंसिंग के सफल समापन की घोषणा की।

    

भारत ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर अब तक 2,02,02,858 कोविड-19 सैंपल का परीक्षण (टेस्‍टिंग) सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। यह कोविड-19 से निपटने के लिए केंद्र के मार्गदर्शन में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा इस अत्‍यंत कारगर रणनीति को अपनाने से ही संभव हो पाया है – ‘आक्रामक तरीके से परीक्षण करें, मरीज के संपर्क में आए लोगों का कुशलतापूर्वक पता लगाएं और तुरंत आइसोलेट एवं उपचार करें’। इस दृष्टिकोण पर प्रभावकारी ढंग से अमल करने से देश भर में टेस्‍टिंग क्षमता काफी बढ़ गई है और इसकी बदौलत लोगों के व्यापक कोविड परीक्षण में भी काफी आसानी हो रही है।

पिछले 24 घंटों में 3,81,027 सैंपल का परीक्षण होने के साथ ही टेस्ट प्रति मिलियन (टीपीएम) की संख्या बढ़कर 14640 के आंकड़े को छू गई है। मौजूदा समय में, भारत में प्रति मिलियन कोविड टेस्‍टिंग की संख्‍या 14640 है। देश भर में टीपीएम में निरंतर वृद्धि का रुख देखा जा रहा है जो तेजी से विस्‍तृत होते टेस्‍टिंग नेटवर्क को दर्शाता है। एक और विशेष बात यह है कि 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में प्रति मिलियन आबादी पर कोविड टेस्‍ट की संख्‍या राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक आंकी गई है।

 

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देश में टेस्टिंग लैब नेटवर्क निरंतर विस्‍तृत एवं मजबूत हो रहा है। देश भर में 1348 लैब हैं जिनमें से 914 लैब सरकारी क्षेत्र में और 434 लैब निजी क्षेत्र में हैं। इनमें निम्‍नलिखित शामिल है:

 

• वास्तविक समय में आरटी पीसीआर आधारित टेस्टिंग लैब: 686 (सरकारी 418 + निजी: 268)

• ट्रूनैट आधारित टेस्टिंग लैब : 556 (सरकारी: 465 + निजी: 91)

• सीबीनैट आधारित टेस्टिंग लैब: 106 (सरकारी: 31 + निजी: 75)

 

 

 

भारत में कोविड-19 से अब तक एक दिन में सबसे अधिक 51,255 मरीज ठीक हुए; कोविड-19 से ठीक होने वाले लोगों की संख्या करीब 11.5 लाख हुई; ठीक होने (रिकवरी) की दर बढ़कर 65.44 प्रतिशत हो गई; कोरोना के मामलों में मृत्यु दर में निरंतर गिरावट जारी है और यह 2.13 प्रतिशत है

भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 51,000 से अधिक मरीज ठीक हुए हैं। 51,225 मरीजों के ठीक होने और उन्हें अस्पातल से छुट्टी मिलने के साथ ही कोविड-19 से ठीक होने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 11,45,629 हो गई है। पिछले 24 घंटों में एक दिन के दौरान अब तक सबसे अधिक मरीजों के ठीक होने के साथ ही इस बीमारी से ठीक होने की दर अब तक की सबसे अधिक 65.44 प्रतिशत हो गई है। इसका मतलब है कि अब कोविड-19 के अधिक से अधिक मरीज ठीक हो रहे हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दी जा रही है। पहली बार 10 जून 2020 को इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या इसके सक्रिय मामलों की संख्या से 1,573 अधिक थी जो आज की तारीख में बढ़कर 5,77,899 हो गई है। भारत में अभी सक्रिय मामलों का ही वास्तविक भार है और वर्तमान में सक्रिय मामले (5,67,730) कुल मामलों का 32.43 प्रतिशत हिस्सा है। सभी सक्रिय मामले अस्पतालों में और घरेलू आइसोलेशन में चिकित्सकीय देख-रेख में हैं। वैश्विक औसत की तुलना में भारत में मृत्यु दर (सीएफआर) सबसे कम में से एक है जो 2.13 प्रतिशत है।

 

डॉ. हर्षवर्धन ने सार्स-कोव-2 के पहले संपूर्ण भारत 1000 जीनोम सेक्वेंसिंग के सफल समापन की घोषणा की

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने कल सार्स-कोव-2 के पहले संपूर्ण भारत 1000 जीनोम सेक्वेंसिंग के सफल समापन की घोषणा की। उन्होंने जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) के साथ एक बैठक की तथा डीबीटी, जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (बीआईआरएसी) तथा डीबीटी-स्वायत्तशासी संस्थानों (एआई) की कोविड-19 गतिविधियों की समीक्षा की। बैठक के दौरान, डॉ. हर्षवर्धन ने जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा रिकॉर्ड समय में स्थापित पांच समर्पित कोविड-19 बायो रिपोजिटरीज के सबसे बड़े नेटवर्क को लॉन्च किया तथा राष्ट्र को समर्पित भी किया। ये हैं-ट्रांसनेशनल हेल्थ साइंस एवं टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (टीएचएसटीआई) फरीदाबाद, इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंस (आईएलएस) भुवनेश्वर, इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज (आईएलबीएस) नई दिल्ली, नेशनल सेंटर फॉर सेल साइंस (एनसीसीएस) पुणे एवं इंस्टीट्यूट फॉर स्टेम सेल साइंस एवं रिजेनेरेटिव मेडिसिन (इनस्टेम) बेंगलुरु। उन्होंने ‘इस महामारी को कम करने के लिए अनथक युद्ध’ में डीबीटी के प्रयासों की सराहना की।

 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े हैकाथॉन के ग्रैंड फिनाले के प्रतिभागियों के साथ बातचीत की

