* उत्तराखंड आवास विकास परिषद 15 आवासीय विकास परिषद में चल रहा है काम*
*तीन आवासीय कंपनियों में बनाया जा रहा है 704 फ्लैट*
प्यारा उत्तराखंड डाट काम
देहरादून। सर के ऊपर पक्की छत का सपना, हर कोई देखता है। जमीन से लेकेर निर्माण की लागत के कारण लाखों लोग इस सपने को पूरा करने से पहले ही रह जाते हैं। उत्तराखंड आवास विकास परिषद और एमडीडीए इसी क्रम में निर्बल आय वर्ग वाले परिवार के लिए करीब 16 हजार आवासीय आवास का निर्माण करा रहे हैं।
उत्तराखंड आवास विकास परिषद राज्य बनने के बाद पहली बार अपने आवासीय विकास परिषद पर काम कर रही है। काउंसिल 15 निजी किरायेदारों के साथ तैयारी कर रही है, जिसमें कुल 12,856 आवास शामिल हैं। जबकि शेष पांच संबंधित विकास प्राधिकरणों द्वारा विकसित किया जा रहा है, प्राधिकरणों के माध्यम से कुल 3104 आवास तैयार किए जा रहे हैं। अपर कमिश्नर हाउसिंग पीसी दुमका के अनुसार अब तक निजी भागीदारी के साथ 1760 घर टूटे हुए बिल्डरों को बेचा जा चुका है, जबकि 14635 आवासों का आवंटन भी चुकाया जा चुका है। शेष लक्ष्य कीबोर्ड मार्च 2025 तक पूरा होने वाला है।
*लाभार्थी को सशक्त लाख में घर देखने को मिलता है*
योजना के तहत निजी निवेशक छह लाख रुपये की लागत से दो कमरे, रसोई और शौचालय जैसी सुविधा से युक्त घर तैयार करते हैं, जिसमें उन्हें केदार और राज्य सरकार की मंजूरी से पांच लाख रुपये की लागत शामिल है। रु. इसमें जमीन निर्माण का सारा खर्च निजी व्यापारी द्वारा उठाया जाता है। योजना के अंतर्गत तीन लाख रुपये से कम वर्ष आय वर्ग वाले आवास में परिवार पात्र होते हैं। साथ ही पात्र परिवार का 15 जून 2015 से पहले उत्तराखंड का निवासी होना भी जरूरी है।
एमडीडीए की तीन इंजीनियरों की
योजना के तहत मसूरी ऑटोमोबाइल डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमडीडीए) के 224 फ्लैटों में 240 फ्लैट वाले बिल्डर्स पूरे हो चुके हैं, जबकि धौलास में 240 फ्लैट मार्च 2025 तक तैयार हो जाएंगे। एमडी उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के कहने पर प्रोजेक्ट के लिए बिल्डरों का चयन किया गया है। तय समय में सभी को फ्लैट की चाबी बदल दी जाएगी।
————————————————
*प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अंत्योदय के लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया, आवास योजना लागू है। इसके तहत आवास में रहने वाले परिवारों को पक्का घर दिया जा रहा है। उत्तराखंड में आवास विकास प्राधिकरण ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।*
*पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री*
—