गुरु गोविंद सिंह, महाराणा प्रताप, महर्षि बाल्मीकि, खुदीराम बोस, ए पी जे अब्दुल कलाम, जनरल बिपिन रावत जैसे वीर सपूत देश के आदर्श हैंः
अकबर, औरंगजेब, बाबर, हुमायू, शाहजहां जैसे विदेशी आक्रांता देश के आदर्श नहीं हो सकते हैं।
10 मई2022 नई दिल्ली से प्यारा उत्तराखंड डॉट कॉम
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि खालसा पंथ की स्थापना करने वाले और धर्म एवं देश की रक्षा के लिए अपने चार पुत्रों का बलिदान देने वाले सिख पंथ के 10वें गुरु गोविन्द सिंह जी जैसे महान विभूति को श्रद्धांजलि देने के लिए नई दिल्ली स्थित तुगलक रोड का नाम बदलकर गुरु गोविंद सिंह मार्ग किया जाए क्योंकि ये मुगलों की गुलामी का प्रतीक है। श्री गुप्ता ने आज नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के चेयरमैन सहित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी पत्र लिखकर मांग की है कि गुलामी के प्रतीक रहे नामों के खिलाफ हमारी मुहिम में हमारे द्वारा प्रस्तावित नामों का शीघ्र ही संज्ञान लेकर उसे बदला जाए, क्योंकि इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी। दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों से लगातार लोग मिलकर यह मांग कर रहे थे।
श्री गुप्ता ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा हमने जिन मार्गों का नाम बदलने की मांग की है उनमें अकबर रोड का नाम बदलकर महाराणा प्रताप सिंह मार्ग, हुमायूं रोड का नाम बदलकर महर्षि बाल्मीकि रोड, शाहजहां रोड का नाम बदलकर सीडीएस जनरल बिपिन सिंह रावत, औरंगजेब लेन का नाम बदलकर डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम लेन, बाबर लेन का नाम बदलकर खुदीराम बोस लेन के नाम पर रखा जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस तरह का बदलाव करके आज़ादी के 75वीं वर्षगांठ पर देश के उन वीर सपूतों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी जिन्होंने देश के लिए हंसते-हंसते कुर्बानी दे दी। यह आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत होगा।
श्री गुप्ता ने कहा कि महाराणा प्रताप, गुरु गोविन्द सिंह, खुदीराम बोस, महर्षि बाल्मीकि, ए पी जे अब्दुल कलाम एवं जनरल बिपिन सिंह रावत देश के वीर सपूत हैं, लेकिन अकबर, औरंगजेब, बाबर और हुमायू जैसे आक्रांता देश के आदर्श नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि शर्म की बात है कि कांग्रेस गुलामी के प्रतीकों को इतने बर्षों से ढो रही है। इस बदलाव को हिंदू-मुस्लिम के चश्में से न देखा जाए, क्योंकि यह दिल्ली के आम नागरिकों की भावना है।
श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति करते हुए आजादी के बाद विदेशी आक्रांताओं के नाम पर देश की सड़कों एवं मार्गों का नाम रखा। लेकिन आज दिल्ली के अंदर विदेशी आक्रांताओं के समय में बदले गए गांवों के नामों को भी बदलने का काम भाजपा ने शुरु कर दिया है। उन्होंने कहा कि देश के स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर दिल्ली के मार्गों का नाम बदलकर रखना चाहिए जिनसे देश के युवा और हर कोई प्रेरित होगा।