हमास ने इसाइल पर किये घातक हमले से इस्राइल सहित दुनिया भौचंक्की,
जबाबी कार्रवाही में इस्राइल ने मचाई हमास ठिकानों सहित गाजा पट्टी में तबाही
दुनिया की सबसे बड़ी सजग व विश्वसनीय समझी जाने वाली इस्राइल की ऐजेंसी मौसाद व सुरक्षा कवच डोम हुये विफल
देवसिंह रावत
7 अक्टूबर 2023 से हमास द्वारा इस्राइल पर किये बर्बर हमले के तत्काल बाद इस्राइल द्वारा हमास के खात्मा के लिये युद्ध शुरू करने के बाद जहां गाजा खंडर में तब्दील हो गया है। वहीं हमास सहित फिलिस्तीन समर्थक अन्य गुटों के हमले में इस्राइल में भी भारी तबाही मची हैे। यह खौपनाक युद्ध में आज 12 अक्टूबर को भी जारी है।इस्राइल ने लाखों सैनिको का घेरा बना कर जहां गाजा
गाजा को घेर कर बिजली, पानी व अनाज सहित सभी आवश्यक चीजों पर रोक लगाने व इस्राइल के हजारों बमों के प्रहार से गाजा के 20 लाख लोगों का जीवन नारकीय हो गया है। इस हमले में हजारों लोग मारे गये। हजारों घायल हैं। लाखों विस्थापित हो गये है। शरणार्थी शिविरों, चिकित्सालयों व नागरिक बस्तियों में हमले हो रहे है। कम बताये जा रहे आंकडों के अनुसार 3000 से अधिक लोग मारे गये। इसमें 1200 से अधिक इस्राइली व इससे अधिक फिलिस्तीनी। इसमें सैकडों हमास आतंकियों सहित 220 से अधिक इस्राइली सैनिक भी मारे गये। सबसे खौपनाक बच्चों, महिलाओं व बंधकों की खौपनाक हत्यायें हो रही है। संयुक्त राष्ट संघ से लेकर अरब देश इस युद्ध रोकने के लिये अपनी ताकत लगा रहे है। परन्तु इस्राइल के प्रधानमंत्री हुंकार भर रहे हैं कि हमास के खात्मा तक यह जंग जारी रहेगी। अपने इस संकल्प को मूर्त रूप देने के लिये इस्राइल में प्रधानमंत्री नेतन्याहू के नेतृत्व में विपक्ष के साथ मिल कर आपात युद्ध सरकार का गठन कर दिया है। वहीं इस्राइल का साथ देने के लिये अमेरिका ने युद्ध सामाग्री भरा एक युद्ध पौत व विशेष सैन्य दस्ता डेल्टा फोर्स व सील नो सैनिक विशेष दस्ता भी भेजा है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि हमास ने बडी संख्या में अमेरिकी नागरिकों को भी बंधक बना रखा है। इनको छुडाने के लिये अमेरिका इस्राइली सेना के साथ विशेष अभियान चला रहा है। रूस ने भी इस त्रासदी के लिये फिलिस्तीनियों के हितों की उपेक्षा करने वाली अमेरिका की नीति को जिम्मेदार ठहराते हुये तत्काल हमले बंद की अपील ही। हमास पर हजारों हवाई हमलों से गाजा को कब्रिस्तान बना चूके इस्राइल पर इसके बाबजूद हमास, हिजबुल्ला सहित अनैक आतंकी संगठन फिलिस्तीन के समर्थन में निरंतर राकेट व घुसपेट कर हमला कर रहे हैं। यही नहीं इस्राइल की राजधानी रही तेल अबीब सहित कई शहरों पर आमने सामने की झडपें हो रही है।
गौरतलब है कि 1948 से इस्राइल की स्थापना के रोज से इस्राइल व फिलिस्तीन के बीच चल रहे अनैक युद्धों के बाद इसी सप्ताह यह खौपनाक युद्ध तब छिडा जब 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने अपने खौेफनाक आप्रेशन अल अक्सा के तहत अचानक इस्राइल पर 5000 से अधिक राकेट हमला, बुलडोजर से तोडी सीमा बाड़ को तोड़ कर इस्राइल में घुसपेठ कर हमला किया। यही नहीं समुद्र व आकाश के रास्ते भी इस्राइल में हमास ने घुसपेठ कर हमला किया।
20 इस्राइली सैन्य अधिकारियों की हत्या की । दर्जनों इस्राइल नागरिकों व सैनिकों को हमास ने बंधक बनाया। दुनिया इस बात से भी हैरान है कि दुनिया की सबसे बड़ी सजग व विश्वसनीय समझी जाने वाली इस्राइल की ऐजेंसी मौसाद इस खौफनाक हमले को भांपने में पूरी तरह विफल कैसे हुई। इतने बडे हमले की पूर्व सूचना देने में कैसे विफल रही। यही चिंता मोसाद के पूर्व प्रमुख ने भी प्रकट की।
