प्यारा उत्तराखण्ड डांट काम
आज 28नवम्बर को रात 8.00बजे उत्तरकाशी में 12नवम्बर 2023से सुरंग में फंसे 41मजदूरों को 17वें दिन बाहर निकालने में मिली सफलता । सबसे पहले पांच मजदूरों को बाहर निकालने में सफलता मिली। उसके बाद धीरे-धीरे सभी मजदूरों को बाहर निकाला गया।
इस मौके पर भारत के केन्द्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित। मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच करने के लिए चिकित्सकों का एक दल सुरंग के अंदर गया है ।इसके साथ मजदूरों को गर्म कपड़े इत्यादि भी दिये गये।उनके परिजनों की तैयार रखा गया है और एक दर्जन के करीब एंबुलेंस भी तैयार रही। इस बचाव कार्य में सेना, राष्ट्रीय व प्रांतीय बचाव दल कई दिनों से 24 घंटे जुटे हुए थे।
बड़ी देर तक मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्री चिकित्सक इत्यादि सुरंग के अंदर ही एंबुलेंस साथ मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रहने से लोगों में बेचैनी बढ़ती रही। मजदूरों को एक-एक करके सुरंग के अंदर से पाइप द्वारा बाहर निकाला गया। फंसे मजदूरों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।देर बाद इंतजारी समाप्त हुई जब मजदूरों को लेकर एंबुलेंस से चिन्यालीसौड़ अस्पताल लिए रवाना हुई। खबरों के अनुसार सभी सुरंग में फंसे 8राज्यों के 41मजदूरों ( झारखंड-15, उप्र-8, उड़िशा-5, बंगाल-3, बिहार-5,उत्तराखंड-2,असम-2 हिमाचल-1)का स्वास्थ्य ठीक है। उनको अस्पताल तक ले जाने के लिए चिनूक हेलिकॉप्टर तैयार खड़ा है।
तमाम अटकलों को दर किनारे करते हुए आज बचाव दाल में मजदूरों को बाहर निकलने में सफलता अर्जित की। मजदूरों की सभी परिजन सुरंग के मुहाने पर एकत्रित किए गए। ये परिजन भी फंसे मजदूरों के साथ अस्पताल में जाएंगे।
सुरंग से निकालने के बाद अभी फंसे मजदूरों को सीधे चिकित्सालय ले जाया गया। पूरे अभियान पर प्रधानमंत्री कार्यालय की भी सीधी नजर बनी हुई थी। इस अभियान में हो रही देरी से पूरे विश्व में देश की व्यवस्था पर कई प्रश्न खड़े हो रहे थे।
पाइप में रैंप बना कर बहुत ही सावधानी से सफलतापूर्वक चलायें गये इस बचाव अभियान के पूरे होने पर पूरे देश में राहत की सांस ली। सुरंग में फंसे मजदूरों की सकुशल बाहर निकालने के लिए देशभर में लोगों ने प्रार्थनाएं और दुआएं की। देश ही नहीं विदेशी मीडिया का भी बड़ी संख्या में सुरंग के आसपास क्षेत्र में जमवाड़ा बना हुआ है। इस अभियान पर उत्तरकाशी में विशेष नजर रख रहे हमारे विशेष संवाददाता राहुल नेगी व विपिन नौटियाल के अनुसार यहां पर बड़ी संख्या में लोग भी एकत्रित हैं। इन लोगों को भोजन के लिए भोले जी महाराज की संस्था हंस फाउंडेशन निशुल्क भोजन उपलब्ध करा रही है।