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संसार के सबसे खूंखार आतंकी संगठन “इस्लामिक स्टेट ” के प्रमुख अल बगदादी को मौत के घाट उतारा अमेरिका ने

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया ऐलान

प्यारा उत्तराखंड डॉट कॉम

अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि अमेरिका सेना ने कल रात एक महत्वपूर्ण मिलिट्री ऑपरेशन के तहत संसार की शांति के लिए सबसे खतरनाक आतंकी संगठन के प्रमुख अल बगदादी को मौत के घाट उतार दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अल बगदादी को 3 साल से अमेरिका ढूंढ रहा था ।वह अमेरिकी सेना के निशाने पर था। वह 2010 से अमेरिका के खिलाफ युद्ध छेड़े हुआ था ।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आशा प्रकट की कि बगदादी को मारे जाने से संसार में शांति स्थापित होगी ।डोनाल्ड ट्रंप के अनुसार अल बगदादी बहुत आतंकी संगठन का प्रमुख था और इसके सफाए के लिए
अमेरिकी सेना ने बहुत खतरनाक ऑपरेशन चलाया । 3 साल से अमेरिका इस आतंकी को ढूंढ रहा था। वह भागे फिर रहा था ।ज्वाइंट इंटेलिजेंस वर्क विद यू एस को इसका श्रेय देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस ऑपरेशन को सफल बनाने में इराक सीरिया और रशिया को भी बधाई दी ।
उल्लेखनीय है कि इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन के प्रमुख अल बगदादी को मारे जाने के कई बार घोषणाएं की गई ।लेकिन इस बार जिस प्रकार से अमेरिका के राष्ट्रपति ने खुद आगे आकर इस का ऐलान किया ।उन्होंने कहा कि बगदादी, अमेरिकी सेना के विशेष ऑपरेशन के निशाने पर आए।कुछ हफ्तों से उसकी लोकेशन को ट्रेस की गई थी और अमेरिका फौजियों ने समय कमाई इस आतंकी को मार गिराया। एसडीएफ के जनरल कमांडर ने इसका ऐलान किया। अमेरिका ने 2017 में अल बगदादी के सर के ऊपर 25 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित किया था। इराक में वह अलकायदा का प्रमुख था ।अमेरिका द्वारा इराक में सद्दाम हुसैन के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद इस को गिरफ्तार करके सुधार कैंपों में ऐसे रखा गया था। सीरिया के इडली में यह मारा गया ।
इसके बाद इसने इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन का गठन किया और पूरे विश्व में इस्लामिक राज्य स्थापना करने का ऐलान करते हुए अमेरिका और उसके मित्र राष्ट्रों के खिलाफ खुली जंग का ऐलान किया इसने इराक से लेकर सीरिया तक अपना साम्राज्य स्थापित किया हजारों महिलाओं का को गुलाम बनाकर उनका शोषण किया। हजारों लोगों को कत्लेआम किया और अमेरिका और उसके मित्र राष्ट्रों की सेना के खिलाफ जंग लड़ने से अमेरिका निरंतर इसे निशाने पर लिए हुए था। वह न केवल अमेरिका के खिलाफ अपितु यूरोप, भारत, रूस व इजरायल जैसे गैर इस्लामिक देशों के साथ-साथ पूरे विश्व में निजाम ए मुस्तफा स्थापित करने का ऐलान कर चुका था और इसके साथ खुद को विश्व का खलीफा घोषित कर चुका था। उसका संगठन इतनी तेजी से फैल रहा था। वह अलकायदा व तालिबान आदि इस्लामिक आतंकी संगठनों को पीछे छोड़कर पूरे विश्व में
फैल गया था यही नहीं भारत के कश्मीर में उसकी झंडे लहराए जाने लगे ।अफ्रीका, यूरोप, एशिया, अमेरिका आदि महाद्वीपों में उसके आतंकी, आतंकी घटनाओं का कहर ढा रहे थे। उसके मारे जाने से विश्व में जहां राहत की सांस ली ।वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ने ऐलान किया कि वह अल बगदादी के खूंखार आतंकी संगठन का पूरा सफाया करके ही दम लेगा।अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि अमेरिका सेना ने कल रात एक महत्वपूर्ण मिलिट्री ऑपरेशन के तहत संसार की शांति के लिए सबसे खतरनाक आतंकी संगठन के प्रमुखअबू बकर अल बगदादी को मौत के घाट उतार दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अल बगदादी को 3 साल से अमेरिका ढूंढ रहा था ।