इस हमले के बाद इस्राइल ने कड़ी जवाबी कार्रवाही करते हुये हवाई हमलों से हमास के कई सैन्य ठिकानों को ध्वस्थ कर दिया। इस्राइल ने इसे हमास द्वारा इस्राइल के खिलाफ युद्ध छेडना मानते हुये हमास को जमीदोज करने के लिये प्रचण्ड सैन्य कार्रवाही प्रारम्भ कर दी। इसके साथ गाजा पट्टी जहां हमास का शासन है वहां पर सैन्य कार्रवाही की जा रही है। इस्राइल के प्रधानमंत्री नेत न्याहू ने कहा कि हमास हम सब इस्राइलों का खात्मा करना चाहता है। इसलिये हम इनका सर्वनाश करके ही दम लेंगे। हम गाजा की तस्वीर बदल देंगे।गाजा की बिजली, पानी व राशन इत्यादि रोक देंगे। हमास ने नागरिकों पर हमला किया। हमास के हमले में जहां 300 इस्राइली मारे गये व सैकेडों घायल हो गये। अनैक शहरों पर हुये हमास के हमले में कई भवन खंडर में तब्दील हो गये। वहीं इस्राइल द्वारा किये गये हमले में 232 मारे गये व अनैक भवन तबाह हो गये। इसके साथ सैकडों की संख्या में लोग घायल हो गये। युद्ध भीषण होने से दोनों पक्षों से 600 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबरें हैं।
इस्राइल पर हमास के इस हमले की जहां पूरे विश्व ने कड़ी भत्र्सना की वहीं इरान, इराक, तुर्कीये, ब्रिटेन व कनाड़ा में जश्न मनाया गया। सउदी अरब ने इस हमले के समर्थन में लोगों ने सड़कों पर निकल कर जश्न मना कर समर्थन किया। इरानी सर्वोच्च नेता व संसद ने हमास को इस्र्राइल पर हमला करने की बधाई दी।वहीं संयुक्त राष्ट संघ, भारत, ब्रिटेन सहित नाटो ने इस्राइल पर हमास द्वारा किये हमले की कड़ी निंदा की। पर हेरानी की बात है कि इस्राइल के कट्टर समर्थक ब्रिटेन व कनाड़ा में सैकडों लोगों ने सडकों पर निकल कर हमास द्वारा इस्राइल पर किये हमले के समर्थन कर जश्न मनाया। यह इन देशों के लिये ही नहीं भारत के लिये भी खतरे की घंटी है।इस्राइल व फिलिस्तीन के मध्य छिडी यह जंग न केवल खाड़ी देशों के लिये अपितु पूरी मानवता के लिये भी बड़ा खतरा बन गया है। इस युद्ध के समर्थन में लेबनान से भी इस्राइल पर हमला किया जा रहा है। वहीं अफगानिस्तान की काबिज तालिबान भी फिलिस्तीन के समर्थन में युद्ध में उतरने के लिये इरान से रास्ता देने की मांग कर रहा है। इस्राइल ने हमास के सैन्य व खुफिया मुख्यालयों सहित 10 ठिकानों पर ताड़ब तोड हमला कर तबाह ंकर दिया है। हालत इतनी खौपनाक है कि गाजा का आकाश राकेटों से आच्छादित हो कर तबाही मचा रहा है। इस्राइल व फिलिस्तीन के बीच में दशकों से चले अब तक के किसी युद्ध में इस्राइल को इतनी तबाही नहीं झेलनी पड़ी। हालत यह है कि गाजा में अनैक इस्राइलियों को हमास ने बंधक बनाया हुआ है। 7अक्टूबर को इस्राइल पर हमास ने 7000 से अधिक मिसाइलें दागने का दावा किया। इस्राइल का रक्षा कवच डोम भी भले सैकडों मिसाइलों को ध्वस्थ कर पाया । इसके बाबजूद सेंकडो मिसाइलें इस्राइल में तबाही मचा गयी। इससे वहां के लोग भयभीत है वहीं सैन्य विशेषज्ञ भी हैरान है कि ऐसे कैसे हो गया। अभेद माने जाने वाली सुरक्षा दिवार ध्वस्थ कैसे हो गयी। इस्राइल की राजधानी तेल अबीब में भी इस तबाही व दहशत के मंजर दिखाई दे रहे है।इजराइली समाचारों के सेडरोड में एक पुलिस स्टेशन पर कब्जा किया। जिसे इस्राइली पुलिस ने दस घण्टे बाद 10 आतंकियों का खात्मा कर मुक्त कराया।परन्तु कई इस्राइली इलाके इस हमले के 24 घण्टे बाद भी हमास के नियंत्रण में है। इस्राइल ने आम जनमानस को भी युद्ध के लिये तैयार रहने का निर्देश। हिजबुला सहित अनैक संगठन फिलिस्तीन के समर्थन में इस्राइल से युद्ध में उतर सकते है। लेबनान के युद्ध में कूदने के बाद अन्य अरब देशों के भी युद्ध में सम्मलित होने की प्रबल आशंका है। लेबनान ने इस्राइल के सैन्य ठिकानों व रडार केंद्र पर हमला किया। जिससे यह युद्ध बडा भीषण होगा।
