उत्तराखंड से डॉ. कल्पना सैनी को दिया भाजपा ने राज्यसभा का टिकट
महिला को उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद बनाया जाएगा इसका हो चुका था 1 सप्ताह पहले खुलासा
नई दिल्ली देव सिंह रावत प्यारा उत्तराखंड डॉट कॉम
आखिरकार भारतीय जनता पार्टी ने तमाम अटकलों को दरकिनार करते हुए उत्तराखंड से राज्यसभा की सांसद के लिए डॉक्टर कल्पना सैनी को नामित कर सबको चौका दिया। राज्यसभा की सांसद के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत व विजय बहुगुणा सहित कई दिग्गज नेताओं के नाम चर्चाओं में थे। कई भाजपा संगठन से जुड़े कई नए नाम भी चर्चाओं में थे। यह सर्वविदित है कि इस पद के लिए किसको भाजपा चयनित करेगी यह भाजपा आला नेतृत्व ही तय करेगा।
मुझे इन नामों में कोई दिलचस्पी नहीं रही। क्योंकि जिस प्रकार से उत्तराखंड भाजपा की मुख्यमंत्री व उनकी सरकार उत्तराखंड राज्य की मुख्य जन आकांक्षाएं राजधानी गैरसैंण, मूल निवास, चयनीत राज्य गठन आंदोलनकारियों को चिन्हित करने व भू कानून आदि पर शर्मनाक चुप्पी साधी हुई है। उससे प्रदेश की आम जनता भाजपा की डबल इंजन सरकार से निराश है।
हां इस मामले में किसका नाम चल रहा है यह जानने के लिए मैंने जब मोदी और शाह की करीबी उत्तराखंडी नेता के सहयोगी पत्रकार को टटोला तो उन्होंने 1 सप्ताह पहले ही इतना ही कहा कि भाई जी इस बार कोई महिला ही राज्यसभा सांसद में जाएगी। मुझे इस बात का कोई रंग नहीं था क्योंकि जब उत्तराखंड के अब तक के मुख्यमंत्री ही उत्तराखंड की जन भावनाओं का सम्मान नहीं करते तो एक सामान्य सांसद से क्या आशा की जा सकती है।
मेरे पत्रकार मित्र सूर्य प्रकाश सेमवाल जी जो संघ व भाजपा के मुखपत्र समझे जाने वाली पांचजन्य सहित अनेक संगठनों में समर्पित रहे ।उनका नाम भी कई मित्र राज्यसभा के सांसद के लिए सरसा में आगे बढ़ा रहे थे। वे मुझसे इस बात से नाराज थे कि मैं राज्यसभा सांसद की प्रकरण पर कुछ क्यों नहीं लिख रहा हूं।
डॉक्टर कल्पना सैनी राज्यसभा सांसद बनकर उत्तराखंड की जन आकांक्षाओं को स्वर देने में कहां तक सफल होती है यह समय ही बताएगा। डॉ कल्पना सैनी पूर्व में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सचिव रही वर्तमान में प्रदेश पिछड़ा आयोग की अध्यक्ष हैं।
सूत्रों के अनुसार राज्यसभा सांसद की दावेदारी में रुड़की कि भाजपा नेता नेता प्रदीप बत्रा का नाम भी काफी चर्चाओं में था। उत्तराखंड में डॉक्टर कल्पना का चयन होने पर लोग हैरान भी है। एक ही सवाल सबके मन में आखिर भाजपा ने किस रणनीति के तहत कल्पना को राज्यसभा में भेजा और इसके पीछे मुख्य सूत्रधार कौन है?