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कोरोना महामारी से भारत में महासंग्राम -18 जून 2020 को पीड़ितों की संख्या 368557 व मरे 12274

कोविड-19 के मरीजों के स्वस्थ होने के साथ सुधार की दर बढ़कर 52.80 प्रतिशत हो गई

18 जून2020
नई दिल्ली से पसूकाभास
भले ही 18जून 2020को कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने के लिए छिडे महासंग्राम के दौरान जो आंकडे बताये जा रहे हैं, उनके अनुसार. विश्व में कोरोना महामारी के पीड़ितों की संख्या  8425191 है। वहीं मृतकों की संख्या 451808 है। तथा इस महामारी से उबरे लोगो की संख्या 4433801है।
वहीं दूसरी तरफ भारत में कोरोना महामारी से पीडितों की संख्या 368557 उपचार के बाद 194843 लोग स्वस्थ हो गये। इस महामारी से  12274  लोग मारे गये। भारत में कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने के लिए देश की सरकारें क्या क्या कदम उठा रही है। प्रस्तुत है 17 जून को सरकार द्वारा कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने व देश की अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए उठाये गये कदम का विवरण।
भारत मे सभी राज्यों व केन्द्र प्रशासित क्षेत्रों में कोरोना महामारी व इस पर अंकुश लगाने की स्थिति कैेसी है। इसके बारे में भारत सरकार की पत्र सूचना कार्यालय द्वारा 17जून की सांय को जारी विज्ञप्ति के अनुसार

 

पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 6,922 मरीजों के स्वस्थ होने के साथ सुधार की दर बढ़कर 52.80 प्रतिशत हो गई और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 1,86,934 हो गई।

अब देश में 924 प्रयोगशालाओं में परीक्षण हो रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने अनलॉक 1.0 के बाद की परिस्थितियों पर विचार-विमर्श के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद का दूसरा भाग पूरा किया; प्रधानमंत्री ने कहा-हमें लॉकडाउन की अफवाहों से लड़ने और अनलॉक 2.0 की योजना बनाने की जरूरत है।

केन्द्रीय गृह मंत्री के निर्देशों का पालन करते हुए दिल्ली के सभी अस्पतालों ने कोविड-19 से मरने वालों के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। 

भारतीय रेलवे ने 5 राज्यों में 960 कोविड देखभाल कोच तैनात कर दिए हैं।

सरकारी एजेंसियों द्वारा गेहूं की खरीद अपने अभी तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।

 

 

 

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से कोविड-19 पर प्राप्त अपडेट; रोगियों के ठीक होने की दर बढ़कर 52.80 प्रतिशत हुई

पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 के 6922 रोगी ठीक हुए। अब तक कुल 1,86,934 मरीज कोविड-19 बीमारी से ठीक हो चुके हैं। रोगियों के ठीक होने (रिकवरी) की दर बढ़कर 52.80 प्रतिशत तक पहुंच गई है। अभी कोविड-19 के कुल 1,55,227 सक्रिय मामले हैं और सभी चिकित्सकीय देख-रेख में हैं। सरकारी प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाकर 674 और निजी प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाकर 250 (कुल 924) कर दी गई है। पिछले 24 घंटों में 1,63,187 नमूनों की जांच की गई। इस प्रकार अब तक जांचे गए नमूनों की कुल संख्या 60,84,256 हो गई है।

प्रधानमंत्री ने अनलॉक-1.0 के बाद की स्थिति पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत का दूसरा भाग आयोजित किया

प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने अनलॉक-1.0 के बाद की स्थिति और कोविड-19 महामारी से निपटने की योजना पर चर्चा करने के लिए आज मुख्यमंत्रियों के साथ दो दिवसीय बातचीत का दूसरा भाग आयोजित किया।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर गौर किया कि कुछ बड़े राज्यों और शहरों में यह वायरस बड़े पैमाने पर फैला है। जनसंख्या का भारी घनत्व, सामाजिक दूरी बनाये रखने में कठिनाई और रोजाना बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही ने इस स्थिति को चुनौतीपूर्ण बना दिया है, इसके बावजूद नागरिकों के संयम, प्रशासन की तत्परता और कोरोना योद्धाओं के समर्पण ने इसके फैलने की गति को नियंत्रित रखा है। उन्होंने कहा कि समय पर मामलों का पता लगाने, उपचार और मामलों के दर्ज होने से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान लोगों द्वारा प्रदर्शित अनुशासन ने कोविड-19 के मामलों को तेजी से बढ़ने से रोका। उन्होंने लॉकडाउन की अफवाहों से निपटने की आवश्यकता का जिक्र करते हुए इस बात का उल्लेख किया कि देश अब अनलॉकिंग के चरण में है। उन्होंने कहा कि अब हमें अनलॉक के चरण-2 के बारे में सोचने और अपने लोगों को नुकसान पहुंचने की सभी आशंकाओं को कम करने की आवश्यकता है।

