ज्ञापन
6 दिसंबर 2022
श्री किरण रिजिजू
कानून मंत्री
भारत सरकार नई दिल्ली
विषय –किरण नेगी और अंकिता भंडारी हत्याकांड के दोषियों को सजा दिलाये जाने हेतु ज्ञापन
प्रिय रिजिजू जी,
इस पत्र के माध्यम से हम उत्तराखंड की दो बेटियों दिल्ली में किरण नेगी और उत्तराखंड में अंकिता भंडारी के बलात्कारियों और हत्यारों को जल्द से जल्द सजा दिलाए जाने की मांग कर रहे हैं ।खेद का विषय है कि जहां उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी के हत्यारों को सजा दिलाए जाने हेतु राज्य सरकार द्वारा अब तक कोई गंभीर प्रयास होते दिखाई नहीं दे रहे वही इस मामले में लिप्त एक बड़े वीआईपी नेता को भी बचाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली में घटित उत्तराखंड की दूसरी बेटी किरण नेगी जिसके की बहुत ही बस ढंग से हत्या की गई बलात्कार किया गया उसके दोषियों को भी हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले में सभी कथित दोषियों को बरी कर दिया गया है ।
हम सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते लेकिन आखिर जब किरण नेगी की हत्या हुई है ,उसके पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलात्कार के सबूत मिले हैं तो आखिर कोई तो उसकी हत्या का गुनाहगार है।
हमारी इस संबंध में आपसे मांग है कि सर्वोच्च न्यायालय का जो फैसला आया है इस पर राज्य सरकार को और केंद्र सरकार को पुनर्विचार याचिका जल्द से जल्द सुप्रीम कोर्ट में दायर करनी चाहिए और भारत सरकार और दिल्ली और उत्तराखंड की राज्य सरकारो के स्तर पर गुनहगारों को सजा सुनिश्चित हो ,इसके गंभीर प्रयास होने चाहिए ।
आज उत्तराखंड जो मातृशक्ति के भारी त्याग से नया राज्य बना है राज्य की एक करोड़ जनता इन दोनों घटनाओं से बहुत ही आहत है। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से उसकी बेचैनी बढ़ी है और राज्य भर के लोग आज केंद्र और राज्य सरकार की तरफ देख रहे हैं कि किस तरह से इन परिवारों को जल्द से जल्द न्याय मिल सके।
हमें अफसोस है इस संबंध में जिस गति से सरकारों के स्तर पर कार्रवाई होनी चाहिए थी उस स्तर पर सरकार की गतिविधियां दिखाई नहीं देती।
हमारा आपसे अनुरोध है आप भारत के कानून मंत्री हैं आज पूरे देश की कानून व्यवस्था आप देख रहे हैं। आप स्वयं पर्वतीय प्रदेश से हैं और पर्वतीय जनपदों में रहने वाली मातृशक्ति का इस तरह से अपमान होगा ,उनकी हत्याएं होंगी उनके साथ कई प्रकार की दुष्कर्म किए जाएंगे और हम खामोश बने रहें ।हिंदुस्तान इसका उत्तर चाहता है ।
हमारा अनुरोध है इन मामलो में ,जहां किरण नेगी के मामले में दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के सहयोग से जल्द से जल्द सर्वोच्च न्यायालय में समीक्षा याचना लगाएं वही उत्तराखंड की बेटी अकिता भंडारी जिनके साथ जो उत्तराखंड में हुआ है ,उस मामले में राज्य सरकार पर दबाव बनाएं कि जल्द से जल्द दोषी जेल के पीछे हो। इस मामले में सीबीआई की मदद लेने की जरूरत हो तो वह मदद ली जानी चाहिए और दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए ।
हमारा इस संबंध में यह भी कहना है कि दोषी कोई किसी धर्म या जाति का नहीं होता ,उसके कर्म ही उसके अपराध के आईना होते हैं ।
हमें उम्मीद है इस मामले में व्यक्तिगत दिलचस्पी लेकर जल्द से जल्द उत्तराखंड के एक करोड़ लोगों के मन में जो दुख है, पीड़ा है ,आशंकाएं हैं ,उनका निदान करेंगे और किरण नेगी और अंकिता भंडारी हत्याकांड के दोषियों को जल्द से जल्द बड़ी से बड़ी सजा दिलाकर देश में जनता का न्यायपालिका में विश्वास प्रशस्त करेंगे ।
हम हैं आपके ,
हरीश रावत -पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार
धीरेंद्र प्रताप -पूर्व राज्य मंत्री उत्तराखंड सरकार
हरिपाल रावत -राष्ट्रीय सचिव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी
देव सिंह रावत -अध्यक्ष उत्तराखंड जनता संघर्ष मोर्चा खुशहाल जीना