के भारासं को करारी हार व कांग्रेस को जनादेश मिल कर कांग्रेस की लाज रख दी। तेलंगाना की सबसे चर्चित सीट कामारेड्डी पर मुख्यमंत्री केसीआर व कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी चुनावी दे कर पूरे देश का ध्यान अपनी तरफ आकृष्ठ करने में सफल रहे।
इन चुनाव परिणामों से गदगद भाजपाई नेता जहां इसे मोदी के नेतृत्व पर जनता का विश्वास बता रहे हैं। वहीं कांग्रेस इत्यादि विपक्षी दल हस्तप्रद हो कर टूटे मन से चुनाव परिणाम पर जनादेश को स्वीकार करने वाली रस्म अदायगी टिप्पणी कर अपनी निराशा को छुपाने का असफल प्रयास कर रहे है। राहुल गांधी द्वारा जनादेश को स्वीकार करने के साथ विचारधारा की लड़ाई जारी रहेगी कहना एक बात का संकेत है कि कांग्रेस ठोकर पर ठोकर खाने के बाद भी 2014 में हुई पराजय की जांच के लिए बनी एंथोनी कमेटी की जांच रिपोर्ट की सिफारिश को आत्मसात न करके खुद को पतन के गर्त में धकेलने वाली प्रवृत्ति है।
इन 4 विधानसभा चुनाव परिणामों के बारे में अधिकांश खबरिया चैनलों का मतदान के बाद परिणाम का आंकलन समग्रता में चुनाव परिणाम के सामने दम तोड़ता नजर आया। गौरतलब है कि 30 नवम्बर को जैसे ही तेलांगना विधानसभा चुनाव में सांय छ बजे मतदान बंद होने का समय हुआ, वैसे ही देश के प्रमुख खबरिया चैनलों ने इसी माह मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलांगना, छत्तीसगढ व मिजोरम में सम्पन्न हुये 5 राज्यो की विधानसभा मतदान के परिणाम का आंकलन जारी करना षुरू कर दिया। रात साढ़े 9 बजे तक सभी प्रमुख खबरिया चैनलों ने अपना आंकलन जारी करके 3 दिसम्बर को होने वाली मतगणना से पहले इन राज्यों की सत्ता की बागडोर संभालने की आश लगाने वाले राजनैतिक दलों की धडकने तेज कर दी। इन खबरिया चैनलों के मतदान पर आधारित आंकलन के अनुसार राजस्थान, तेलांगना व छत्तीसगढ में कांग्रेस के आसीन होने की प्रबल आसार हैं। वहीं तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुये भाजपा मध्यप्रदेश में आसीन होने के आसार है। वहीं मिजोरम में भी पूर्ववत स्थिति रहेगी पर कांग्रेस भी सत्ता से बाहर रहेगी। इन आंकलनों के बादल 3 मार्च को मतगणना के बाद साफ हो गये। वेसे ऐसी धारण है कि चुनाव मतदान के बाद के चुनावी आंकलन प्रायः सच के करीब रहते है। वहीं मतदान से पहले होने वाले अधिकांश आंकलन पर जनता विश्वास नहीं करती है। क्योंकि ये अधिकांश प्रायोजित व व्यवसायिक होते है।
■ राजस्थान : 199 सीटें
भाजपा : 115 (42%)
कांग्रेस : 69 (40%)
अन्य : 15
■ मध्यप्रदेश : 230 सीटें
भाजपा : 163 (49%)
कांग्रेस : 66 (40%)
अन्य : 1
■ छत्तीसगढ़ : 90 सीटें
भाजपा : 54 (46%)
कांग्रेस : 35 (42%)
अन्य : 1
■ तेलंगाना : 119 सीटें
भाजपा : 8 (14%)
कांग्रेस : 64 (39%)
बी आर एस : 39 (37%)
औवेसी का दल : 7
मतदान के बाद खबरिया चैनलों के चुनावी परिणाम आंकलनों पर एक नजर-मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा क्षेत्रों में
आजतक – एक्सिस माय इंडिया के अनुसार भाजपा को 140-162, कांग्रेस को 68-90 व अन्य को 0-3
वहीं टाइम्स न्यूज के अनुसार भाजपा को 105-117,कांग्रेस 109-125 व अन्य को 1-5
एबीपी सी-वोटर के अनुसार भाजपा को 88-112,कांग्रेस को 113-137 व अन्य को 2-8
रिपब्लिक के अनुसार भाजपा को 118-130, कांग्रेस को 97-107 व अन्य 0-2
न्यूज -24 के अनुसार भाजपा को 139-163, कांग्रेस को 62-86 व अन्य को 1-9
टीवी-9 के अनुसार भाजपा को 110-116, कांग्रेस को 111-121 व अन्य 0-6राजस्थान की 199 विधानसभा सीटों में
आजतक – एक्सिस माय इंडिया के अनुसार भाजपा को 80-100, कांग्रेस 86-106 व अन्य को 9-18
टाइम्स न्यूज के अनुसार भाजपा को 108-128,कांग्रेस 56-72 व अन्य को 13-21
एबीपी सी-वोटर के अनुसार भाजपा को 94-114,कांग्रेस को 71-91 व अन्य को 9-19
रिपब्लिक के अनुसार भाजपा को 115-130, कांग्रेस को 65-75 व अन्य 12-19
न्यूज -24 के अनुसार भाजपा को 77-101, कांग्रेस को 89-113 व अन्य को 2-16
टीवी-9 के अनुसार भाजपा को 100-110, कांग्रेस को 90-100 व अन्य 5-15छत्तीसगढ की ं 90 विधानसभा सीटों में
