सोलर संयंत्र स्थापित करने के लिए सरकार देगी सब्सिडी व सरकार ही खरीदेगी उत्पादित ऊर्जा
उतरकाशी (प्याउ)।
प्रदेश को ऊर्जा प्रदेश बनाने के साथ साथ रोजगार को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही प्रदेश में मुख्यमंत्री सोलर स्वरोजगार योजना शुरू की जा रही है। पहले चरण में लगभग 10 हजार ग्रामीण युवा इससे लाभान्वित होंगे। इसमें 25 किलोवाट तक के प्लांट लगाए जा सकेंगे। इस योजना के अंतर्गत न केवल सब्सिडी दी जाएगी बल्कि उत्पादित ऊर्जा को सरकार खरीदेगी।
इस महत्वपूर्ण योजना के बारे में जानकारी देते हुए उतराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने अपने फेसबुक में लिखा कि आने वाला समय सौर ऊर्जा का है। सौर ऊर्जा नीति के तहत स्थानीय लोगों को छोटे-छोटे सोलर संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। बहुत से स्थानीय उद्यमियों को सोलर परियोजनाएं आवंटित की गई हैं। ऐसे ही उद्यमी हैं आमोद सिंह पंवार जी। इन्होंने उत्तरकाशी जिले के विकासखण्ड चिन्यालीसौड़ के ग्राम इन्द्र टिपरी में 200 किलोवाट का सोलर प्लांट लगाया है। इस प्लांट को ग्रिड सिंक्रोनाइज भी किया जा चुका है। सौर ऊर्जा में रोजगार की सम्भावनाओं को देखते हुए हम जल्द ही ष्मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना भी शुरू करने जा रहे हैं जिसमें 10 हजार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि स्थानीय आजीविका के लिए सौर ऊर्जा बहुत ही महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। अगर प्रदेश के विकास को जमीदोज करने वाली भ्रष्ट नौकरशाही पर मुख्यमंत्री ने अंकुश लगाने में सफलता अर्जित कर दी तो वह दिन दूर नहीं प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध उतराखण्ड पूरे भारत में ऊर्जा प्रदेश के रूप में अपना परचम लहरायेगा। इसके साथ इससे प्रदेश में रोजगार व उद्यम को मिलेगा बढावा जिससे लगेगा पलायन पर अंकुश।