उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जब से यूपी का कार्यभार संभाला है। तब से आज तक उनके हर फैसले की पुरे देश में चर्चा होती रही है। एक ऐसा ही फैसला अब सामने आ रहा है जिसमे अब योगी सरकार बड़ी क़ानूनी कार्यवाही करने जा रही है अब लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर धर्म बदलने पर कड़ी कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों को प्रदेश में लव जेहाद की घटनाएं रोकने को कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पहचान छिपाकर बहलाने-फुसलाने या ब्लैकमेल करके धर्मांतरण कराने की कोशिशों पर सख्त कार्रवाई की जाए। महिलाओं का उत्पीड़न या उनके साथ हिंसा की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
शुक्रवार को अफसरों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने हाल के दिनों में सामने आई महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर नाराजगी जताई। इस दौरान मेरठ, कानपुर और लखीमपुर खीरी में धोखे से लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने की घटनाओं की भी समीक्षा की गई। इसमें लखीमपुर खीरी व मेरठ में लड़कियों की हत्या भी कर दी गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी घटनाएं रोकने के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाई जाए। ऐसी सूचनाओं को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
यह मामला कानपुर में जारी किया कुछ हफ्ते पहले वायरल वीडियो के आने के बाद से सुर्खियों में था। जिसमे कानपुर के बर्रा-6 की युवती ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर धर्म परिवर्तन कर अपनी मर्जी से निकाह करने की बात कही थी।
दरअसल आपको बता दे की बर्रा-6 निवासी शालिनी यादव ने 29 जून को परीक्षा के बहाने घर से भागकर लाल कॉलोनी के मोहम्मद फैसल से गाजियाबाद में धर्म परिवर्तन कर निकाह किया था। शालिनी के परिजन मामले को लेकर फैसल और उसके परिजनों के खिलाफ किदवई नगर थाने में मुकदमा दर्ज करा चुके हैं।
अब उत्तराखंड के लोग भी अपने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र रावत से योगी जी की तरह लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने की मांग कर रही है। क्यूंकि कुछ सालो से उत्तराखंड में लव जिहाद की घटनाओ में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।लव जिहाद का एक मामला उत्तराखंड के हल्द्वानी के निवासी मोहम्मद दानिश पर लगा है। जिसके मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है उसने काठगोदाम की रहने वाली निकाह कर लिया जिसके बाद लड़की के पिता ने अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया। जिसके बाद उसे और उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उत्तराखंड सरकार की ओर से पेश हुए डिप्टी एडवोकेट जनरल मनोज गोरकेला ने पीठ के समक्ष कहा कि आरोपी ने 18 अप्रैल को युवती का अपहरण किया और अगले दिन गाजियाबाद में फर्जी तरीके से युवती का धर्मांतरण कर उसके साथ शादी कर ली। उनका कहना था निकाहनामा फर्जी है और धर्म परिवर्तन से संबंधित दस्तावेज भी फर्जी हैं।