वह अमेरिकी सेना के निशाने पर था। वह 2010 से अमेरिका के खिलाफ युद्ध छेड़े हुआ था ।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आशा प्रकट की कि बगदादी को मारे जाने से संसार में शांति स्थापित होगी ।डोनाल्ड ट्रंप के अनुसार अल बगदादी बहुत आतंकी संगठन का प्रमुख था और इसके सफाए के लिए अमेरिकी सेना ने बहुत खतरनाक ऑपरेशन चलाया । 3 साल से अमेरिका इस आतंकी को ढूंढ रहा था। वह भागे फिर रहा था ।ज्वाइंट इंटेलिजेंस वर्क विद यू एस को इसका श्रेय देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस ऑपरेशन को सफल बनाने में इराक सीरिया और रशिया को भी बधाई दी ।
इराक में जन्में अबू बकर अल बगदादी के खात्मे के लिए अमेरिका द्वारा चलाये गये इस निर्णायक विशेष अभियान में 8 हेलिकाप्टर व 70 डेल्टा कमांडो के साथ सेना के खुंखार कुत्ते भी थे। अमेरिकी सेना द्वारा उतरी सीरिया के इदलीब में अपने ठिकाने में घिर जाने के बाद आत्मसम्पर्ण करने के बजाय बगदादी, सुरंग में भागा तो विशेष अभियान दल ने इसके पीछे अपने खुंखार कुत्तों को छोड़ दिया। वह सुरंग में भाग रहा था तो कुत्तों ने उसको दबोच लिया। वह बिलख रहा था, उसने आत्मसम्र्पण करके अमेरिकी सेना के हाथ आने के बजाय आत्मघाती कदम उठाते हुए खुद को विस्फोट में उडा दिया। इस आत्मघाती धमाके में बगदादी व उसके तीन बेटों का भी खात्मा हो गया। अमेरिकी राष्ट्रपति के ऐलान के बाद जो खबरें छन कर आयी उसके तहत उसकी दो पत्नियां भी आत्मघाती प्रयास कर रही थी परन्तु विस्फोट नहीं हुआ। ये दोनों अमेरिकी सेना की गोलीबारी में मारी गयी। इस आप्रेशन में बगदादी के 11 बच्चों को पकड़ा गया। अंततः अबू बकर अल बगदादी मारा गया। हालांकि इससे पहले भी कई बार उसके खात्मा के दावे किये गये थे। अमेरिकी दल उसे   18 मार्च 2015, 20 जुलाई 2015, 11 अक्टूबर 2015, 9 जून 2016, 12 जून 2016  व सातवीं बार   11 जून 2017 को भी उसके मारे जाने के दावे किये गये। अब 27 अक्टूबर को जब पूरा विश्व दीपावली का पावन पर्व मना रहा था उसी समय भी अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दुनिया को बगदादी के मारे जाने का ऐलान किया। जिस मजबूती से अमेेरिका ने यह दावा किया दुनिया को विश्वास हो गया कि लादेन की तरह उसके ही पद चिन्हों पर चलने वाला आज की दुनिया का सबसे खुंखार आतंकी बगदादी का भी अमेरिका ने खात्मा कर दिया। 2003 में जब अमेरिका ने इराक पर हमला कर कब्जा किया तो उस समय बगदादी एक मस्जिद का मौलवी था, उसको उस समय भी अमेरिकी सेनाओं ने गिरफ्तार कर सुधार कैंपों में रखा। वह अलकायदा का इराक प्रमुख था। 2013 को बगदादी ने इस्लामी स्टेट आफ इराक व सीरिया नामक खुंखार आतंकी संगठन बनाया। उसने इराक व सीरिया के कई इलाकों पर अपना कब्जा कर खुद को खलीफा घोषित किया। इसके बाद वह निरंतर अमेरिका के निशाने पर था।
उल्लेखनीय है कि इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन के प्रमुख अल बगदादी को मारे जाने के कई बार घोषणाएं की गई ।लेकिन इस बार जिस प्रकार से अमेरिका के राष्ट्रपति ने खुद आगे आकर इस का ऐलान किया ।उन्होंने कहा कि बगदादी, अमेरिकी सेना के विशेष ऑपरेशन के निशाने पर आए।कुछ हफ्तों से उसकी लोकेशन को ट्रेस की गई थी और अमेरिका फौजियों ने समय गंवाये बिना इस आतंकी को मार गिराया।सीरिया के इडली में यह मारा गया ।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि जब बगदादी को हमारे जांबाज सैनिकों ने चारों तरफ से घेर लिया, तो वह एक सुरंग के रास्ते भाग रहा था तो हमारे शिकारी कुत्तों ने उसको दबोच लिया। अमेरिकी सैनिकों से चारों तरफ से घिरे देखकर बगदादी ने खुद को आत्मघाती बम से उड़ा लिया। उसकी इस कार्रवाई में उसके 3 बच्चे भी मारे गए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह हिंसक था और हिंसा में ही मारा गया। एक कायर की तरह मारा गया।
