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खरीफ विपणन सीजन (केएमएस) 2020-21 के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का क्रियान्‍वयन

 


खरीफ विपणन सीजन में खरीदारी से 54147.38 करोड़ रुपये एमएसपी मूल्‍य के साथ लगभग 24.78 लाख धान के किसानों को लाभ मिला

286.79 एलएमटी में से अकेले पंजाब ने 199.32 एलएमटी का योगदान किया, जो कुल धान खरीद का 69.41 प्रतिशत है

19नवम्बर 2020 नई दिल्ली से पसूकाभास

चालू खरीफ विपणन सीजन (केएमएस) 2020-21 में सरकार वर्तमान एमएसपी योजनाओं के अनुसान खरीफ 2020-21 फसलों की खरीद जारी रखी है।

खरीफ 2020-21 के लिए धान की खरीद, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, उत्तराखंड, तमिलनाडु, चंडीगढ़, जम्मू और कश्मीर, केरल, गुजरात और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों में सुचारु रूप से जारी है। पिछले वर्ष के 241.78 एलएमटी की तुलना में इस वर्ष 17 नवंबर 2020 तक 286.79 एलएमटी से अधिक धान की खरीददारी की जा चुकी है। इस प्रकार पिछले वर्ष की तुलना में धान खरीद में 18.61 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 286.79 एलएमटी की कुल खरीद में से पंजाब ने अकेले 199.32 एलएमटी का योगदान दिया है, जो कुल खरीद का 69.41 प्रतिशत है।

चालू केएमएस खरीद कार्रवाई के तहत 54147.38 करोड़ रुपये मूल्य के धान की खरीद की गयी है और इससे लगभग 24.78 लाख किसानों को लाभ मिला है।

इसके अतिरिक्‍त, राज्यों के प्रस्ताव के आधार पर तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान और आंध्र प्रदेश राज्यों के लिए मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत खरीफ विपणन सीजन 2020 के दौरान 45.10 एलएमटी दालों और तिलहनों की खरीद के लिए मंजूरी दी गई थी। इसके अतिरिक्त, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल राज्यों के लिए 1.23 एलएमटी कोपरा (बारहमासी फसल) की खरीद के लिए भी मंजूरी दी गई थी। अन्य राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों के लिए, पीएसएस के तहत दलहन, तिलहन और कोपरा की खरीद-प्रस्तावों की प्राप्ति पर मंजूरी दी जाएगी ताकि वर्ष 2020-21 के लिए राज्य नोडल एजेंसियों के माध्यम से केन्द्रीय नोडल एजेंसियां इन फसलों के एफएक्यू ग्रेड की खरीद, अधिसूचित एमएसपी पर सीधे पंजीकृत किसानों से कर सकें, यदि संबंधित राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों में अधिसूचित फसल अवधि के दौरान फसलों की बाजार दर एमएसपी से कम हो जाती है।

सरकार ने अपनी नोडल एजेंसियों के माध्यम से 17 नवम्बर, 2020 तक 60100.06 एमटी मूंग, उड़द, मूंगफली की फली और सोयाबीन की खरीद की है, जिसका एमएसपी मूल्य 324.43 करोड़ रुपये है और इससे तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा और राजस्थान के 34,918 किसानों को लाभ मिला है। पिछले वर्ष दाल और तिलहन के लिए 33976.48 एमटी की खरीद हुई थी। इस तरह, इस वर्ष 76.89 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

इसी तरह, 17 नवंबर, 2020 तक 52.40 करोड़ रुपये के एमएसपी मूल्य पर 5089 एमटी कोपरा (बारहमासी फसल) की खरीद की गयी है, जिससे कर्नाटक और तमिलनाडु के 3,961 किसान लाभान्वित हुए हैं जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 293.34 एमटी कोपरे की खरीद की गई थी। कोपरा और उड़द के संदर्भ में, अधिकांश प्रमुख उत्पादक राज्यों में खरीद दर एमएसपी से अधिक है। खरीफ दलहन और तिलहन के संबंध में राज्य/केन्‍द्र शासित प्रदेश की सरकारें आवक के आधार पर अपनी तय की गयी तिथि से खरीद शुरू करने के लिए आवश्यक तैयारियां कर रही हैं।

पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में एमएसपी के तहत बीज कपास (कपास) की खरीद का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है। 17 नवम्बर, 2020 तक 5023.70  करोड़ रुपये मूल्य की 1604413 कपास गांठों की खरीद की गई है, जिससे 3,14,384 किसान लाभान्वित हुए हैं।

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