सिल्क्यारा सुरंग दुर्घटना
सिल्कयारा सुरंग ढहने की दुर्घटना में फंसे हुए मजदूरों के बचाव अभियान को सुरक्षित तरीके से पूरा कर लिया गया है। इस दुर्घटना में कोई घायल नहीं हुआ है और न ही किसी की मृत्यु हुई। इस मामले की जांच के लिए एक जांच/विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है।
साल 2019 में सुरंग के इस हिस्से में कोई ढहने/गुहा बनने की घटना नहीं हुई थी। आईआरसी:एसपी:91-2019 (सड़क सुरंगों के लिए दिशानिर्देश) के अनुसार भूमि की उपलब्धता, यातायात की मात्रा, सुरंग की लंबाई और अतिरिक्त लागत जैसे विभिन्न कारकों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन चरण में यातायात सुरंगों के निकट एक अलग सेवा सुरंग पर विचार किया जा सकता है। यह सुरंग को बंद करने की जरूरत के बिना रखरखाव के लिए पहुंच प्रदान करती है। इस सेवा सुरंग का उपयोग आपात स्थिति के दौरान बाहर निकलने के मार्ग के रूप में किया जा सकता है।
सिल्कयारा सुरंग ढहने की जांच के लिए बीआरओ, रेल मंत्रालय, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय व प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के विशेषज्ञों की एक विशेषज्ञ समिति गठित की गई है। इस समिति ने स्थल का दौरा किया है और एक प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत की है। इसके रिपोर्ट के अनुसार संबंधितों को आवश्यक सुरक्षा उपायों के साथ परियोजना को फिर से शुरू करने के लिए जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
यह जानकारी केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में दी।
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