आईडीएफ के नाहल ब्रिगेड के इस्राइली कमांडर की मौत। समुद्र के रास्ते भी घुसे ।
इसके बाद हमास को कडा जबाब देते हुये सेना ने गाजा में हमास पर हवाई हमले किये। इसमें हमास के कई सैन्य ठिकाने तबाह हो गये। अल अक्लोक टावर को तबाह कर दिया। इस्राइली विमानों ने गाजा पर ताडब तोड़ हमला किया। इजराइल फिलीपींस युद्ध तेज हो गया। सुआफात आतंकी संगठनों पर भी इस्राइली हमले तेज। इस्राइल इस बात से भी सजग है कि हमास के साथ इस युद्ध में हिजबुल्ला संगठन भी इस्राइल पर हमला कर सकता है। पहले हमले के बाद भी हमास ने करीब 500 राकेटों से इस्राइल पर हमला जारी रखे। इस्राइल ने अपने 15 स्थानों पर कब्जा जमाये हुये हमास से मुक्त करने का दावा किया। हैरानी की बात यह है कि हमास की तरफ से आज भी इस्राइल पर राकेटों से हमला किया जा रहा है।
गौरतलब है कि 1948 से इस्राइल की स्थापना के रोज से इस्राइल व फिलिस्तीन के बीच चल रहे अनैक युद्धों के बाद इसी सप्ताह यह खौपनाक युद्ध तब छिडा जब 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने अपने खौेफनाक आप्रेशन अल अक्सा के तहत अचानक इस्राइल पर 5000 से अधिक राकेट हमला, बुलडोजर से तोडी सीमा बाड़ को तोड़ कर इस्राइल में घुसपेठ कर हमला किया। यही नहीं समुद्र व आकाश के रास्ते भी इस्राइल में हमास ने घुसपेठ कर हमला किया।
20 इस्राइली सैन्य अधिकारियों की हत्या की । दर्जनों इस्राइल नागरिकों व सैनिकों को हमास ने बंधक बनाया। दुनिया इस बात से भी हैरान है कि दुनिया की सबसे बड़ी सजग व विश्वसनीय समझी जाने वाली इस्राइल की ऐजेंसी मौसाद इस खौफनाक हमले को भांपने में पूरी तरह विफल कैसे हुई। इतने बडे हमले की पूर्व सूचना देने में कैसे विफल रही। यही चिंता मोसाद के पूर्व प्रमुख ने भी प्रकट की।
इस हमले के बाद इस्राइल ने कड़ी जवाबी कार्रवाही करते हुये हवाई हमलों से हमास के कई सैन्य ठिकानों को ध्वस्थ कर दिया। इस्राइल ने इसे हमास द्वारा इस्राइल के खिलाफ युद्ध छेडना मानते हुये हमास को जमीदोज करने के लिये प्रचण्ड सैन्य कार्रवाही प्रारम्भ कर दी। इसके साथ गाजा पट्टी जहां हमास का शासन है वहां पर सैन्य कार्रवाही की जा रही है। इस्राइल के प्रधानमंत्री नेत न्याहू ने कहा कि हमास हम सब इस्राइलों का खात्मा करना चाहता है। इसलिये हम इनका सर्वनाश करके ही दम लेंगे। हम गाजा की तस्वीर बदल देंगे।गाजा की बिजली, पानी व राशन इत्यादि रोक देंगे। हमास ने नागरिकों पर हमला किया। हमास के हमले में जहां 300 इस्राइली मारे गये व सैकेडों घायल हो गये। अनैक शहरों पर हुये हमास के हमले में कई भवन खंडर में तब्दील हो गये। वहीं इस्राइल द्वारा किये गये हमले में 232 मारे गये व अनैक भवन तबाह हो गये। इसके साथ सैकडों की संख्या में लोग घायल हो गये। युद्ध भीषण होने से दोनों पक्षों से 600 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबरें हैं।
