उत्तराखंड के चुनाव से पहले जिस मुद्दें ने पूरी उत्तराखंड की राजनीती में भूंचाल ला दिया था अब भारतीय जनता पार्टी के प्रचंड बहुमत से जितने के बाद वह मुद्दा फिर से जैसे जैसे गर्मी का पारा पहाड़ में भी चढ़ रहा है वैसे वैसे यह मुद्दा ट्विटर सहित सभी सोशल मीडिया में फिर से उफान मार रहा है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल उत्तराखंड में भू कानून पिछली त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार में लचर हो गया था जिससे पुरे पहाड़ की भूमि भू माफियाओं के हाथ में ऐसे जा रही है जैसे बाल मिठाई की दुकान से पलायन करने वाले लोगों का अपने साथ बाल मिठाई। चुनाव से पहले उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री ने वादा किया था की वे जल्द इसपर फैसला लेंगे और इसके लिए उन्होंने एक कमेटी भी बनाई थी जिसकी रिपोर्ट लगभग तैयार है और चुनाव आने की वजह से सबको लगा की जैसे ही दुबारा सरकार बनेगी तो पहला फैसला यही आएगा लेकिन लोगों ने देखा की सरकार ने एक बहुत अच्छा फाइल्स यूनिफॉर्म सिविल कोड का तो लिया लेकिन पहुत सालों से सबसे महत्वपूर्ण मांग सख्त भू कानून वाली अभी लटकी पड़ी है।
हमारी सरकार हर वो कार्य करने के लिए तत्पर है जो उत्तराखण्ड की जनता के लिए महत्वपूर्ण है। जहाँ तक भू-कानून का सवाल है, उसके लिए हमारी सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। सरकार सभी पक्षों की राय लेकर, जो प्रदेश के हित में होगा वो निर्णय लेगी। https://t.co/JIUo0tEW07
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) December 16, 2021
फिर क्यों ट्रेंड करने लगा #उत्तराखंड_मांगे_भू_कानून
जैसी ही उत्तराखडं में बीजेपी की धामी सरकार का शपथ हुआ तो उसके बाद पहली कैबिनेट की बैठक हुई जिसपर सभी युवाओं और प्रदेशवासीयों की आस लगी थी की अब भू कानून पर फैसला आ जायेगा लेकिन कोई भी ऐसा फैसला नहीं आया जिसके बाद काफी युवाओ में रोष उत्पन्न हो गया जिसके बाद फिर से ट्विटर में रात के 9 बजे से ट्विटर में यह मुद्दा फिर ट्रेंड करने लगा।
प्रिय मुख्यमंत्री
श्री पुष्कर धामी जी आपने सख़्त भू कानून का वादा किया था आपसे निवेदन है अपना वचन निभाए इस देवभूमि को बचाए @pushkardhami
आपका पहाड़ी 🙏
— Pyara Uttarakhand प्यारा उत्तराखंड (@PyaraUKofficial) March 26, 2022
भू कानून के साथ साथ बागवानी और चकबंदी और मूल निवास की भी मांग
कई लोग भू कानून के साथ साथ बागवानी और चकबंदी और मूल निवास का भी मुद्दा उठा रहे है उनका मानना है की बिना इन दोनों के भू कानून का फाइल्स असरदार नहीं रहेगा इसलिए सरकार को इसपर भी निर्णय लेना चाहिए और इसको भी साथ साथ लागु करना चाहिए।
https://twitter.com/VG_27_/status/1507701197704089601
#उत्तराखंड_मांगे_भू_कानून @pushkardhami
आज उत्तराखंड के अस्तित्व को बचाने के लिए भूमि कानून और मूल निवास की सख्त जरूरत है इसीलिए भूमि कानून पर आपने जो कमेटी का गठन किया था उस पर आगे काम कीजिए। https://t.co/6vgGFUObXY— सोब्फती गेरोला 1UK Team (@Sobiftygairola) March 26, 2022
कब और कहाँ होता है यह ट्रेंड
वैसे तो यह मुद्दा पुरे उत्तराखंड में हर सोशल मिडिया पर छाया है लेकिन इसकी पकड़ा ट्विटर पर रात के 9 बजे ज्यादा दिखती है यहाँ सभी लोग मिलकर #उत्तराखंड_मांगे_भू_कानून हैशटैग यूज़ कर उत्तराखंड के बड़े बड़े लोग जो सरकार में बैठे है उनको टैग करके लागूं करने की अपनी अपनी तरीके से मांग करते है।
https://twitter.com/PyaraUKofficial/status/1507606349710229506