 

 

मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद के दौरान प्रधानमंत्री का प्रारंभिक वक्तव्य

आप सभी साथियों का बहुत-बहुत अभिनंदन !!

Unlock-One के बाद ये हमारी पहली मुलाकात है। देश के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में Unlock-One के अनुभवों पर कल मेरी विस्तार से चर्चा हुई है।  ये वास्तविकता है कि कोरोना का फैलाव कुछ बड़े राज्यों, बड़े शहरों में अधिक है। कुछ शहरों में अधिक भीड़, छोटे-छोटे घर, गलियों-मोहल्लों में फिजिकल डिस्टेंसिंग की कमी, हर रोज हजारों लोगों की आवाजाही, इन बातों ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है।

फिर भी हर देशवासी के संयम, अनेक जगहों पर प्रशासन की तत्परता और हमारे कोरोना योद्धाओं के समर्पण की वजह से हमने हालात को नियंत्रण से बाहर नहीं जाने दिया है। समय पर ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट और रिपोर्टिंग के कारण हमारे यहां संक्रमण से Recover होने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।  ये राहत की बात है कि ICU और वेंटिलेटर केयर की ज़रूरत भी बहुत कम मरीजों को पड़ रही है।

समय पर उठाए गए सही कदमों के कारण हम सभी इस बड़े खतरे का मुकाबला कर पाए हैं। लॉकडाउन के दौरान देश की जनता ने जो अनुशासन दिखाया है, उसने Virus की Exponential Growth को रोका है। चाहे इलाज की व्यवस्था हो, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर हो या Trained Manpower हो, आज हम कहीं ज्यादा संभली हुई स्थिति में हैं।

आप भी इससे परिचित हैं कि सिर्फ तीन महीने पहले PPEs के लिए, Diagnostic Kits के लिए सिर्फ भारत में ही नहीं दुनिया के अनेक देशों में हाहाकार मचा हुआ था। भारत में भी बहुत लिमिटेड स्टॉक था, क्योंकि हम पूरी तरह से इंपोर्ट पर डिपेंडेंट थे। आज स्थिति ये है कि पूरे देश में 1 करोड़ से अधिक PPEs और इतने ही N95 मास्क राज्यों तक पहुंचाए जा चुके हैं।  हमारे पास Diagnostic Kits का पर्याप्त स्टॉक है और इनकी Production Capacity भी बहुत बढ़ाई गई है। अब तो पीएम-केयर्स फंड के तहत भारत में ही बने Ventilators की सप्लाई भी शुरु हो चुकी है।

आज पूरे देश में कोरोना की 900 से ज्यादा टेस्टिंग लैब हैं, लाखों कोविड स्पेशल बेड हैं, हजारों क्वारन्टीन और आइसोलेशन सेंटर्स हैं और पेशेन्ट्स की सुविधा के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन की सप्लाई भी है।  लॉकडाउन के दौरान लाखों की संख्या में ह्युमेन रिसोर्स को Train किया गया है। सबसे बड़ी बात, आज देश का हर नागरिक इस वायरस के प्रति पहले से ज्यादा सचेत हुआ है, जागरूक हुआ है। ये सबकुछ राज्य सरकारों के सहयोग से, स्थानीय प्रशासन के दिन-रात काम करने की वजह से ही संभव हो पाया है।

साथियों,

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जीत का विश्वास दिलाने वाली इन बातों के बीच, हमें Health Infrastructure, Information Systems, Emotional Support  और Public Participation पर इसी तरह निरंतर बल देना होगा।

साथियों,

कोरोना के बढ़ते हुए मरीजों की संख्या को देखते हुए, Health Infrastructure का विस्तार करना, हर जीवन को बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।  ये तभी होगा जब कोरोना के प्रत्येक मरीज को उचित इलाज मिलेगा। इसके लिए हमें Testing पर और अधिक बल देना है, ताकि संक्रमित व्यक्ति को हम जल्द से जल्द ट्रेस और ट्रैक और आइसोलेट कर सकें। हमें इस बात का भी ध्यान रखना है कि हमारी अभी की जो Existing testing Capacity है उसका पूरा इस्तेमाल हो और निरंतर उसको Expand भी किया जाए।

