4 अगस्त को दिल्ली के गढवाल भवन में गैरसैंण राजधानी के लिए शहीद हुए उतराखण्ड राज्य आंदोलनकारी देवसिंह नेगी की स्मृति में सहायतार्थ कार्यक्रम
राजधानी गैरसैंण बनाने से ही होगा उतराखण्ड का चहुंमुखी विकास और शहीद बाबा मोहन उतराखण्डी व शहीद देवसिंह नेगी की शहादत का सम्मान
परिजनों को किया सम्मान और सोंपेगे लगभग 2.5 लाख रूपये की सहायतार्थ
नई दिल्ली (प्याउ)। 4 अगस्त 2019 को दिल्ली के गढवाल भवन में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के विशाल उतराखण्डी समाज ने उतराखण्ड राज्य व राजधानी गैरसैंण सहित उतराखण्डी जनांकांक्षाओं के लिए समर्पित रहे शहीद देवसिंह नेगी की शहादत को नमन करते हुए उनके परिवार के सहायतार्थ एक सराहनीय कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में उतराखण्डी समाज ने गैरसैंण राजधानी के लिए शहीद हुए आंदोलनकारी देवसिंह नेगी के परिजनों को सम्मानित किया वहीं उनके अनाथ परिवार के सहायता के आगे आ कर उतराखण्ड के हक हकूकों के लिए समर्पित शहीदों की शर्मनाक उपेक्षा कर रही उतराखण्ड सरकार को भी एक आईना दिखाया। इस आयोजन से उतराखण्ड के हक हकूकों के लिए संघर्ष करने वालों को एक नयी ताकत मिलेगी कि उनका समाज उनके सुख दुख में उनके साथ है।
11 बजे से सांय 5 बजे तक चले इस कार्यक्रम का शुभारंभ शहीद देवसिंह नेगी सहित उतराखण्डी शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राजधानी गैरसैंण बनाने के लिए समर्पित होने का संकल्प लिया। इस कार्यक्रम में शहीद देवसिंह नेगी के परिजनों को भी सम्मानित किया गया । इस आयोजन के मुख्य सूत्रधार अनिल पंत के अनुसार उतराखण्डी समाज की तरफ से लगभग 2.5लाख रूपये शहीद देवसिंह नेगी के परिजनों को उनके घर में जा कर दिया जायेगा। कार्यक्रम का संचालन राहुल सत्ती व नरेश देवरानी ने संयुक्त रूप से किया।इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से आये बाल कलाकारों के मनमोहक गीत व नृत्य रहे।
इस श्रद्धांजलि सभा का आयोजन के बारे में वायस आफ माउंटेन के जगमोहन जिज्ञासू, अनिल पंत व दलवीर रावत ने बताया कि 6 मई 2018 को संसद की चैखट संसद मार्ग पर उतराखण्ड की राजधानी गैरसैंण बनाने की पुरजोर मांग को लेकर उतराखण्डी समाज ने ‘उतराखण्ड एकता मंच दिल्ली’ के आवाहन पर विशाल प्रदर्शन ‘हुंकार रैली का आयोेजन किया था। राजधानी गैरसैंण के लिए 6 मई 2018 को संसद की चैेखट संसद मार्ग पर आहुत ‘हुंकार रैली’ में सम्मलित होने के लिए आते समय दिल्ली तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन के समीप एक सडक दुर्घटना में देवसिंह नेगी शहीद हो गये। इस दुर्घटना के बारे में जानकारी देते हुए दुर्घटना के साक्षी रहे समाजसेवी युवा जगजीत सिंह बिष्ट ने बताया कि 6 मई को संसद मार्ग पर आयोजित गैरसैंण रैली में भाग लेने के लिए देवसिंह नेगी के साथ बाईक पर सवार होकर आ रहे थे । जैसे ही दिल्ली तुगलकाबाद मैट्रो स्टेशन पर उनकी बाईक के आगे से अचानक सूअर आने के कारण उन्होने ब्रेक लगायी उनके पीछे से तेजी से आ रहा आटो ने उनकी बाईक पर टक्कर मारी जिससे पिछली सीट पर बेठे देवसिंह नेगी जी नीचे गिर गये , उनके सर पर चोट लग गयी। यकायक आयी इस आपदा से वह स्तब्ध था आनन फानन में शहीद देवसिंह नेगी को सफदरजंग ट्रामा सेन्टर (अस्पताल) ले जाया गया जहाँ डाक्टर उनको बचा नही पाये। इस दुर्घटना से आंदोलनकारी आज भी स्तब्ध हैॅ। शोकाकुल परिवार में उनकी पत्नी दो बेटियाँ व एक बेटा है।शहीद देव सिंह नेगी के आवास पर लक्करपुर सूरजकुंड फरीदाबाद रहते है।
