जाति क्षेत्रवादी लूटेरे कालनेमियों को सत्ता से दूर रखना हर नागरिक का धर्म है।
देवसिंह रावत
लडने दो चुनाव, धुंध तो छटने दो
कुछ तो लोगों का भला होने दो
काले धन का सचार भी होने दो
बंद तिजोरियों में सड रहे धन को
सुनो वंचितों का निवाला बनने दो
कईयों का भ्रम भी मिटने दो
स्वप्न लोक में खोये देश को जगने दो
योद्धाओं को रोको…. नहीं लडने दो
पता तो चले लोग चाहते किसे हैं
कितने अपने और कितने पराये हैं
जाति क्षेत्र टके में बिकने वाले कितने है
देश प्रदेश अपना भाग्य शराब में बहने दो
देख लो न्याय देश प्रदेश के साथ कितने हैं।
अगर तुम सबल हो तो कान खोल कर सुन लो
साम दाम दण्ड भेद से चुनाव जीत लो
हार से भले तुम न टूटो हे महारथी
वंचित, शोषित आम आदमी तो लूट जायेगा
देश प्रदेश गांव खेत खलिहान बिक जायेगा।
जाति क्षेत्रवादी लूटेरों को सत्तासीन न होने दो
इन कालनेमियों को सत्ता से दूर रखना ही
यही हर इंसान का धर्म व राष्ट्रभक्ति है।
सुशासन देना ही देशभक्तों का पहला कर्म है
गरीब,बेबश लाचारों को सबल बनाना धर्म है।
चुनाव केवल खेल तमाशा नहीं राष्ट्र के प्राण है
सावधान, इससे डरो नहीं, दूर भागो नहीं
यही राष्ट्र के प्राण है लोकशाही की शान है।
जिंदगी की जंग बस इतनी सी नहीं है साथी
सुनो…. एक हार एक जीत से तुम न डरो
13 जनवरी 2022 3.23 बजे शकर पुर