हमारी संस्कृति है कि जनता जब हमें जनादेश देती है तो हम पाई-पाई का हिसाब देते हैं – शाह
आज केंद्र से 100 पैसे भेजे जाते हैं तो महाराष्ट्र सरकार 125 पैसे का काम जनता के लिए कर रही है – केंद्रीय गृह मंत्री
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा धारा 370 के मुद्दे पर देश की जनता चट्टान की तरह नरेंद्र मोदी जी के साथ खड़ी है
अटल जी का कहना था कि हम राजनीति के लिए नहीं बल्कि भारत के लिए जीते हैं – अमित शाह
सोलापुर से पसूकाभास
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने सोलापुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पहले सरकार केवल एक परिवार की चिंता करती थी किंतु वर्तमान केंद्र तथा राज्य सरकार जनता की चिंता कर रहे हैं इसलिए महाराष्ट्र आगे बढ़ रहा हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारी संस्कृति है कि जनता जब हमें जनादेश देती है तो हम पाई-पाई का हिसाब देते हैं। हम अपने 5 साल के समय का और एक एक पैसे का हिसाब जनता को देंगे। श्री अमित शाह का कहना था कि केंद्र सरकार ने 1,15,000 करोड से बढ़ाकर 2,86,354 करोड रुपए महाराष्ट्र को दिए जिससे विकास के कार्यों को गति मिली। उन्होंने कहा कि पहले यह कहा जाता था कि केंद्र जब 100 पैसा भेजता था तो 85 पैसे रास्ते में ही खो जाते थे किंतु अब 100 पैसे केंद्र से भेजे जाते हैं तो राज्य सरकार 125 पैसे का काम जनता के लिए कर रही है।
श्री अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र ने हमेशा देश का नेतृत्व किया है, देश की राजनीति को हमेशा सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाया है। उनका कहना था कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र ने अपना गौरव पुनः प्राप्त किया है। कश्मीर की आजादी के लिए अपनी जान गवांने वाले मेजर कुणाल गोस्वामी को याद करते हुए श्री अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र की पवित्र भूमि ने हमेशा स्वराज और स्वदेशी की अलख जगाई है। इस मौके पर श्री शाह ने तिलक महाराज, वीर सावरकर तथा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का भी स्मरण किया।
श्री अमित शाह ने कहा कि मोदी जी ने धारा 370 हटाकर पूरे देश में एकता और अखंडता का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि श्री नरेंद्र मोदी ने पूर्ण बहुमत पाकर दोबारा देश की सत्ता संभाली है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के अभी तक पिछड़ने का कारण यह है कि केंद्र तथा राज्य की दोनों पार्टियां लोकतांत्रिक मूल्यों को नहीं मानती थीं और परिवारवाद को आगे बढ़ाने का काम करती रहीं। उनका कहना था कि भ्रष्टाचार की शुरुआत भी वहीं से होती रही। पूर्व की सरकारों में किए गए घोटाले का जिक्र करते हुए श्री अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र में कई घोटाले किए गए हैं किंतु श्री देवेंद्र फडणवीस सरकार जनता को समर्पित है और जनता के भले के लिए काम कर रही है।
उन्होंने बताया कि श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में मुद्रा बैंक योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, सौभाग्य योजना, उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत अभियान जैसी कई योजनाओं के माध्यम से लोगों को 5 साल के अंदर सुविधाएं देने का काम किया गया है। उन्होंने आगे बताया कि बाबा साहब अंबेडकर का भव्य स्मारक बनाने की शुरुआत की गई।
श्री अमित शाह ने कहा कि मोदी जी ने संसद के अंदर धारा 370 हटाकर कांटे की तरह चुभने वाली कश्मीर की समस्या को खत्म कर दिया और आज हमारा कश्मीर जो भारत माता का मुकुट है हमेशा के लिए भारत का अभिन्न अंग बन गया है। देश की एकता और अखंडता को मोदी जी ने लोहे की तरह मजबूत कर दिया है। उनका कहना था कि 70 साल से देश की जनता यही चाहती थी और हमारी पार्टी अकेले इस मुद्दे को लेकर चलती रही।
श्री अमित शाह ने सोलापुर की जनता से कहा कि आप सब लोग कह रहे हैं कि धारा 370 तथा 35ए हटाकर अच्छा किया किंतु विपक्ष के नेताओं को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह धारा 370 हटाने का समर्थन कर रहे हैं या नहीं, उनकी मंशा क्या है। पाकिस्तानी आतंकवादी यहां आकर हिंसा का तांडव करते रहें यह हम सहन नहीं करेंगे। उनका कहना था कि विपक्ष के नेता ने बयान दिया की धारा 370 हटा कर सरकार ने अच्छा नहीं किया, कश्मीर में हिंसा हो रही है किंतु मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि जिस दिन से धारा 370 हटी है वहां एक भी गोली नहीं चली है और एक भी जान नहीं गई है। उन्होंने जेएनयू में लगे नारों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि कुछ विपक्षी पार्टियां उनका समर्थन करती हैं जो लोग देश तोड़ने की बात करते हैं। श्री शाह ने कहा कि मोदी जी ने आतंकवादियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की पूरा भारत खुश था किंतु विपक्ष के लोग सबूत मांगने की बात करने लगे। उनका यह भी कहना था कि जब भी देश की सुरक्षा का मामला आए विपक्षी पार्टियों के रूख साफ होने चाहिए, उन्हें पार्टी की दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देश हित में सत्ता पक्ष के साथ खड़े होना चाहिए। उन्होंने कहा कि धारा 370 के मुद्दे पर देश की जनता चट्टान की तरह श्री नरेंद्र मोदी जी के साथ खड़ी है।
गृह मंत्री ने याद किया कि कैसे श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 1965 में श्री लाल बहादुर शास्त्री सरकार और 1971 के भारत-पाक युद्धों के दौरान श्रीमती इंदिरा गांधी का समर्थन संसद में किया था। उन्होने कहा जब 1994 में, पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे को फिर से उठाया, पी.वी. नरसिम्हा राव सरकार ने संसद में एक प्रस्ताव लाया, जिसका समर्थन दोनों सदनों में हमारी पार्टी ने किया। यह सवाल उठा कि संयुक्त राष्ट्र में भारत का पक्ष कौन मजबूती से पेश करेगा, श्री राव ने कहा कि श्री वाजपेयी के अलावा कोई भी ऐसा नहीं कर सकता। श्री वाजपेयी ने विपक्ष में रहते हुए भी संयुक्त राष्ट्र में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया और दुनिया के सामने भारत के पक्ष को मजबूती से पेश किया। वे कहते थे, “हम राजनीति के लिए नहीं बल्कि भारत के लिए जीते हैं।”
राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर सरकार के साथ एकजुट होने के लिए विपक्ष से अपील करते हुए, श्री शाह ने दोहराया, “हमने हमेशा उन सभी मुद्दों पर सरकार का समर्थन किया है जहां देश का संबंध है। मैं विपक्ष से भी यही उम्मीद करता हूं”।
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