कांग्रेस के रामेश्वर उरांव व आलमगीर आलम तथा राजद के सत्यानंद भोक्ता ने भी ली मंत्रीपद की शपथ
राहुल गांधी, तेेजस्वी यादव,ममता, स्टालिन,वामपंथी सहित अनैक नेता हुए सम्मलित
रांची(प्याउ)। 29 दिसम्बर2019 को रांची के मोरहाबादी मेंदान में राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने झारखण्ड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस व राजद गठबंधन सरकार के नेता के रूप में हेमंत सोरेन को झारखण्ड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री के साथ तीन मंत्रियों ने भी शपथ ली। हेमंत सोरेन ने से अपने पिता व झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लेने के बाद शपथ ग्रहण किया।हेमंत सोेरेन के माता पिता भी मंचासी रहे।
झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने मंत्री पद की शपथ ली। लोहरदगा विधानसभा सीट से विजयी हुए रामेश्वर उरांव, दो बार सांसद व एक बार केन्द्र में राज्यमंत्री भी रहे। हेमंत सरकार में दूसरे मंत्री बने आलमगीर आलम। मंत्रीपद की शपथ लेने वाले आलमगीर आलम झारखण्ड विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चूके हैं। कांग्रेस के विधायक आलमगीर आलम जिन्होने झारखण्ड में हुए वर्तमान विधानसभा चुनाव में पाकुड विधानसभा सीट पर 65108 मतों से जीत कर सबसे अधिक मतों से विजय होने ेका रिकार्ड बनाया।राजद विधायक ं सत्यानंद भोक्ता ने तीसरे मंत्री के रूप मे शपथ ली।
झारखण्ड में हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस नेता राहुल गांधी,झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख शिबू सोरेन,पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता रघुवर दास,शरद यादव,बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत,वामपंथी नेता सीताराम येचुरी, अतुल अंजान,राजद नेता तेजस्वी यादव द्रमुक नेता स्टालिन व कनिमोझी, शिवानंद तिवारी सहित अनैक नेता उपस्थित थे। विपक्षी एकता को प्रदर्शित करने के लिए जैसे नेताओं ने हाथ उपर उठा कर हाथ माला बनाने का प्रयास किया तो बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाथ माला बनाने के बजाय हाथ जोड़े खडी रही। इससे उनके साथ खडे शरद यादव व गहलोत को पंक्ति के पीछे खडे विपक्षी नेताओं का हाथ पकड़ना पडा। इस शपथ समारोह मेें हेमंत सोरेन अपने साथ बेठे राहुल गांधी से अधिकांश समय प्रसन्न मन से गुप्तगू करते दिखे।वहीं इस शपथ समारोह में शरद पवार व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के अलावा मध्य प्रदेश व पंजाब के कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों के अलावा केरल व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कमी खल रही थी।
उल्लेखनीय है कि हेमंत सोरेेन दूसरी बार झारखण्ड के मुख्यमंत्री बने। सन 2013 में हेमंत सोरेन सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने।सन 2013-2014 तक मुख्यमंत्री के रूप में सत्तासीन रहे।हेमंत राज्यसभा सांसद भी रहे। शिबू सोरेन के बेट हेमंत सोरेन झारखण्ड के विधानसभा चुनाव 2019 में दुमका बरहेट विधानसभा सीटों से विजयी हुए। हेमंत सोरेन झामुकों के कार्यकारी अध्यक्ष भी है।