स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के ग्रैंड फिनाले में बोलते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि छात्र देश के सामने आने वाली चुनौतियों के कई समाधानों पर काम कर रहे हैं। समस्याओं के समाधान देने के साथ ही यह डेटा, डिजिटलीकरण और हाई-टेक भविष्य को लेकर भारत की आकांक्षाओं को भी मजबूत करता है। नई शिक्षा नीति पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इसे 21वीं सदी के युवाओं की सोच, जरूरतों, उम्मीदों और आकांक्षाओँ को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक नीति का दस्तावेज नहीं है बल्कि 130 करोड़ से ज्यादा भारतीयों की आकांक्षाओं का प्रतिबिम्ब भी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वैसे तो नीति लोकल (स्थानीय) पर केंद्रित है, पर वैश्विक एकीकरण पर भी समान रूप से ध्यान दिया गया है। शीर्ष वैश्विक संस्थानों को भारत में परिसर खोलने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। इससे पहले, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (सॉफ्टवेयर)-2020 के चौथे संस्करण के ग्रैंड फिनाले का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हमारे देश में डिजिटल डिवाइड को पाटने के लिए  डिजिटल इंडिया की परिकल्पना की है और विकास को व्यापक जन आंदोलन बनाने और भारत में सभी की पहुंच में शासन को स्थापित करने के लिए डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा दिया है। हम सभी वर्तमान कोविड-19 महामारी के दौरान डिजिटल इंडिया की पहल से मिलने वाले लाभों के गवाह बन रहे हैं।

 

जेएनसीएएसआर के वैज्ञानिकों ने महामारी में महत्वपूर्ण संसाधनों का अनुमान लगाने और उसकी रणनीति बनाने के लिए मॉडल विकसित किया

महामारी के शुरुआती चरण में किसी देश में स्वास्थ्य व्यवस्था को ऐसे हालात का सामना करना पड़ता है जहां उससे कोई बच नहीं सकता है-ऐसे में संक्रमित लोगों की विशिष्ट और सटीक टेस्टिंग की आवश्यकता होती है ताकि उन्हें आइसोलेट किया जा सके। ऐसे में टेस्ट को लेकर सप्ताह या महीने में अग्रिम तौर पर संक्रमितों लोगों की संख्या का अनुमान लगाने की जरूरत होती है। और फिर, इन आंकड़ों का उपयोग देश के प्रत्येक जिले में स्वास्थ्य सेवा सूची आवश्यकताओं का पूर्वानुमान लगाने के लिए किया जाना चाहिए। लेकिन पूर्वानुमानों को लेकर कौन सा मॉडल अपनाया जाए, अगर मॉडल के इनपुट अनिश्चित मापदंडों पर मिल रहे हो तो? विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त संस्थान जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च (जेएनसीएएसआर) और भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएस) के वैज्ञानिकों ने इस समस्या के समाधान के लिए एक मॉडल तैयार किया है जिसका उदाहरण के तौर पर कोविड-19 के शुरुआती चरण में इस्तेमाल किया जा रहा है।

 

 नितिन गडकरी ने अगरबत्ती उत्पादन क्षेत्र में भारत को आत्म-निर्भर बनाने के लिए एक नई योजना को मंजूरी दी

केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने अगरबत्ती उत्पादन में भारत को आत्म-निर्भर बनाने के लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) द्वारा प्रस्तावित एक अद्वितीय रोजगार सृजन कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है। ‘खादी अगरबत्ती आत्म-निर्भर मिशन’ नाम के इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश के विभिन्न हिस्सों में बेरोजगारों और प्रवासी श्रमिकों के लिए रोजगार पैदा करना और घरेलू अगरबत्ती उत्पादन में पर्याप्त तेजी लाना है। इस योजना को दो प्रमुख फैसलों– अगरबत्ती के कच्चे माल पर आयात प्रतिबंध और बांस के डंडों पर आयात शुल्क में बढ़ोत्तरी- को देखते हुए बनाया गया।

 

रेल मंत्रालय ने पहली बार 2320 सेवानिवृत्त पदाधिकारियों के लिए आभासी सेवानिवृत्ति समारोह का आयोजन किया

रेल मंत्रालय ने अपनी तरह के पहले आयोजन में 31 जुलाई, 2020 को सेवानिवृत्त हुए भारतीय रेलवे के अधिकारियों/कर्मचारियों के लिए एक आभासी (वर्चुअल) सेवानिवृत्ति समारोह का आयोजन किया। यह एक ऐसा विशिष्टम आयोजन था, जिसमें सभी जोन/डिवीजनों/उत्पादन इकाइयों को एक ही प्लेटफॉर्म पर अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ जोड़ा (कनेक्ट) गया था। इस अवसर पर श्री पीयूष गोयल ने कहा, ‘यह खुशी और गम का दिन है। यह खुशी का अवसर इसलिए है क्योंकि इन पदाधिकारियों ने विभिन्न क्षेत्रों में, विभिन्न पदों पर, विभिन्न दायित्वों के निर्वहन के लिए लंबी अवधि तक अपनी सेवाएं प्रदान की हैं। पिछले कुछ वर्षों में रेलवे ने अपनी कार्यशैली में उल्ले्खनीय सुधार दर्शाया है। कोविड काल में मालगाड़ियों, पार्सल गाड़ियों, श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों का परिचालन किया गया। रेलवे ने महामारी के दौरान देश की सेवा के लिए अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए हैं। रेल कर्मचारी कोरोना योद्धाओं से कमतर नहीं हैं। मैं कोविड के खिलाफ लड़ाई के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने के लिए कर्मचारियों की सराहना करता हूं।’

 

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