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आज 12 नवंबर 2022 को सुबह 8:00 से 68 सदस्यीय हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है।
इस चुनावों में कुल उम्मीदवार 412 पुरुष 388 महिला उम्मीदवार 24 चुनावी दंगल में है।
डबल इंजन कि सरकार की पुनरावृति शोर-शराबे में जनता को बरबस याद आ रही है वीरभद्र के सुशासन की। देखना है हिमाचल की जनता आज जिसके सर पर हिमाचल का ताज पहनाती है परिणाम आएंगे गुजरात विधानसभा चुनाव के साथ 8 दिसंबर को।
हालांकि 2017 में हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिला था। मोदी लहर के चलते भारतीय जनता पार्टी को 44 और कांग्रेस को 21 अन्य को 3 सीटें मिली थी। और 2019 के लोकसभा सीट में भी भाजपा ने चारों लोकसभा सीट जीतकर कांग्रेस का एक प्रकार से सफाया कर दिया था। अब देखना यह है कि भारतीय जनता पार्टी हिमाचल मैं भी उत्तराखंड की तरह चुनावी जंग पुणे जीती है या हिमाचल के की जनता विगत 5 सालों में हिमाचल की भाजपा सरकार की कार्यों की समीक्षा करते हुए उसको दंडित करती है। प्रदेश की सत्ता से भाजपा को बेदखल करने के लिए कांग्रेस ने हिमाचल नवनिर्माण करता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को कमान सौंप रखी है। वही भाजपा नेता व वर्तमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को आशा है कि हिमाचल में पुनः भाजपा की सरकार बनेगी क्योंकि उनका भी मानना है कि कांग्रेस में बिखराव की आस में फिर से हिमाचल में सत्तासीन होने के सपने साकार होंगे। जहां तक जमीनी कार्यों को देखते हुए ऐसा नहीं लगता है कि भाजपा फिर से सत्तासीन होगी। खासकर उत्तराखंड में जिस प्रकार से डबल इंजन की सरकार से आम जनता त्रस्त है उसे देखकर पड़ोसी राज्य हिमाचल की जनता कहीं भारतीय जनता पार्टी के डबल इंजन के झांसे में न भी आए तो इसमें चुनावी विशेषज्ञों को कोई बडी हैरानी नहीं होगी। परंतु मोदी के नाम पर मांगे जाने वाले जनादेश के कारण व कांग्रेस में वीरभद्र जैसी जमीनी नेताओं के ना होने के कारण क्या भाजपा की हसरत पूरी होती है या नहीं हालांकि प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्षा वह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र की पत्नी श्रीमती प्रतिभा सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है कि उसने विगत 5 सालों में हिमाचल का विकास ठप कर दिया है।