आजतक – एक्सिस माय इंडिया के अनुसार भाजपा को 36-46, कांग्रेस को 40-50 व अन्य 1-5
वहीं टाइम्स न्यूज के अनुसार भाजपा को 32-40,कांग्रेस 48-56 व अन्य को 2-4
एबीपी सी-वोटर के अनुसार भाजपा को 36-48,कांग्रेस को 41-53 व अन्य को 0-4
रिपब्लिक के अनुसार भाजपा को 34-42, कांग्रेस को 44-52 व अन्य 0-2
न्यूज -24 के अनुसार भाजपा को 25-41, कांग्रेस को 49-65 व अन्य को 0-3
टीवी-9 के अनुसार भाजपा को 35-45, कांग्रेस को 40-50 व अन्य 0-3वहीं 110 विधानसभा सीटों वाली तेलांगना विधानसभा में इस बार कांग्रेस के सत्तासीन होने के आसार थे।
इन दिनों मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छतीसगढ व मिजजोरम में विधानसभा चुनाव का संग्राम छिडा हुआ है। इन चुनाव में इन प्रदेशों की सता पर काबिज होने के लिये राजनैतिक दलों में होड मची हुई है।
गौरतलब है कि 9अक्टूबर 2023 को 12 बजे चुनाव आयोग मध्य प्रदेश,छतीसगढ,राजस्थान,तेलंगाना व मिजोरम विधानसभा चुनाव की घोषणा की। इन चुनाव के लिए 7,17,25 व 30 नवम्बर 2023 को मतदान व 3दिसम्बर को 5राज्यों की मतगणना की गयी। मिजोरम में 7नवम्बर,मप्र में 17नवम्बर, राजस्थान-25नवम्बर व तेलंगाना में 30नवम्बर को एक चरण में मतदान होगा। छत्तीसगढ़ में 7 व 17नवम्बर 2023को दो चरणों में मतदान होगा।पांचों राज्यों की मतगणना 03 दिसंबर को होगी। जिसे मिजोरम में 4 फरवरी को किया जा रहा है।
अक्टूबर 2023 में चुनाव से पहले भाजपा शासित 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा की ताजा स्थित दलवार इस प्रकार से है। भाजपा-127, कांग्रेस-96,बसपा-02,सपा-01 व निर्दलीय-04 विधायक हैं। मध्य प्रदेश में वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं।हालांकि 2018 में हुये विधानसभा चुनाव में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी थी। जिसमें ज्योतिराज सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेसी विधायकों के विद्रोह से प्रदेश में भाजपा की शिवराज चौहान नेतृत्व वाली सरकार सत्तासीन हो गयी।
चुनाव से पहले कांग्रेस शासित 90सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा की ताजा स्थित दलवार इस प्रकार से है।कांग्रेस-68,भाजपा-15,बसपा-02 व अन्य 05 विधायक। मतानुसार कुल मतदान का कांग्रेस-43.02 प्रतिशत, भाजपा-32.97प्रतिशत, बसपा-3.87प्रतिशत व अन्य को 19.25 प्रतिशत मत अर्जित किये।छत्तीसगढ के वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बधेल हैं।
चुनाव से पहले कांग्रेस शासित 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा की ताजा स्थित दलवार इस प्रकार से है।कांग्रेस-100, भाजपा-73, बसपा-06 व अन्य -21 विधायक हैं।राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं।
चुनाव से पहले भारासं शासित 110 सदस्यीय तेलंगाना विधानसभा की ताजा स्थित दलवार इस प्रकार से है।भारासं-86,कांग्रेस-19,एआईएमआईएम-7,तेदेपा-02 व अन्य 02 विधायक। प्रदेश में हुये मतदान का भारासं-46प्रतिशत, कांग्रेस-28.43प्रतिशत,भाजपा -6.98प्रतिशत, एआईएमआईएम-3.15प्रतिशत, तेदेपा-3.15प्रतिशत व अन्य को 11.50 प्रतिशत अर्जित किये।
तेलंगाना के वर्तमान मुख्यमंत्री भारासं के चंद्रशेखर राव हैं।
चुनाव से पहले भाजपा गठबंधन शासित 40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा की ताजा स्थित दलवार इस प्रकार थी।
भाजपा-01, एमएनफ-27, कांग्रेस-04 व अन्य -8 विधायक है। मिजोरम के वर्तमान मुख्यमंत्री जोरमथांगा थे।
विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद प्रदेश में सत्तारूढ़ सरकारों के मुखिया ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ नये मुख्यमंत्री के चयन के लिए विजयी दलों में सरगर्मियां तेज हो गई है।
इस तरह विधानसभा चुनाव 2023 जिसे विपक्षी व सत्तापक्ष 2024 में होने वाले देश के आम चुनाव का सेमीफाइनल मान रहा था, इस समर में भाजपा को मिली संजीवनी। इस संजीवनी के दम पर भाजपा के सम्मुख एकजूट होने से बिखर सा गया विपक्षी गठबंधन इंडिया का मनोबल पर एक प्रकार से बज्रपात करने वाला हुआ।