सभा में उपस्थित आंदोलनकारियों ने एक स्वर में उतराखण्ड प्रदेश की सरकार सहित सभी राजनैतिक दलों की इस बात के लिए कडी भत्र्सना की कि उन्होने राजधानी गैरसैंण सहित राज्य गठन की तमाम जनांकांक्षाओं को निर्ममता से रोंदने का कृत्य किया। इसके साथ प्रदेश की त्रिवेन्द्र सरकार की इस बात के लिए कडी भत्र्सना की कि तमाम ज्ञापन दिये जाने के बाबजूद न तो प्रदेश सरकार ने शहीद देवसिंह नेगी के परिवार की सुध ली व नहीं उनके सपनों की राजधानी गैरसैंण बनाने की दिशा में एक कदम भी उठाया।
श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सभी वक्ताओं ने राजधानी गैरसैंण सहित उतराखण्डी समाज से राज्य गठन की जनांकांक्षाओं को साकार करने के लिए दलगत राजनीति से उपर उठ कर एकजूट होने का आवाहन किया।
इस अवसर पर उतराखण्ड राज्य गठन आंदोलन के शीर्ष आंदोलनकारी देवसिंह रावत, उक्रांद नेता प्रताप शाही,शहीद देवसिंह नेगी के करीबी मित्र जगमोहन जिज्ञासू, उतराखण्ड जनमोर्चा के अध्यक्ष दलवीर रावत, एकता मंच के शशिमोहन कोटनाला, पत्रकार चारू तिवारी, सतेन्द्र रावत,मोहन जोशी,व्योमेश जुगरान ,नंदन सिंह रावत व आदि आंदोलनकारी प्रमुख है।
इस आयोजन को सफल बनानेे वालों में जगमोहन जिज्ञासू, अनिल पंत , दलवीर रावत, मीनाक्षी कण्डवाल,देव सौंटियाल,नरेश देवरानी, प्रेमा धोनी,आदि ने कई महिनों ंकी कडी मेहनत से इस आयोजन को सफल बनाया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में उतराखण्ड के कलाकारों ने भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति से चार चांद लगाने वालों में गायिका आशा नेगी, कल्पना चैहान, मंगला रावत,भुवन रावत, राजेन्द्र चैहान ,लक्ष्मी बिष्ट के बाल कलाकारों सहित अनैेक कलाकार सम्मलित थे।
सभा में सम्मलित प्रमुख आंदोलकारियों व समाजसेवियों में उतराखण्ड एकता मंच के डा विनोद बछेती,विश्व हिन्दू परिषद के महेंद्र रावत,अधिवक्ता संजय शर्मा, उतराखण्ड महासभा के अनिल पंत, बचन सिंह रावत,सुरेन्द्र हालसी, पार्षद अनिल राणा,बिग मोहन बिष्ट नरेंद्र ,उतराखण्ड राज्य आंदोलनकारी शीर्ष रंगकर्मी खुशहाल सिंह बिष्ट, उमेश रावत, नरेश देवरानी, साहित्यकार दिनेश ध्यानी,पदम सिंह विष्ट,रविन्दर चैहान,रवि गोदियाल,देव फोनिया,एम के द्विवेदी,उमेश रावत,किशोर रावत,जगजीत सिंह विष्ट, संजय चैहान,द्वारिका प्रसाद चमोली, आरपी चमोली,हुकमसिंह कण्डारी, सुरवीर बर्त्वाल,दिक्कर सिंह फर्तियाल,जगत सिंह विष्ट,गजपाल सिंह रावत,आशा बरारा, करुणा भट्ट,माया रावत,रोशनी चमोली, मंजू रतूडी ,दयाल नेगी,दिनेश नेगी,नीरज बगवाडी,, अजय बिष्ट, आनन्द जोशी, रामेश्वरी नादान, पूर्व दर्जाधारी पवन भट्ट, गजेन्द्र चैहान, इंजीनियर गणेश चंद्रा, कांग्रेसी नेता बीएस नेगी आदि ने भाग लिया।