Chamoli उत्तराखंड

तेरहवीं पर स्व पंडित रमेश चंद्र सती को यजमानों व परिजनों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली । आज 16अक्टूबर 2021को    बड़ी संख्या में शोकाकुल परिजनों,रिश्तेदारों व यजमानों ने दिवंगत पण्डित रमेश चन्द्र सती को उनकी तेरहवीं के अवसर पर उनके सुपुत्र विख्यात कथावाचक दिनेश चन्द्र सती के प्रीतम पुरा आवास पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित ।

पूरी सनातनी परंपरा के अनुसार ब्राह्मनों ने तेरहवीं क्रियाकर्म संपन किया।इस अवसर पर  सुपुत्र दिनेश चन्द्र सती, स्वर्गीय रमेश चंद्र सती की धर्मपत्नी व छोटे भाई कांता प्रसाद सती तथा  उनके परिजनों को तेरहवीं में समल्लित रिश्तेदारों व यजमानों से ढाढ़स  बंधाया ।इस अवसर पर सभी ने दिवंगत आत्मा को  भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए भगवान से दिवंगत दिव्य संतात्मा को श्री चरणों में स्थान देने की विनिती की। तेरहवीं में समल्लित होने वालों में कथावाचक दिनेश चन्द्र सती के नजफगढ़ दिल्ली से पधारे श्री गुरू, पैतृक यजमान सुरेन्द्र सिंह रावत व देव सिंह रावत सहित अनैक प्रतिष्ठित यजमान व ईष्ट मित्र-परिजन प्रमुख थे।

गौरतलब है  कि 4 अक्टूबर को स्व रमेश चंद्र सती का निधन  दिल्ली में हुआ था।
इस दुखद समाचार की जानकारी देते हुए प्यारा उत्तराखंड समाचार पत्र के सम्पादक देव सिंह रावत ने बताया कि  #गिरजा_माता के परम #साधक,#व्यास, आयुर्वेद चिकित्सक व हमारे #कुलगुरू #पंडित_रमेश_चंद्र_सती
के निधन की दुखद खबर सुनते सीमांत जनपद #चमोली के #कडाकोट_पट्टी में गहरा  शोक छा गया।
जनपद चमोली के #चोपता गांव  (नारायण बगड़ )के मूल निवासी पंडित रमेश सती का निधन 4 अक्टूबर को दिल्ली में अपने सुपुत्र
#दिल्ली के विख्यात #कथावाचक  #पंडित_दिनेश_चंद्र_सती के आवास पर हुआ विगत कई माह से अस्वस्थ अस्वस्थ थे। उनका अंतिम संस्कार 5अक्टूबर को  #हरिद्वार में पतित पावनी गंगा के घाट पर किया गया।
भगवान  #श्री_हरि दिव्य आत्मा को
अपने श्री चरणों में  स्थान दे और परिवार को इस त्रासदी को सहने की शक्ति दे।

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