नई दिल्ली, 8 दिसंबर 2022
प्यारा उतराखण्ड डाट काम
भले ही हिमाचल व गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को उसके दावों के अनुसार कहीं दूर दूर तक सफलता नहीं मिली। अपितु हिमाचल में उसका उतराखण्ड की तरह एक प्रकार से सुफडा ही साफ हो गया। हिमाचल में आम आदमी पार्टी को 1% से भी कम मत हासिल हुआ।
परन्तु गुजरात में उसको अब तक की मतगणना में (14 प्रतिशत से अधिक) इतने मत मिल चूके हैं कि वह अब देश की राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा अर्जित कर चूकी है। इसकी घोषणा निर्वाचन आयोग इस चुनाव की पूरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद करेगी। अब तक कांग्रेस, भाजपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस, राकांपा, भाकपा, माकपा व एनपीपी जैसी राष्ट्रीय दलों की पंक्ति में आसीन हो गयी है।
हिमाचल व गुजरात विधानसभा तथा दिल्ली में नगर निगम के चुनाव परिणाम ने आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा अरविंद केजरीवाल के देश की राजनीति में अपना परचम लहराने की हसरतों को मानों पंख ही लगा दिये। जहां 7दिसम्बर 2022 को घोषित दिल्ली नगर निगम के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने स्वयं को विश्व की सबसे बडी पार्टी कहने वाली देश व अधिकांश राज्यों की सत्ता में आसीन भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल कर सत्तासीन हो गयी है। वहीं गुजरात में मिले मतों की संख्या ने उसको राष्ट्रीय दल के साथ गुजरात की क्षेत्रीय दल का भी दर्जा प्रदान कर दिया है।
राष्ट्रीय दल का दर्जा अर्जित करने के लिये किसी भी दल को चार राज्यों में प्रांतीय दल का दर्जा अर्जित करना होता है। इस मापदंड से दिल्ली व पंजाब राज्य में सत्तासीन आम आदमी पार्टी गोवा में भी प्रांतीय दल का दर्जा धारक है। इसके अलावा अगर किसी दल को तीन राज्यों को मिलाकर लोकसभा की तीन प्रतिशत सीटें अर्जित करती है तो उसे राष्ट्रीय दल का दर्जा मिल जाता है। इसके अतिरिक्त जो भी दल चार राज्यों में 6 प्रतिशत मत अर्जित करने के साथ 4 लोकसभा सीटें अर्जित करती है तो वह राष्ट्रीय दल का दर्जा अर्जित करती है।
हिमाचल व गुजरात विधानसभा तथा दिल्ली में नगर निगम के चुनाव परिणाम ने आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा अरविंद केजरीवाल के देश की राजनीति में अपना परचम लहराने की हसरतों को मानों पंख ही लगा दिये। जहां 7दिसम्बर 2022 को घोषित दिल्ली नगर निगम के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने स्वयं को विश्व की सबसे बडी पार्टी कहने वाली देश व अधिकांश राज्यों की सत्ता में आसीन भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल कर सत्तासीन हो गयी है। वहीं गुजरात में मिले मतों की संख्या ने उसको राष्ट्रीय दल के साथ गुजरात की क्षेत्रीय दल का भी दर्जा प्रदान कर दिया है।
राष्ट्रीय दल का दर्जा अर्जित करने के लिये किसी भी दल को चार राज्यों में प्रांतीय दल का दर्जा अर्जित करना होता है। इस मापदंड से दिल्ली व पंजाब राज्य में सत्तासीन आम आदमी पार्टी गोवा में भी प्रांतीय दल का दर्जा धारक है। इसके अलावा अगर किसी दल को तीन राज्यों को मिलाकर लोकसभा की तीन प्रतिशत सीटें अर्जित करती है तो उसे राष्ट्रीय दल का दर्जा मिल जाता है। इसके अतिरिक्त जो भी दल चार राज्यों में 6 प्रतिशत मत अर्जित करने के साथ 4 लोकसभा सीटें अर्जित करती है तो वह राष्ट्रीय दल का दर्जा अर्जित करती है।
हालांकि राष्ट्रीय जनता दल यू, समाजवादी पार्टी, लालू प्रसाद के नेतृत्व वाला राजद सहित अनैक बड़े दल भी राष्ट्रीय दल नहीं है। परंतु केजरीवाल की राजनीति को करीब से देखने राष्ट्रवादी चिंतकों का मानना है कि केजरीवाल का भारत की राजनीति में उपस्थिति भी यूक्रेन के जेलेन्सकी की तरह देश के लिए काफी घातक है।