नई दिल्ली(प्याउ)। भारतीय फिल्म जगत के दो प्रमुख सितारे इरफान खान व ऋषि कपूर के आकस्मिक निधन से फिल्म जगत शोक में डूब गया। मात्र 53 साल की उम्र में प्रतिभावान अभिनेता इरफान खान के 29 अप्रैल को मुम्बई में हुए आकस्मिक निधन से गमगीन फिल्मी दुनिया उबर भी नहीं पायी थी कि 30 अप्रैल के तड़के ही विगत पांच दशक से अपने अभिनय से भारतीय फिल्म जगत में छाये रहने वाले सदा बहार अभिनेता ऋषि कपूर 67 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गये।
भारतीय फिल्म जगत इन दोनों मौतों से स्तब्ध इस लिए भी हुआ कि लोग चाह कर भी अपने साथी अभिनेताओं को अंतिम विदाई देने तक नहीं जा पाये। इन दिनों पूरा विश्व जिस प्रकार से कोरोना महामारी के दंश से बेहाल है। पूरा विश्व घरों में सहमें हुए है। सडक, वायु सहित सभी परिवहन सेवायें ठप्प है। ऐसे में अंतिम संस्कार में भी 15 से अधिक लोगों के भाग लेने की बंदिशें लगी है। यह भी विचित्र संयोग है कि दोनों की मौत कैंसर से हुई। लम्बे समय से दोनों इसका इलाज कर रहे थे और दोनों की मौत भी अपने प्रिय नगर मुम्बई में ही हुई।
30 अप्रैल को 67 साल में अलविदा कहने वाले सदाबहार अभिनेता ऋषि कपूर का जन्म भारतीय फिल्म जगत के सबसे प्रतिष्ठित कपूर परिवार में 4 सितंबर 1952 में प्रसिद्ध अभिनेता-फिल्म निर्देशक राज कपूर के बेटे के रूप में हुआ। वे अभिनेता पृथ्वीराज कपूर के पोते के दूसरे पुत्र थे। ऋषि कपूर की शिक्षा कैंपियन स्कूल, मुंबई और मेयो कालेज, अजमेर में अपने भाइयों के साथ अपनी स्कूली शिक्षा की। उनके भाई रणधीर कपूर और राजीव कपूर, मातृ चाचा, प्रेम नाथ और राजेंद्र नाथ और पैतृक चाचा, शशि कपूर और शम्मी कपूर सभी अभिनेता हैं। उनकी दो बहनें हैं, बीमा एजेंट रितु नंदा और रिमा जैन हैं।
ऋषि कपूर एक भारतीय फिल्म अभिनेता, फिल्म निर्माता और निर्देशक थे। वह एक बाल कलाकार के रूप मे काम कर चुके है। उन्हें बॉबी के लिए 1974 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार और साथ ही 2008 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चूका है। उन्होंने उनकी पहली फिल्म में शानदार भूमिका के लिए 1971 में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त किया।
मेरा नाम जोकर यह उनकी पहली फिल्म है जिसमें उन्होने अपने पिता के बचपन का रोल किया। जो किशोर अवस्घ्था में अपने टिचर से ही प्यार करने लगता है। ऋषि कपूर ने अभिनेत्री नीतू सिंह से प्रेम विवाह 22 जनवरी 1980 में की। ऋषि कपूर के दो संतानें है। बेटा रणबीर कपूर जो की एक अभिनेता है और रिदीमा कपूर जो एक ड्रैस डिजाइन है।
वहीं 29 अप्रैल को मुम्बई में इस दुनिया को अलविदा कहने वाले इरफान अली खान काफिल्म व टेलीविजन के अभिनेता थे। उन्होने द वारियर, मकबूल, हासिल, द नेमसेक, रोग व अंग्रेजी मीडियम जैसी फिल्मों मे अपने अभिनय का लोहा मनवाया। उन्हे वर्ष २००४ का फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ खलनायक पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। वे हिन्दी सिनेमा की ३० से ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं। इरफान के एक चमकते सितारे थे। उन्होने होलीवुड की ए माइटी हार्ट, स्लमडॉग मिलियनेयर, लाइफ ऑफ पाई और द अमेजिंग स्पाइडर मैन फिल्मों मे भी काम कर चुके हैं। 2011 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया। 60वे राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2012 में इरफान खान को फिल्म पान सिंह तोमर में अभिनय के लिए श्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार दिया गया। 2017 में प्रदर्शित हिंदी मीडियम फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया। 2020 में प्रदर्शित अंग्रेजी मीडियम उनकी प्रदर्शित अंतिम फिल्म रही।
अभिनेता इरफान खान का जन्म 07 जनवरी 1967, राजस्थान में, एक मुस्लिम परिवार में, सईदा बेगम खान और यासीन अली खान के घर पर हुआ था। उनके माता-पिता टोंक जिले के खजुरिया गाँव से थे और टायर का कारोबार चलाते थे। उनका परिवार टोंक के नवाब परिवार से ताल्लुक रखता था।उन्होंने अपना बचपन टोंक तथा जयपुर में बिताया। जयपुर में उन्होंने स्कूली शिक्षा प्राप्त की तथा कालेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इरफान खान ंने 1984 में नई दिल्ली में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) में अध्ययन करने के लिए छात्रवृत्ति अर्जित की और वहीँ से अभिनय में प्रशिक्षण प्राप्त किया। 23 फरवरी 1995 को, उन्होंने ने फिल्म लेखक और साथी एनएसडी स्नातक सुतापा सिकदर से शादी की। उनके दो बेटे हैं बाबिल और अयान।
दोनों अभिनेताओं के निधन पर देश के प्रधानमंत्री सहित तमाम राजनेता, अभिनेता व प्रबुद्धजनों ने शोक प्रकट किया।