कांग्रेसी नेता महेन्द्र राणा ने खुद व अपनी पत्नी को निर्विरोध विकासखण्ड प्रमुख बना कर खोल दी भाजपा व कांग्रेस की पोल
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव 4 जीते निर्विरोध, भाजपा ने 8 में से 6 जिला पंचायत व कांग्रेस ने 2 जिला पंचायतों पर कांग्रेस ने लहराया परचम,
उतराखण्ड ( हरिद्वार छोड कर सभी 12 जनपदों ) के नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष
देहरादून (प्याउ)। वहीं हरिद्वार छोड कर प्रदेश के अन्य 12 जिला पंचायत अध्यक्षों के लिए हुए चुनाव हुए। इसमें 4 जनपदों में निर्विरोध ही जिला पंचायत अध्यक्ष का चयन किया गया। शेष 8 जनपदों में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए 7 नवम्बर को चुनाव हुआ। 7 नवम्बर की सांय की चुनाव परिणाम आये। इसमें कांग्रेसी नेता मदन बिष्ट की धर्मपत्नी उमा बिष्ट, जो निर्विरोध जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुई, उन्होने अल्मोडा जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर भी अपना परचम लहरा कर मदन बिष्ट के दबदबे का परचम जग जाहिर किया।देश के सबसे बडे प्रतिष्ठित दिल्ली विश्व विद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा व कांग्रेस को मात देकर देश की राजनीति में सनसनी फैलाने वाले मदन सिंह बिष्ट द्वाराहाट से कांग्रेस के पूर्व विधायक रहने के साथ प्रदेश के दबंग नेताओं में जाने जाते है। अपनी हरियाणा मूल की पत्नी को उतराखण्ड की राजनीति में जिला पंचायत सदस्य निर्विरोध बनाने के तुरंत बाद कांग्रेस की जिला पंचायत अध्यक्ष की प्रत्याशी बनाने व विजयी बनाने से मदन बिष्ट ने अल्मोड़ा की राजनीति में अपनी मजबूत पकड़ का भी परिचय दिया।
वहीं जिला चमोली में पूर्व मंत्री राजेन्द्र भण्डारी ने अपनी पत्नी रजनी भण्डारी को जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर जीता कर जहां भाजपा को करारी मात दी वहीं इस जीत से राजेन्द्र भण्डारी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जनपद चमोली में उसका कोई मुकाबला नहीं है।श्री भण्डारी अपनी पत्नी को एक बार पहले भी अपने ही दमखम से जिला पंचायत अध्यक्ष बना कर अपना परचम लहरा चूके हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष के बारे में जानकारी देते हुए कांग्रेस महामंत्री राजेन्द्र भण्डारी ने कहा कि जिला पंचायत चुनाव का स्कोर 2 कांग्रेस (चमोली, अल्मोड़ा), 1 कांग्रेस समर्थन से जीत(उत्तरकाशी) बाकी 9 जिलों पर बीजेपी ने कब्जा किया।
उतराखण्ड में हरिद्वार छोड कर सभी 12 जनपदों में नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों में जनपद चमोली से रजनी भण्डारी(कांग्रेस) व अल्मोडा से उमा सिंह(कांग्रेस), उतरकाशी से स्वतंत्र उम्मीदवार दीपक बिजल्वाण के अलावा निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष भाजपा के रहे। भाजपा के निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों में रूद्रप्रयाग से अमरदेई देवी, पौड़ी से शांति देवी, टिहरी से सोना सजवाण,बागेश्वर से बसंती देवी, देहरादून से मधु चैहान है। वहीं निर्विरोध चुने गये भाजपा प्रत्याशियों में ऊधमसिंह नगर से रेनू गंगवार, चम्पावत से ज्योतिराय, नैनीताल से बेला तोलिया व पिथौरागढ से दीपिका जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गयी।
जिस प्रकार से विकासखण्ड प्रमुख के चुनाव में कांग्रेसी नेता महेन्द्र राणा ने पौडी जनपद के कल्जीखाल व द्वारिखाल विकासखण्ड में खुद व अपनी पत्नी को निर्विरोध प्रमुख बना कर भाजपा व कांग्रेस सहित सबकी आंखें चकाचैध कर दी।कल्जीखाल विकासखण्ड के प्रमुख रहे महेन्द्र राणा ने इस बार पंचायती चुनाव में इतिहास बना दिया। कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में महेंद्र सिंह राणा कांग्रेस के टिकट पर द्वारीखाल ब्लॉक से निर्विरोध प्रमुख चुने गये हैं, तो वहीं उनकी पत्नी बीना राणा भी भाजपा के टिकट पर कल्जीखाल ब्लॉक से निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हुई। इस प्रकार महेन्द्र राणा ने खुद व अपनी पत्नी को निर्विरोध विकासखण्ड प्रमुख बना कर भाजपा व कांग्रेस की एक प्रकार से पोल ही खोल दी।खासकर उन लोगों के जो इन दलों के खुद को समर्पित कार्यकत्र्ता मानते है और विरोधी दल से लड़ने के लिए तैयार रहते है। इनको समझ लेना चाहिए कि कैसे बडे नेता अंदर से एक होते है।