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असाध्य रोगियों सहित लाखों लोगों का दशकों से सफल इलाज करने का दावा कर रहे हैं 95 वर्षीय गायत्री सिद्ध नाड़ी वैद्य लक्ष्मण दास जी

 

देव सिंह रावत

आज 24 मई 2023 की दोपहर 3:30 बजे देश की राजधानी दिल्ली में संसद के समीप देश के सबसे प्रतिष्ठित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में 95 वर्षीय नाड़ी वैद्य लक्ष्मण दास जी महाराज भारद्वाज ने दावा किया कि वे दशकों से लाखों लोगों का तमाम असाध्य बीमारियों सहित अनेक रोगों का आयुर्वेद की दवाइयों से सफल इलाज कर रहे हैं।
इस अवसर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए लक्ष्मण दास रतन भारद्वाज जी ने अपने संबोधन में कहा कि कि पूरे संसार में एलोपैथी सहित आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के पास असाध्य बीमारियों सहित आम बीमारी का कोई स्थाई इलाज नहीं है। परंतु वह पिछले कई दशक से नाड़ी परीक्षण आयुर्वेद एक्यूप्रेशर व प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से आज तक असंख्य किडनी, लीवर, कैंसर, पैरालिसिस, मिर्गी, डायबिटीज और अनेक लाइलाज बीमारियों से पीड़ितों का इलाज कर मरीजों को नया जीवन दे रहे हैं।
इस संवाददाता सम्मेलन का आयोजन श्री महा शिव शक्ति पीठ बाबा बालक नाथ गायत्री ट्रस्ट के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर वितरित प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार 95 वर्षीय लक्ष्मण दास जी का जन्म 22 अगस्त 1927 को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में हुआ। खुद को गायत्री सिद्ध पंडित व असाध्य रोग निवारक होने का दावा करने वाले लक्ष्मण दास जी ने कहा कि उनके पास न तो आयुर्वेद का सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालय डिग्री है नहीं कोई प्रचलित प्रमाणित प्रमाण पत्र। उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि उनके पास जो भी आयुर्वेद और नाड़ी आदि का ज्ञान है वह प्राचीन वैध व सिद्धों से अर्जित किया है। दशकों से उनके द्वारा आयुर्वेद व नाड़ी आदि से लोगों का इलाज करने का सराहनीय प्रमाण पत्र सर्वोच्च न्यायालय की न्यायाधीश पंचाल दिल्ली पुलिस वह भारत की स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का प्रशस्ति पत्र भी पत्रकार वार्ता में वितरित किया गया।
इस अवसर पर नाड़ी विशेषज्ञ लक्ष्मण दास ने बताया कि दिल्ली में उनका मुख्यालय रनहोला विहार नांगलोई, नजफगढ़ रोड दिल्ली में स्थित है यहीं वह सुबह बिना खाये मरीजों की नाड़ी परीक्षण करके आयुर्वेदिक दवाओं से इलाज करते हैं। इसके लिए दूरभाष 011 6527 4102, 80 107 23 102 व 85 9538 4194 से संपर्क करके वैध जी से मार्गदर्शन व समय तय कर सकते हैं।
अपने तमाम दावों की जमीनी सच्चाई को जानने के लिए उन्होंने पत्रकारों को उनके मुख्यालय पर आमंत्रित करते हुए कहा कि वे खुद इससे लाभ उठा सकते हैं। नाड़ी विशेषज्ञ लक्ष्मण दास की दाल में कितनी सच्चाई है यह तो उनसे इलाज करने के बाद ही जग जाहिर हो सकता है परंतु जिस प्रकार से 95 साल की उम्र में भी उनकी दृष्टि श्रवण शक्ति की साथ निरोगी काया को देखकर उनके दावों पर बिना किसी प्रमाण के सहज ही विश्वास किया जा सकता है। उनका दावा है कि मंदबुद्धि सहित तमाम रोगियों को पहले दिन ही 20% लाभ मिल जाता है। इसके साथ लक्ष्मण दास जी यह भी बताते हैं वे सन्यासी नहीं अपितु गृहस्थ व्यक्ति है। परंतु उन्होंने अपनी साधना से इस विधा में पारंगत हासिल किया है इससे वह दुनिया की किसी भी असाध्य बीमारी का बखूबी से इलाज कर रहे हैं।

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