साथियों,

बीते दो-तीन महीने में काफी संख्या में क्वारंटीन और आइसोलेशन सेंटर्स का निर्माण हुआ है। इसकी गति हमें और बढ़ानी होगी ताकि कहीं पर भी मरीजों को बेड की दिक्कत न आए। कोरोना के इस टाइम में Telemedicine का महत्व भी बहुत बढ़ गया है। चाहे वो Home Quarantine या आइसोलेशन में रह रहे साथी हों, या फिर दूसरी बीमारियों से पीड़ित हों, सभी को Telemedicine का भी लाभ मिले, इसके लिए हमें अपने प्रयास बढ़ाने होंगे।

साथियों,

ये आप भी भली-भांति जानते हैं कि किसी भी महामारी से निपटने में सही समय पर सही Information का बहुत महत्व होता है। इसलिए हमें ये भी ध्यान रखना है कि हमारी help lines Helpful हों, Helpless नहीं।  जैसे हमारे मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ हॉस्पिटल में कोरोना से जंग लड़ रहे हैं, वैसे ही हमें Senior Doctors की बड़ी टीमें तैयार करनी होंगी जो Telemedicine के माध्यम से बीमारों को Guide कर सके, उन्हें सही Information दे सके। इसके अलावा हमें Young Volunteers की फौज भी जुटानी होगी जो पब्लिक के लिए प्रभावी रूप से हेल्पलाइन चला सकें।

जिन राज्यों में आरोग्य सेतु App ज्यादा डाउनलोड हुआ है, वहां बहुत ही सकारात्मक परिणाम मिले हैं। हमें लगातार कोशिश करनी है कि आरोग्य सेतु App की रीच बढ़े, ज्यादा से ज्यादा लोग इसे डाउनलोड करें। हमें ये भी ध्यान रखना है कि अब देश में धीरे-धीरे मॉनसून आगे बढ़ रहा है। इस सीज़न में जो स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं रहती हैं, उनसे निपटना भी बहुत जरूरी है, वरना वो बहुत बड़ी चुनौती बन सकती हैं।

साथियों,

कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई का एक Emotional पहलू भी है।  संक्रमण के डर से, इससे पैदा हुए Stigma से हम अपने नागरिकों को कैसे बाहर निकालें, इसके लिए भी हमें प्रयास करना है। हमें अपने लोगों को ये विश्वास दिलाना है कि कोरोना को परास्त करने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है और ये तेजी से बढ़ भी रही है। इसलिए किसी को कोरोना हो भी गया है, तो वो घबराए नहीं।

जो हमारे कोरोना वारियर्स हैं, हमारे डॉक्टर हैं, दूसरे हेल्थ वर्कर्स हैं, उनके लिए भी ज़रूरी सुविधाओं को सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता में होना चाहिए। उनकी हर स्तर पर देखरेख करना, ये हम सभी का, पूरे राष्ट्र का दायित्व है।

साथियों,

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में समाज के कई तबकों ने, हर क्षेत्र से जुड़े लोगों, सिविल सोसायटी के लोगों को भी हमें निरंतर प्रोत्साहित करते रहना है। उनकी इस पूरी लड़ाई में प्रशंसनीय भूमिका रही है।  हमारे पब्लिक स्पेस में, हमारे दफ्तरों में मास्क या फेसकवर, फिजिकल डिस्टेंसिंग और Sanitization की प्रक्रिया को बार-बार लोगों को याद दिलाना है, इसमें किसी को लापरवाही नहीं करने देना है।

साथियों,

अनेक राज्य कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बहुत सराहनीय काम कर रहे हैं।  इन राज्यों की Best Practices हैं, जिनको शेयर करना ज़रूरी है।  मुझे विश्वास है कि हर राज्य अपने अनुभव और अपने सुझाव, यहां खुले मन से रखेंगे। जिससे आने वाले दिनों में एक बेहतर रणनीति बनाने में हम सभी को मदद मिलेगी। अब मैं गृहमंत्री जी से आग्रह करुंगा कि इस चर्चा को आगे बढ़ाएं।

केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के निर्देश पर दिल्ली के सभी कोविड अस्पतालों ने कोविड संक्रमण से अपनी जान गंवाने वाले लोगों के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को गति दी

केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के निर्देश पर दिल्ली के सभी (केन्द्रीय/राज्य/निजी) अस्पतालों ने 14 जून को केंद्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार कोविड संक्रमण से अपनी जान गंवाने वाले लोगों के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को गति देने का काम किया और इस क्रम में सभी अस्पतालों ने कोविड की वजह से जान गंवाने वाले अधिकतम लोगों का उनके परिजनों और रिश्तेदारों की सहमति/उपस्थिति में अंतिम संस्कार कर दिया।

भारतीय रेलवे ने पांच राज्यों में 960 कोविड देखभाल कोच तैनात कर दिए हैं

भारतीय रेलवे ने कोविड-19 के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान में राज्य सरकारों को अपनी ओर से हर संभव मदद देने की कोशिश कर रहा है। भारतीय रेलवे राज्यों को अपने 5231 कोविड देखभाल कोच उपलब्ध कराने की तैयारी में जुट गया है। जोनल रेलवे ने इन डिब्बों को कोविड के हल्के या मामूली संक्रमण वाले मरीजों की देखभाल के लिए इस्तेमाल करने के अनुरूप बदला है। अब तक, भारतीय रेलवे पांच राज्यों यानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और मध्य प्रदेश में कुल 960 कोविड देखभाल कोच तैनात कर चुका है। इनमें से 503 दिल्ली में, 20 आंध्र प्रदेश में, 60 तेलंगाना में, 372 उत्तर प्रदेश में और 5 मध्य प्रदेश में तैनात किए गए हैं।

सरकारी एजेंसियों द्वारा गेहूं की खरीद अब तक के शीर्षतम स्तर पर पहुंची

सरकारी एजेंसियों द्वारा 16 जून 2020 को किसानों से गेहूं की खरीद अब तक के शीर्षतम रिकॉर्ड स्तर तक जा पहुंची, जब केंद्रीय पूल के लिए कुल खरीद 382 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) तक पहुंच गई, जो 2012-13 के दौरान प्राप्त  किए गए 381.48 एलएमटी के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गई। ऐसा कोविड-19 महामारी के कठिनाइयों भरे समय के दौरान किया गया, जब पूरे देश में लॉकडाउन था। इस वर्ष 127 एलएमटी की खरीद करने वाले पंजाब को पीछे छोड़ते हुए मध्य प्रदेश केंद्रीय पूल में 129 एलएमटी गेहूं के साथ सबसे बड़ा योगदानकर्ता बन गया।

 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री महामहिम जस्टिन ट्रूडो के बीच टेलीफोन पर बातचीत

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री महामहिम जस्टिन ट्रूडो के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने एक दूसरे को अपने देशों में कोविड-19 महामारी से संबंधित परिस्थिति के बारे में जानकारी दी और स्वास्थ्य एवं आर्थिक संकट से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा की। दोनों ही नेता भारत-कनाडा साझेदारी का कोविड-19 के बाद की दुनिया में अच्छे बल के तौर पर इस्तेमाल करने पर सहमत हुए। इसमें  वैश्विक बातचीत में मानवीय मूल्यों को आगे बढ़ाना भी शामिल है। दोनों नेताओं ने विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत बहुपक्षीय संस्थानों को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर साथ मिलकर काम करने पर भी सहमति व्यक्त की।

 

राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने जुलाई-2020 में होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) स्थगित किए जाने की खबर को कोरी अफवाह बताते हुए इस पर स्पष्टीकरण जारी किया है

राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने कहा कि उसके संज्ञान में आया है कि “राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) जुलाई 2020 स्थगित” शीर्षक से 15 जून 2020 को जारी किया गया एक फर्जी सार्वजनिक नोटिस विभिन्न स्रोतों के माध्यम से और सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है। एनटीए ने कहा है कि उसने इसे गंभीरता से लिया है और उम्मीदवारों, अभिभावकों तथा आम जनता को गुमराह करने के इरादे से जारी किये गए इस फर्जी नोटिस के स्रोत की जांच कर रहा है। ऐसे जनविरोधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एनटीए ने कहा कि सभी उम्मीदवारों, अभिभावकों और जनता को सूचित किया जाता है कि एनटीए या संबंधित अधिकारियों द्वारा आज तक ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

 

