एक राष्ट्र एक चुनाव से संबद्ध उच्च स्तरीय समिति का राज्य चुनाव आयुक्तों के साथ विचार-विमर्श जारी
भले ही मोदी सरकार एक राष्ट्र एक चुनाव की हुंकार भर रही है। इसी दिशा पूर्व राष्ट्रपति कोविद के नेतृत्व में गठित समिति तेजी से कार्य भी कर रही है। देश के प्रबुद्ध नागरिकों के दिमाग में एक सवाल बार-बार उठ रहा है कि क्या 2024 में लोकसभा चुनाव के साथ मोदी सरकार क्या एक देश एक चुनाव के तहत विधानसभाओं के चुनाव भी करायेगी? इस सवाल पर भारतीय राजनीति के विशेषज्ञ देवसिंह रावत ने दो टूक शब्दों में कहा कि अभी 2024 में यह आसार नहीं हैं। हो सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी तीसरे कार्यकाल में ही यह काम कर देश में इतिहास रचने।
उल्लेखनीय है कि 12फरवरी 2024को एक राष्ट्र एक चुनाव से संबद्ध उच्च स्तरीय समिति (एचएलसी) के अध्यक्ष राम नाथ कोविन्द और समिति के सदस्यों अर्थात् एन.के. सिंह और संजय कोठारी ने एक साथ चुनाव कराने के बारे में राज्य चुनाव आयुक्तों (एसईसी) के विचार जानने के लिए उनके साथ विचार-विमर्श जारी रखा। इस बैठक में विधि सचिव डॉ. राजीव मणि भी उपस्थित थे।
एचएलसी ने महाराष्ट्र के राज्य चुनाव आयुक्त श्री यू.पी.एस. मदान और कर्नाटक के राज्य चुनाव आयुक्त डॉ. बी. बसवराजू के साथ बैठकें कीं, जिनके साथ राज्य चुनाव आयोग की सचिव सुश्री होनम्बा एस. भी उपस्थित थीं।
विचार-विमर्श के दौरान दोनों आयुक्तों ने ऐसे कई मुद्दों को रेखांकित किया, जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि स्थानीय निकायों के चुनाव भी राज्य विधानसभाओं और लोकसभा के साथ ही संपन्न कराए जा सकें।
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