वैश्विक महामारी कोरोना में भी भारत कीे तबाह करने में तुलेे पाक सहित आतंकियों पर तुरंत अंकुश लगाये भारत
भारत में कोरोना फैलाने के लिए नेपाल से आतंकी भेज रहा है पाकिस्तान
एक तरफ पूरा विश्व,चीन में उत्पन्न हो कर पूरे विश्व में फैली कोरोना महामारी से त्रस्त है। इस महामारी से विश्व के 209 देशों में करीब 97056 लोग मारे गये व 16 लाख से अधिक पीडित है। वहीं दूसरी तरफ पूरे विश्व में आतंकी देश के नाम से कुख्यात पाकिस्तान ऐसी त्रासदी में भी एक तरफ भारत से क्लोरोक्विन आििद मदद की गुहार लगा रहा है वहीं दूसरी तरफ वह भारत पर सीधे हमला करने के साथ कोरोना हमले करने से बाज नहीं आ रहा है। इसी सप्ताह पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा भारतीय सेना पर घात लगा कर किये हमले में 4 जांबाज शहीद हो गये। वहीं दूसरी तरफ भारत में पाकिस्तान द्वारा अपने गूर्गो द्वारा भारत सरकार द्वारा देश से कोरोना मुक्त करने के महाभियान पर ग्रहण लगाने का काम किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार आतंकी पाकिस्तान चाहता है कि भारत में हर हाल में कोरोना महामारी से भारी विनाश हो। इसके लिए वह भारत में चलाये गये पूर्ण बंद पर अपने गूर्गो द्वारा व्यवधान खडा कर रहा है।
वहीं नेपाल सहित देश भारत के सीमावर्ती देशों से भारत में अपने कोरोना विषाणु युक्त आतंकियों की घुसपेट कराकर भारत को विनाश की भट्टी में झौंकने का कृत्य कर रहा है। पाकिस्तान द्वारा भारत में कोरोना महामारी फैलाने के लिए नेपाल से अपने कोरोना युक्त गूर्गो को भारत में भेजने की आशंका भारतीय सीमा सुरक्षा बल ं ने प्रकट की है। खबर है कि इसी सूचना के आधार पर बिहार के पश्चिम चंपारण के जिलाधिकारी ने पुलिस अधिकारी को पत्र लिखकर सजग किया है कि नेपाल के पारसा जिले के सेरवा थाने के जानकी टोला पोस्ट आफिस के तहत जगनाथपुर गांव का रहने वाला जालिम मुखिया अपने 40 -50 गूर्गों को भारत में भेज कर कोरोना महामारी फैलाने की योजना बना रहा है। यह जालिम नामक आतंकि यहां अनैक आपराधिक कृत्यों में भी संल्पित है। पुलिस प्रशासन केंद्रीय गृहमंत्रालय के निर्देश पर इन तत्वों के नापाक इरादों को सिरे से कुचला जायेगा।
सबसे हैरानी की बात यह है कि पाकिस्तान इन सभी षडयंत्रों के लिए भारतीय अल्पसंख्यक समाज के लोगों को ही अपना मोहरा बना रहा है। इसे देखते हुए देश के अल्पसंख्यक समाज भी सजग हो गया है। जिस प्रकार से अल्पसंख्यक समाज के तमाम धर्म गुरूओं ने एक स्वर में कोरोना के खिलाफ भारत के इस अभियान में सहभागिता निभाते हुए अल्पसंख्यक समाज से मस्जिदों में नमाज आदि पढ़ने के बजाय अपने घरों में ही रहने का खुला आवाहन किया है। इसके बाबजूद कुछ कटरपंथी तत्व ऐसे भी है जिन्होने अज्ञानता, अहंकारवश या पाकिस्तान की शह पर भारत के कोरोना पर अंकुश लगाने के मिशन पर मस्जिदों व अन्य धार्मिक कार्यक्रम में एकत्रित हो गर ग्रहण लगा रहा है। इस बार खासकर जिस प्रकार से जमात ने सरकार के फरमान का खुला अवेहलना की उसकी देश व विदेश में गहरी भत्र्सना हो रही है। ऐसे अवसर पर अल्पसंख्यक समाज को प्रमुखता से ऐसे कृत्यों का पुरजोर विरोध करना चाहिए। अगर ऐसे तत्वों के विरोध के लिए समाज आगे नहीं आयेगा तो समाज खुद कटघरे में खडा हो जायेगा।
भारत सरकार को चाहिए कि वह शालीन बाग, जमात व पाकिस्तानी आतंक आदि प्रकरणों के साथ अब तक की अपनायी गयी कमजोर नीति को दरकिनारे करके देशहित में कठोर कदम उठाये। सरकार को चाहिए कि कोरोना के साथ आतंकी पाकिस्तान को कडाई से अंकुश लगाये । अन्यथा उसके ेजो गूर्गे भारत में है वे भारत की तमाम मेहनत पर पानी फैर देंगे। जो देश की एकता अखण्डता के साथ अमन चैन के लिए गंभीर खतरा पैदा हो जायेगा।