जनऔषधि केन्द्रों पर सैनिटरी नैपकिन 1 रुपए प्रति पैड की कीमत पर उपलब्ध

वर्तमान परिदृश्य के आलोक में सामाजिक अभियान के तहत देशभर में 6300 से अधिक प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केन्द्रों में सैनिटरी नैपकीन एक रुपए की न्यूनतम कीमत पर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। बाजार में इस तरह के नैपकीन की कीमत 3 से 8 रुपये प्रति पैड है। प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्र कोविड-19 के प्रकोप के इस चुनौतीपूर्ण समय में भी अपनी पूरी क्षमता के साथ काम कर रहे हैं और लोगों को सस्ती दरों पर जरूरी दवाएं और चिकित्सा उपकरण उपलब्ध करा रहे हैं। जनऔषधि सुविधा सैनिटरी नैपकिन सभी केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। देश भर में मार्च, अप्रैल और मई, 2020 के महीने में 1.42 करोड़ से अधिक ऐसे पैड बेचे गए।

 

कोरोना महामारी से छिडे भारतीय महासंग्राम में राज्यों की स्थिति पर एक नजर

पंजाब : पंजाब की सूक्ष्म स्तर पर कोविड की रोकथाम और घर-घर निगरानी की रणनीति की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को सभी राज्यों से इस मॉडल को अपनाने के लिए कहा, जिससे पंजाब राज्य काफी हद तक महामारी के प्रसार पर नियंत्रण में कामयाब रहा है। महामारी के प्रसार पर और रोक लगाने की राज्य की तैयारियों पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि सरकार की स्तर 2 और स्तर 3 सुविधाओं में 5,000 आइसोलेशन बिस्तर तथा मामूली मरीजों के लिए स्तर 1 के कोविड देखभाल केन्द्रों में 10-15,000 बिस्तर तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर इन स्तर 1 के बिस्तरों की संख्या 30,000 तक बढ़ाई जा सकती है। इसके अलावा तृतीयक स्तर के संबंध में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने तृतीयक स्तर पर देखभाल के लिए निजी अस्पतालों के साथ भागीदारी की भी तैयारी की है।

हरियाणा : हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के मरीजों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) को शामिल कर लिया गया है। इसके साथ ही राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने इन मरीजों के उपचार के लिए चिकित्सा प्रबंधन पैकेज में 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर दी है, जिससे ऐसे मरीज गुणवत्तापूर्ण उपचार सुविधाएं ले सकते हैं।

हिमाचल प्रदेश : मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते पूरा विश्व संकट से गुजर रहा है और भारत भी इसका अपवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि इस वायरस ने हमें अपनी रणनीतियों और विकास संबंधी नीतियों व कार्यक्रमों पर पुनर्विचार और पुनः बनाने के लिए मजबूर कर दिया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के शुरुआती चरण से राज्य के लाखों लोग, विशेष रूप से विद्यार्थी देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं और उनमें से ज्यादातर संकट में हैं। उन्होंने कहा कि इन विद्यार्थियों और राज्य के लोगों को वापस लाना राज्य सरकार का नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बसों और 13 विशेष ट्रेनों से ऐसे लोगों को राज्य में लाया गया है। उन्होंने कहा कि देश के दूसरे हिस्सों से आने वाले लोगों को संस्थागत या होम क्वारंटाइन में रखा गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए एक्टिव केस फाइंडिंग कैंपेन (सक्रिय मामले खोज अभियान) से राज्य को आईएलआई के लक्षणों और पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों की पहचान में सहायता मिली है।

महाराष्ट्र : मंगलवार को कोविड-19 संक्रमण के 2,701 नए मामले दर्ज किए गए, जिससे राज्य में कोरोना वायरस के मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 1,13,445 हो गई और इनमें सक्रिय मामलों की संख्या 50,044 के स्तर पर पहुंच गई है। इसके अलावा मंगलवार को 1,802 लोग स्वस्थ हो गए, जिससे ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 57,851 हो गई; वहीं 81 लोगों की मृत्यु भी हो गई। हॉटस्पॉट क्षेत्र ग्रेटर मुंबई में मंगलवार को 941 पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए, जिससे कोविड-19 संक्रमित लोगों की कुल संख्या 60,142 तक पहुंच गई।

