देव सिंह रावत
- इस हस्तिनापुर की बर्बादी के
धृतराष्ट्र शकुनि दुर्योधन भी तुम हो। - अपने देश प्रदेश गांव की बर्बादी के जिम्मेदार
- अब और दूसरा कोई नहीं तुम हो तमाशबीनों।
- जब दल, जाति क्षेत्र संप्रदाय
- व दो टके के स्वार्थ में तुमने
- ईमानदार राष्ट्र भक्तों को दुत्कार कर
- सत्तालोलुप भेड़ियों को सरताज बनाया।
- जब स्वार्थ के पुतलों को
- तुमने राष्ट्र के झंडे थमाये
- जाति संप्रदाय क्षेत्र के कलंदरों को
- तुमने देश के भाग्य विधाता बनाये
- शोषक कातिल बटमारों को
स्वार्थ में अपना रहनुमा बनाया। - अंधेरों के चकोर उल्लूओं को
- ज्ञान की मशाल थमाई।
- आदमखोर गिद्ध भेड़ियों को
- दया न्याय का पहरेदार मनाया।
- इस हस्तिनापुर की बर्बादी के
धृतराष्ट्र शकुनि दुर्योधन भी तुम हो। - संकिर्ण स्वार्थ में अंधे हो कर तुमने
- अन्याय अत्याचार कुशासन पर मौन साधा।
- आस्तीन के सांपों को पालकर
कैसे सुशासन रूपि कोयल के गीत सुनोगे ?