इस्राइल पर हमास के इस हमले की जहां पूरे विश्व ने कड़ी भत्र्सना की वहीं इरान, इराक, तुर्कीये, ब्रिटेन व कनाड़ा में जश्न मनाया गया। सउदी अरब ने इस हमले के समर्थन में लोगों ने सड़कों पर निकल कर जश्न मना कर समर्थन किया। इरानी सर्वोच्च नेता व संसद ने हमास को इस्र्राइल पर हमला करने की बधाई दी।वहीं संयुक्त राष्ट संघ, भारत, ब्रिटेन सहित नाटो ने इस्राइल पर हमास द्वारा किये हमले की कड़ी निंदा की। पर हेरानी की बात है कि इस्राइल के कट्टर समर्थक ब्रिटेन व कनाड़ा में सैकडों लोगों ने सडकों पर निकल कर हमास द्वारा इस्राइल पर किये हमले के समर्थन कर जश्न मनाया। यह इन देशों के लिये ही नहीं भारत के लिये भी खतरे की घंटी है।इस्राइल व फिलिस्तीन के मध्य छिडी यह जंग न केवल खाड़ी देशों के लिये अपितु पूरी मानवता के लिये भी बड़ा खतरा बन गया है। इस युद्ध के समर्थन में लेबनान से भी इस्राइल पर हमला किया जा रहा है। वहीं अफगानिस्तान की काबिज तालिबान भी फिलिस्तीन के समर्थन में युद्ध में उतरने के लिये इरान से रास्ता देने की मांग कर रहा है। इस्राइल ने हमास के सैन्य व खुफिया मुख्यालयों सहित 10 ठिकानों पर ताड़ब तोड हमला कर तबाह ंकर दिया है। हालत इतनी खौपनाक है कि गाजा का आकाश राकेटों से आच्छादित हो कर तबाही मचा रहा है। इस्राइल व फिलिस्तीन के बीच में दशकों से चले अब तक के किसी युद्ध में इस्राइल को इतनी तबाही नहीं झेलनी पड़ी। हालत यह है कि गाजा में अनैक इस्राइलियों को हमास ने बंधक बनाया हुआ है। 7अक्टूबर को इस्राइल पर हमास ने 7000 से अधिक मिसाइलें दागने का दावा किया। इस्राइल का रक्षा कवच डोम भी भले सैकडों मिसाइलों को ध्वस्थ कर पाया । इसके बाबजूद सेंकडो मिसाइलें इस्राइल में तबाही मचा गयी। इससे वहां के लोग भयभीत है वहीं सैन्य विशेषज्ञ भी हैरान है कि ऐसे कैसे हो गया। अभेद माने जाने वाली सुरक्षा दिवार ध्वस्थ कैसे हो गयी। इस्राइल की राजधानी तेल अबीब में भी इस तबाही व दहशत के मंजर दिखाई दे रहे है।इजराइली समाचारों के सेडरोड में एक पुलिस स्टेशन पर कब्जा किया। जिसे इस्राइली पुलिस ने दस घण्टे बाद 10 आतंकियों का खात्मा कर मुक्त कराया।परन्तु कई इस्राइली इलाके इस हमले के 24 घण्टे बाद भी हमास के नियंत्रण में है। इस्राइल ने आम जनमानस को भी युद्ध के लिये तैयार रहने का निर्देश। हिजबुला सहित अनैक संगठन फिलिस्तीन के समर्थन में इस्राइल से युद्ध में उतर सकते है। लेबनान के युद्ध में कूदने के बाद अन्य अरब देशों के भी युद्ध में सम्मलित होने की प्रबल आशंका है। लेबनान ने इस्राइल के सैन्य ठिकानों व रडार केंद्र पर हमला किया। जिससे यह युद्ध बडा भीषण होगा।
आईडीएफ के नाहल ब्रिगेड के इस्राइली कमांडर की मौत। समुद्र के रास्ते भी घुसे ।
इसके बाद हमास को कडा जबाब देते हुये सेना ने गाजा में हमास पर हवाई हमले किये। इसमें हमास के कई सैन्य ठिकाने तबाह हो गये। अल अक्लोक टावर को तबाह कर दिया। इस्राइली विमानों ने गाजा पर ताडब तोड़ हमला किया। इजराइल फिलीपींस युद्ध तेज हो गया। सुआफात आतंकी संगठनों पर भी इस्राइली हमले तेज। इस्राइल इस बात से भी सजग है कि हमास के साथ इस युद्ध में हिजबुल्ला संगठन भी इस्राइल पर हमला कर सकता है। पहले हमले के बाद भी हमास ने करीब 500 राकेटों से इस्राइल पर हमला जारी रखे। इस्राइल ने अपने 15 स्थानों पर कब्जा जमाये हुये हमास से मुक्त करने का दावा किया। हैरानी की बात यह है कि हमास की तरफ से आज भी इस्राइल पर राकेटों से हमला किया जा रहा है।