गुजरात : पिछले 24 घंटों में 19 जिलों में कोविड-19 के 524 नए मामले दर्ज किए गए, जिससे राज्य में वायरस से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 24,628 के स्तर पर पहुंच गई। राज्य में 418 लोगों को अस्पतालों से डिस्चार्ज भी कर दिया गया, जिससे स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या बढ़कर 17,090 हो गई। 28 लोगों की मृत्यु के बाद इस संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 1,534 हो गई। राज्य के सबसे ज्यादा प्रभावित जिले अहमदाबाद में 332 नए मामले दर्ज किए गए और 21 लोगों की मृत्यु भी हो गई।

राजस्थान : आज 122 नए मामले दर्ज किए गए, जिससे राज्य में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़कर 13,338 हो गई। अभी तक राज्य में 10,125 मरीज ठीक हो चुके हैं। नए मामलों में ज्यादातर भरतपुर जिले से, उसके बाद पाली और फिर चुरु जिले से सामने आए। राजस्थान सरकार ने अंतर-राज्यीय यातायात के लिए लगाई गई सभी शर्तें हटा दी हैं। अब राज्य में प्रवेश करने पर या राज्य में घूमने के लिए आने वाले किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार के पास या एनओसी की जरूरत नहीं होगी। हालांकि राज्य में प्रवेश करने और दूसरे राज्य को जाने वाले लोगों को अभी भी जांच से गुजरना होगा।

मध्य प्रदेश : पिछले 24 घंटों में 134 नए मामले सामने आने के साथ राज्य में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर 11,069 हो गई। इसके अलावा कोविड-19 के चलते 11 लोगों की मौत भी हो गई, जिससे राज्य में इस बीमारी से मौत के मामले बढ़कर 476 हो गए। अभी तक इस संक्रमण से 8,152 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और मंगलवार को 31 जिलों में कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया। भोपाल में 48 नए मामले दर्ज किए गए, इसके बाद इंदौर में 21 मामले सामने आए जो देश में कोविड-19 के प्रमुख हॉटस्पॉट में से एक है।

छत्तीसगढ़ : राज्य में विभिन्न जिलों से कोविड के 31 नए मामले सामने आए और स्वस्थ होने पर 102 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया। मंगलवार को सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले बलौदा बाजार जिले से सामने आए। जहां मंगलवार को राज्य में कोविड-19 के मामले बढ़कर कुल 1,784 के स्तर तक पहुंच गए, वहीं सक्रिय मरीजों की संख्या 842 है।

गोवा : मंगलवार को 37 नए पॉजिटिव मामलों की पहचान हुई, जिससे कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़कर 629 हो गए और इनमें से सक्रिय मामलों की संख्या 544 के स्तर पर बनी हुई है। राज्य के बैना क्षेत्र को संक्रमण प्रभावित क्षेत्र घोषित किए जाने का अनुमान है, जहां हाल में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं।

अरुणाचल प्रदेश : अरुणाचल प्रदेश में इटानगर के सांगो रिजॉर्ट ने कोविड-19 ड्यूटी पर लगे पुलिसकर्मियों को रिजॉर्ट में रुकने पर मुफ्त खाना और विश्राम की सुविधा देने का फैसला किया है। राष्ट्रीय बाल अधिकार रक्षा आयोग की सदस्य रोजी ताबा ने कहा कि स्टेट चाइल्ड प्रोटेक्शन सोसायटी और जिलों में चाइल्ड वेलफेयर कमेटीज को कोविड-19 महामारी के दौरान अहम भूमिका निभानी चाहिए।

असम : आज गुवाहाटी में एनएच पार्किंग लॉट से असम टारगेटेड सर्विलांस प्रोग्राम (एटीएसपी) शुरू कर दिया गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत शहर में कोविड-19 के लिए 50,000 परीक्षण किए जाएंगे।

मणिपुर : राज्य के कोविड-19 प्रशिक्षण दल ने 522 चिकित्सा अधिकारियों, 907 नर्सों और अन्य 2,500 कर्मचारियों को कोविड देखभाल और प्रबंधन में प्रशिक्षण दिया है। अभी तक 159 लोगों के स्वस्थ होने के साथ मणिपुर में सुधार की दर बढ़कर 32 प्रतिशत हो गई है।

मिजोरम : कोलासिब, आइजोल के एक स्वयंसेवक समूह ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी, कोलासिब को 64 पीपीई किट और 250 फेस मास्क दान में दिए। केन्द्रीय खेल मंत्रालय आइजोल में खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (केआईएससीई) की स्थापना करेगा।

