देवस्थानम बोर्ड के नाम से पुरे उत्तराखंड में राजनीती गरमाई हुई है। हर कोई पार्टी इसपर अपनी रोटियां सेक रही है अब इसको लेकर बड़ी खबर आ रहे है की अखाड़ा परिषद के एक अलग गुट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी(निरंजनी) ने दावा किया है कि देवस्थानम बोर्ड जल्द भंग हो जायेगा। और इसको लेकर अखाड़ा परिषद की सरकार से वार्ता पूर्व में ही हो चुकी है। जिसकी वजह से अब कोई विवाद नहीं रह गया है। वहीँ दूसरी और तीर्थ पुरोहित लगातार प्रदर्शन करने में लगे हुए है। और सभी मंत्रियों के घर के बाहर कोई शीर्षासन और कोई प्रदर्शन कर रहा है।
मीडिया को जारी बयान में श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के बारे में केंद्र और राज्य सरकार से अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की पूर्व में वार्ता हो चुकी है। देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की तैयारी चल रही है। कुछ दिन के अंदर ही ये कानून वापस ले लिया जायेगा। अखाड़ा परिषद देवस्थानम बोर्ड को लेकर पहले ही सरकार से वार्ता कर चुकी है। तीर्थ पुरोहितों के हित में ही अखाड़ा परिषद ने सरकार से वार्ता कर देवस्थानम बोर्ड को जल्द से जल्द भंग करने के लिए कहा था। वहीँ सोमवार को अखाड़ा परिषद दूसरे गुट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी (महानिर्वाणी)ने देवस्थानम बोर्ड भंग न करने पर गैरसेण में विधान सभा सत्र के दौरान धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी थी।
दूसरी और सरकार के सूत्र बता रहे है की सरकार जल्द ही इसपर बड़ा फैसला दे सकती है और तीर्थ पुरोहितों के इस लम्बे चलने वाले प्रदर्शन को विराम दे सकती है अभी शीतकालीन सत्र (विंटर सेशन) विधान सभा जो गैरसैंण में 7 और 8 दिसंबर को गैरसैण में होगा उसमे सरकार अपना यह कानून वापस ले सकती है।