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मोदी योगी की आंधी में उप्र व उत्तराखंड में डूबी सपा व कांग्रेस की लुटिया

 

उत्तराखंड में मोदी की आंधी व कांग्रेस की आत्मघाती नीति से फिर सत्तासीन हुई अकर्मण्य भाजपा

पंजाब में कांग्रेस को ले डूबा सिद्धू, चली आप की आंधी

मणिपुर और गोवा में भी भाजपा हुई सत्तासीन

उत्तर प्रदेश में योगी और उत्तराखंड में फिर सत्तासीन हुई भाजपा

 

प्यारा उत्तराखंड डॉट कॉम से देव सिंह रावत

आज 10 मार्च को पांच राज्यों 【उत्तर प्रदेश (403), पंजाब (117) उत्तराखंड (70) मणिपुर (60) गोवा (40)】 के विधानसभा चुनाव 2022 के परिणाम सुबह 8:00 बजे से निकलने शुरू हो गये। सबसे पहले डाक पत्रों की गिनती हुई ।
उसके बाद जैसे ही मतदान बेटियां खुली वैसे वैसे यह साफ हो गया कि उत्तर प्रदेश उत्तराखंड मणिपुर व गोवा आदि में मोदी की आंधी में कांग्रेस, सपा, बसपा, आम आदमी पार्टी के अरमान धूल में उड़ गए। उत्तर प्रदेश की जनता ने मोदी और योगी की जोड़ी पर विश्वास जताते हुए भारी बहुमत से भारतीय जनता पार्टी को फिर सत्तासीन किया कई दशकों बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने इस चुनाव में विजय होकर एक नया कीर्तिमान बनाया कि मुख्यमंत्री चुनावी जंग लड़कर पुणे विजय हुए।
वहीं उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों में भाजपा को फिर भारी बहुमत मिला हालांकि प्रदेश सरकार के निकम्मेपन के कारण ऐसा आकलन किया जा रहा था कि भारतीय जनता पार्टी फिर सत्ता में वापसी नहीं होगी परंतु कांग्रेस नेतृत्व कि आपका आत्मघाती नीतियों एवं प्रधानमंत्री मोदी की आंधी के चलते भारतीय जनता पार्टी पुनः सत्तासीन हो गई।

 

सबसे चौंकाने वाले परिणाम लाल कुआं से कांग्रेस के मुख्यमंत्री के दावेदार समझे जाने वाले प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के डॉ मोहन सिंह बिष्ट से 16432 मतों से पराजित हो गए। वही अभी तक भाजपा के वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के भुवन चंद कापड़ी से 6000 से भी अधिक मतों से पीछे चल रहे हैं। इसके चलते लग रहा है कि भारतीय जनता पार्टी का आला नेतृत्व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को मुख्यमंत्री बनाने की फिर भूल कर सकता है।
दूसरी तरफ पंजाब में सिद्धू की महत्वकांक्षा से उपजा कलह ने कांग्रेस का भट्टा गोल हो गया ।कांग्रेस, भाजपा व अकाली आपसी कलह से त्रस्त जनता ने एक प्रयोग के तौर पर केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को भारी बहुमत देकर पंजाब में सत्तासीन किया। मणिपुर में भी भाजपा ने पूनम परचम लहराया। वहीं गोवा में भी भाजपा की सरकार बनने की आशा है।
उल्लेखनीय है कि 8 जनवरी को भारत कि चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर व गोवा की विधानसभा के चुनाव की रणभेरी बजा दी।
इसी के तहत पांच राज्यों के 18.3 करोड़ मतदाता सात चरण में होने वाले( 10 फरवरी से 7 मार्च तक) मतदान में अपनी-अपनी विधानसभा प्रतिनिधि के चयन के लिए मतदान किया।
जहां उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से 7 मार्च तक 7 चरणों में निष्पक्ष चुनाव हुआ। प्रथम चरण फरवरी 10(55सीट),14(58सीट),20(59सीट),23(60सीट),27 (60सीट)व छठा चरण 3 मार्च (57सीट)को सातवां चरण 7 मार्च (54सीट)को हुआ।
वहीं उत्तराखंड व गोवा 14 फरवरी को मतदान हुआ।

403 विधानसभाई सीट वाली उत्तर प्रदेश मे 2017 के विधानसभा चुनाव मे भाजपा को 312, सपा को 47, बसपा को 19, कांग्रेस को 7, अपना दल को 9, सभाजपा को 4 व शेष अन्य सीटे विजय मिली।

वहीं 70 विधानसभा सीट वाली उतराखण्ड मे 2017 के विधानसभा चुनाव मे भाजपा को 57 सीटोे पर अभूतपूर्व विजय मिली , कांग्रेस को 11, व अन्य 2 विजय रहे।
117 विधानसभाई सीट वाली पजाब मे 2017 के विधानसभा चुनाव मे कांग्रेस को 77, आप को 20, अकाली दल को 15 व भाजपा को 3 सीटे मिली।

60 विधानसभाई सीट वाली मणिपर मे 2017 के विधानसभा चुनाव मे कांग्रेस को 28 व भाजपा को 21 व अन्य को 11 सीटो पर विजय मिली पर भाजपा ने वहां तिकडम कर सरकार बनाने का काम किया।
वही 40 सीटो की विधानसभाई सीट वाली गोवा मे 2017 के विधानसभा चुनाव मे भाजपा को कांग्रेस को 17, भाजपा को 13 व शेष अन्य।
पाच राज्यो की विधानसभा चुनाव परिणामो का यह संदेश है कि आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव मे भी देश की सत्ता मे एक बार मोदी ही विराजमान होगे ।
दलीय चुनाव परिणाम भले ही देर तक आयेगे पर रूझानो मे मिल रही बढ़त से यह तय हो गया कि उप्र, उतराखण्ड, गोवा व मणिपर मे भाजपा के लिए जनादेश है वही पजाब मे आप के लिए।

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