नागालैंड : कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सहयोग देने के क्रम में मोकोक्चुंग बीएन असम राइफल्स ने नागालैंड में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में आगे बढ़कर काम कर रहे कर्मचारियों के उपयोग के लिए जिले को 1,500 फेस मास्क दान में दिए।

केरल : केरल मंत्रिमंडल ने विमानों के द्वारा विदेश से राज्य में आ रहे सभी यात्रियों के लिए कोविड-19 निगेटिव प्रमाण पत्र अनिवार्य करने का फैसला किया है। इसके अलावा ट्रूनैट रैपिड टेस्ट कराने के लिए केन्द्र सरकार से दखल देने की मांग करने का भी फैसला किया है। यह परीक्षण विमान पर चढ़ने से पहले एक घंटे के भीतर परिणाम देता है। बिजली के भारी बिलों के खिलाफ विरोध बढ़ने के कारण राज्य विद्युत बोर्ड ने ग्राहकों को किस्तों में भुगतान के साथ ही छूट देने का फैसला किया है। इसके अलावा कोविड के ऐसे मामले बढ़ने के कारण राज्य की राजधानी को हाई अलर्ट पर डाल दिया गया, जिनके स्रोत के बारे में पता नहीं चला है। राज्य के बाहर केरल के आठ अन्य लोगों की कोविड से मृत्यु हो गई है। 60 लोगों के स्वस्थ होने के साथ ही कोविड-19 के 79 नए मामले सामने आए। 1,366 लोगों का उपचार चल रहा है और राज्य के विभिन्न जिलों में 1,22,143 लोग निगरानी में बने हुए हैं।

तमिलनाडु :  पुडुचेरी में कोविड-19 के 30 नए मामले सामने आए, जो किसी एक दिन में मरीजों की संख्या में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी रही; जिपमर में एक व्यक्ति की मृत्यु भी हो गई। इसके साथ ही संघ शासित क्षेत्र में संक्रमण के मामले बढ़कर 245 हो गए और कुल पांच लोगों की मृत्यु हो चुकी है। तमिलनाडु सरकार ने निजी क्षेत्र में रोजगारों से संबंधित एक वेब पोर्टल का शुभारम्भ किया; यह रोजगार की तलाश में लगे लोगों के साथ ही निजी कंपनियों को भी मुफ्त में सेवाएं देगा। कल 1,843 नए मामले सामने आए, 797 लोग स्वस्थ हो गए और 44 लोगों की मृत्यु हो गई। अकेले चेन्नई से ही 1,257 नए मामले सामने आए। कुल मामले : 46,504, सक्रिय मामले : 20,678, मृत्यु : 479, डिस्चार्ज : 24,547, नमूनों की जांच : 7,29,002, चेन्नई में सक्रिय मामले : 15,385।

कर्नाटक : हुबली हवाई अड्डे के निदेशक प्रमोद ठाकरे ने कहा कि बुधवार से हुबली से उड़ानों का परिचालन फिर शुरू हो सकता है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने कहा कि कर्नाटक में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में निजी अस्पतालों को जोड़ने की प्रक्रिया तेज हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि पिछले दो हफ्तों से मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, इसलिए स्पर्श से संक्रमित हुए लोगों की निगरानी और उपचार के लिए कोविड देखभाल केन्द्रों की स्थापना की जाएगी। मंत्री ने कहा कि पिछले दो हफ्तों से मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए सरकार परीक्षण क्षमता बढ़ाकर प्रति दिन 15,000 से 25,000 नमूने करने का प्रयास कर रही है। कल 213 नए मामले सामने आए, 180 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया और दो लोगों की मृत्यु हो गई। कुल पॉजिटिव मामले : 7,213, सक्रिय मामले : 2,987, मृत्यु : 88, डिस्चार्ज : 4,135।

आंध्र प्रदेश : पिछले 24 घंटों के दौरान 15,188 नमूनों की जांच के बाद 275 नए मामले सामने आए, जबकि दो लोगों की मृत्यु हो गई और 55 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया। कुल मामले : 5,555, सक्रिय मामले : 2,559, स्वस्थ हुए : 2,906, मृत्यु : 90।

तेलंगाना : सरकारी कर्मचारियों को वेतन और पेंशन तथा संस्थानों को भुगतान टालने को प्रावधान करने के लिए तेलंगाना सरकार ने एक अध्यादेश जारी किया है। अभी तक कुल मामले : 5,406, सक्रिय मामले : 2188, स्वस्थ हुए : 3027।

 

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