एसडीएफ के जनरल कमांडर ने इसका ऐलान किया। अमेरिका ने 2017 में अल बगदादी के सर के ऊपर 25 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित किया था। इराक में वह अलकायदा का प्रमुख था ।अमेरिका द्वारा इराक में सद्दाम हुसैन के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद इस को गिरफ्तार करके सुधार कैंपों में ऐसे रखा गया था।
इसके बाद इसने इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन का गठन किया और पूरे विश्व में इस्लामिक राज्य स्थापना करने का ऐलान करते हुए अमेरिका और उसके मित्र राष्ट्रों के खिलाफ खुली जंग का ऐलान किया इसने इराक से लेकर सीरिया तक अपना साम्राज्य स्थापित किया हजारों महिलाओं का को गुलाम बनाकर उनका शोषण किया। हजारों लोगों को कत्लेआम किया और अमेरिका और उसके मित्र राष्ट्रों की सेना के खिलाफ जंग लड़ने से अमेरिका निरंतर इसे निशाने पर लिए हुए था। वह न केवल अमेरिका के खिलाफ अपितु यूरोप, भारत, रूस व इजरायल जैसे गैर इस्लामिक देशों के साथ-साथ पूरे विश्व में निजाम ए मुस्तफा स्थापित करने का ऐलान कर चुका था और इसके साथ खुद को विश्व का खलीफा घोषित कर चुका था। उसका संगठन इतनी तेजी से फैल रहा था। वह अलकायदा व तालिबान आदि इस्लामिक आतंकी संगठनों को पीछे छोड़कर पूरे विश्व में
फैल गया था यही नहीं भारत के कश्मीर में उसकी झंडे लहराए जाने लगे ।अफ्रीका, यूरोप, एशिया, अमेरिका आदि महाद्वीपों में उसके आतंकी, आतंकी घटनाओं का कहर ढा रहे थे। उसके मारे जाने से विश्व में जहां राहत की सांस ली ।वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ने ऐलान किया कि वह अल बगदादी के खूंखार आतंकी संगठन का पूरा सफाया करके ही दम लेगा। लेकिन यह भी रहस्यमय है कि कैसे एक सामान्य परिवार के साथ जीने वाला अबू बकर बगदादी, जो एक विश्वविद्यालय में प्राध्यापक था, वह संसार का सबसे खूंखार आतंकी संगठन का प्रमुख बन गया
1971 में सुन्नी मुस्लिम परिवार जन्मा बगदादी खुद को पैगंबर का वंशज मांग मानता था उसने खुद को खलीफा घोषित किया हुआ था उसके परिजन चाचा इत्यादि सब इस्लामिक धर्म की प्रचारक बने थे यही नहीं अबू बकर बगदादी खुद ओसामा बिन लादेन का प्रशंसक मानता था यही नहीं और इस्लाम का गहन अध्ययन करने के बाद इसी के लिए खुद को समर्पित रहता था दिखने में बगदादी दीक्षांत इंसान था परंतु अंदर से वह बहुत ही क्रूर और उग्र व्यक्ति था।
उसने खुद को पूरे संसार का खलीफा घोषित कर रखा था और अपने संगठन को बड़े व्यवसाई घराने की तरह संचालित करता था उसकी प्रबंधक ही इसमें आतंकियों को भर्ती करते थे और विश्व स्तर से इस्लाम के लिए समर्पित उग्र पंछियों को इस संगठन में भर्ती किया जाता था और वह गैर इस्लामिक लोगों के खिलाफ बहुत क्रूर और निर्दयी था।
उसका अन्त मानवता के लिए शांति की सौगत है ।उसके कारण पूरे विश्व के मुस्लिमों का जीना हराम हो रखा था। क्योंकि गैर मुस्लिम देशों में मुस्लिम को संदेह की दृष्टि देखा जाने लगा था।
इस्लामिक देशों में भी उसने अपनी सल्तनत बनाने के लिए वहां की सरकारों को पर अपदस्थ करने व वर्ग संघर्ष करा कर इस्लामिक देशों के अमन चैन पर ग्रहण लगा दिया है।
कुछ लोगों का यह भी मानना है कि ओसामा बिन लादेन की तरह अबू बकर बगदादी अमेरिका का अराजक प्यादा था और अपना कार्य सिद्ध होने के बाद अमेरिका ने उसका भी खात्मा कर दिया है।

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