प्यारा उत्तराखंड डॉट कॉम
सीमांत जनपद चमोली के दूरस्थ कोठुली क्षेत्र की हजारों जनता की लंबे समय से चल रही मोबाइल टावर शुरू करने की मांग पर पर आखिर जनदवाब रंग लाया। आज 3 बजे गढवाल संसदीय क्षेत्र के सांसद तीरथ सिंह रावत इसका दूरस्थ उदघाटन करेंगे। इसकी जानकारी प्याउ से जनपद चमोली के वरिष्ठ भाजपा नेता पुरूषोत्तम शास़्त्री ने दी। श्री शास्त्री के अनुसार आज सांसद तीरथ रावत ने शास्त्री जी से टावर स्थल पर उनका प्रतिनिधित्व करने का आग्रह किया। सांसद गोपेश्वर से ही इस टावर का दूरस्थ उदघाटन कर देंगे। उल्लेखनीय है कि कडाकोट पट्टी में मोबाइल टावर लगाने की मांग दशकों से लंबित पड़ी है। जनता लगातार इसकी मांग कर रही थी। जनदवाब में आखिर इस क्षेत्र के मध्य सैंज खैंतोली की धार में जिओ का मोबाइल टावर लगाया गया। परन्तु वर्षों से इसे विधिवत संचालित नहीं किया गया। इसी माह 11 अक्टूबर को गढ़वाल संसदीय क्षेत्र के सांसद तीरथ रावत व स्थानीय विधायिका डेढ़ दर्जन गांव के मध्य स्थित सैंज खेंतौली मोबाइल टावर का विधिवत उद्घाटन करने वाले थे। परन्तु अब इस पर ग्रहण लग गया था। प्यारा उत्तराखंड के संपादक देव सिंह रावत को इसकी जानकारी देते हुए जनपद चमोली के वरिष्ठ भाजपा नेता पुरूषोत्तम शास्त्री ने बताया कि सांसद तीरथ रावत ने दूरभाष पर इस 11 अक्टूबर को उदघाटन कार्यक्रम की जानकारी दी थी। परन्तु अब 11 अक्टूबर को दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक में उनके सम्मलित होने के कारण यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया।
यह खबर सुनकर पूरे कडाकोट पट्टी के लोग आहत हो गये। बने टावर को सांसद की उपस्थिति के लिए क्यों रोका गया। जनप्रतिनिधियों से उदघाटन के लिए लम्बे समय तक इन जनहित की योजनाओं को लटाये रखने के बजाय इसको तुरंत शुरू करे निर्माण संस्थान। अब कब सांसद को फुर्रसत मिलेगी और वे इस योजना के उदघाटन की नई तारीख तय करेंगे। होगी। तब तक हजारों जनता इसका दण्ड भोगेगी। जनता इस बात से आहत है कि अगर यह टावर बन गया है और इसका उदघाटन करने के लिए जनप्रतिनिधि के पास समय नहीं है तो, इसकी इंतजारी में जनहित को नजरांदाज क्यों किया जाय। यह जरूरी नहीं कि जनप्रतिनिधी कार्य स्थल पर स्थूल शरीर से स्वयं उपस्थित हो। आजकल कोरोना काल में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री सहित अनैक महामहिम कई योजनाओं का इंटरनेटी माध्यम से उदघाटन करतो जनता की भलाई के लिए इसको तुरंत शुरू कर देना चाहिए। लोकेष्णा के मोह में जनहित को अवरूद्ध नहीं करना चाहिए। प्रधानमंत्री को चाहिए कि वे समस्त शासन प्रशासन सहित जनहित की पूरी हो गयी योजनाओं को तुरंत शुरू कराने का फरमान जारी कर दे। जनप्रतिनिधियों की इंतजारी में हजारों परियोजनायें दम तोड़ रही है।
उल्लेखनीय है कि देश के सीमांत जनपद चमोली के दूरस्थ बधाण परगना के सीमांत क्षेत्र कोटली क्षेत्र के डेढ़ दर्जन गांवों के हजारों लोग क्षेत्र में मोबाइल टावर ना होने के कारण संचार दूरभाष सुविधाओं से वंचित थे लोग निरंतर इस क्षेत्र में मोबाइल टावर लगाने की मांग कर रहे थे जिसे प्राय प्रतिनिधियों ने अनसुना किया था।
अब जनता की पुरजोर मांग व दबाव को सुनते हुए शासन प्रशासन ने इस क्षेत्र में निजी क्षेत्र जिओ का मोबाइल टावर की को विधिवत स्वीकृति दे दी है जिससे संचार सुविधाएं लोग इस टावर के विधिवत शुरू होने के दिन से ही प्राप्त करेंगे ।उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र में ही भारत के प्रथम विक्टोरिया सम्मान पदक प्राप्त करने वाले दरबान सिंह नेगी का गांव कफातीर
भी है जहां गत वर्ष स्वयं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत भी दरबान सिंह नेगी के सम्मान समारोह में सम्मलित हुए थे।
उस समय भी जनता ने मुख्यमंत्री के समक्ष इस मांग को पुरजोर ढंग से रखा था तथा शासन प्रशासन ने इस क्षेत्र में संचार सुविधाओं के अभाव को महसूस किया था। हालांकि इस क्षेत्र में एक इंटर कॉलेज एक हाई स्कूल और कई प्राथमिक शिक्षालय व चिकित्सालय भी कार्यरत हैं।
इसी क्षेत्र में उत्तराखंड राज्य गठन आंदोलन की शीर्ष आंदोलनकारी देव सिंह रावत का भी गांव कोठुली है।
इससे क्षेत्र के गवाड, सदगढ़ भुल्कानी, पलसारी, भटियाणा कोट, केदारकोट, सुनभी कोथरा कोठुली,मदनपुर,चिरखून जांख पार्टियों,लोदलाआदि गांव लाभांवित होंगे।
हालांकि कड़ाकोट के रैंस चोपता क्षेत्र में भी एक मोबाइल टावर स्थापित किया जाएगा। इस मोबाइल टावर के स्थापित होने से क्षेत्र के हजारों हजार लोग मोबाइल इंटरनेट सेवाओं से लाभान्वित होंगे। उल्लेखनीय कोटली क्षेत्र जनपद चमोली में दशकों से संघर्षशील लोगों की क्षेत्र के नाम में से विख्यात रखा ।यहीं क्रांतिकारी बलवंत सिंह नेगी गुरुजी के नाम से विख्यात शिक्षक, पूरे भारत के शिक्षकों के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण है ।उनके नेतृत्व में इस क्षेत्र में इंटर कॉलेज मोटर मार्ग आदि का ऐतिहासिक संघर्ष जनता ने किया।