दुनिया देश

इन चार कारणों से चीन, अमेरिका, इटली,फ्रांस,ब्रिटेन व स्पेन से बेहतर स्थिति में है भारत कोरोना पर अंकुश लगाने में

जमात ने किया भारत की सुरक्षा से खिलवाड, जमात पर पहले अंकुश लगता तो भारत स्थिति काफी संतोष जनक रहती   

 
नई दिल्ली(प्याउ)। 3 अप्रैल 2020 को एक तरफ पूरे विश्व में कोरोना महामारी का प्रचण्ड प्रकोप मचा हुआ है। विश्व के 204 देशों में इस महामारी से  साढे दस लाख लोगों को अपनी चपेट में लिया है।अभी तक ज्ञात आंकडों के अनुसार  54 हजार के करीब लोग मारे गये है। इसमें अमेरिका-6095 , इटली-13915, स्पेन-10935, ब्रिटेन-2921 इरान 3294 व फ्रांस-5387 के लोग इससे काल कल्वित हो गये है। वहीं भारत में 56 लोग कालकल्वित हुए। जबकि चीन 3322 लोगों की मौत बता रहा है जिस पर किसी को विश्वास नहीं है। विश्व में कोरोना से पीड़ित अमेरिका व यूरोपीय देश भारतीय उप महादीप के देशों की तुलना में कहीं अधिक समृद्ध, विकसित व चिकित्सकीय सुविधाओं से युक्त है। ऐसी स्थिति में भारत की राजधानी दिल्ली जहां 2 करोड़ के करीब लोग रहते है। यही नहीं दिल्ली विश्व महानगरी भी है । आज तक दिल्ली में 384 लोग कोरोना महामारी से पीडित है। इनमें 259 लोग तो केवल जमात से जुडे है और 58 लोग विदेश से आये। दिल्ली में मरने वालों की संख्या 6 हो गयी है।

कोरोना महामारी से भारत सरकार द्वारा समय पर सावधानी पूर्ण कदम उठाये उससे भारत में कोरोना महामारी पर विश्व के तमाम विकसित देशों के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति है।भारत ने प्रारम्भ में ही इसके खिलाफ सजग व बंद करके इस पर अंकुश लगाने का काम किया। वहीं अमेरिका, इटली आदि देश इस दृष्टि से भारत की तरह सजग कदम उठाने में असफल रहे। जब स्थिति बेकाबू हो गयी तब वे इस पर हाथ पांव मारने लगे। कोरोना पर अंकुश लगाने में सरकार व जनता के सहभागी की दृष्टि से ही नहीं अपितु अन्य कारण भी अन्य देशों में भारत की स्थिति कोरोना पर अंकुश लगाने में सहायक नजर आती है।  इस के पीछे अन्य महत्वपूूर्ण कारक भी भारत के पक्ष में है। इस महामारी का सबसे बडा कुप्रभाव बुजुर्गों को हो रहा है। जबकि भारत में विश्व का सबसे अधिक युवाओं को प्रतिनिधित्व करने वाला देश है। भारत में65 प्रतिशत युवा है वहीं अमेरिका में युवाओं 25  चीन 50 प्रतिशत युवा है।

इसके साथ यह महामारी शहरी क्षेत्रों में अधिक विकराल है। इस कारण भी भारत की स्थिति विश्व के अन्य देशों के मुकाबले बेहत है क्योंकि भारत में 69 प्रतिशत लोग गांवो में रहते है। वहीं अमेरिका में 17, इटली 30, स्पेन 20 व  चीन 31 प्रतिशत लोग ही गांवों में है, इन देशों में अधिकांश लोग शहरों में रहते है।

इसके साथ कोरोना महामारी के बारे में अब तक की ऐसी धारणा है कि यह महामारी अधिकांश ए प्लस रक्त समुह वाले लोगों को ज्यादा देखी गयी। इस दृष्टि से भी भारत की स्थिति कोरोना पर अंकुश लगाने के लिए बेहतर है। भारत 23 लोगों का रक्त समुह ए प्लस है। वहीं अमेरिका में प्रतिशत 42 व इटली 42 प्रतिशत लोगों का रक्त समुह ए प्लस है।

उपरोक्त कारणों से भारत की स्थिति कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने की दृष्टि से अमेरिका, इटली, स्पेन, फ्रांस व ब्रिटेन से बेहतर है भारत व भारतीय उप महाद्धीप की स्थिति। भले ही चीन अब ठीक नजर आता है परन्तु इस प्रकरण में चीन न केवल इस विषाणु को फैलाने का गुनाहगार है अपितु उसके आंकडे विश्वसनीय नहीं है। 

About the author

pyarauttarakhand5